गाजीपुर में बवाल: हिरासत में आरोपित की मौत की अफवाह पर ग्रामीणों ने थाने पर किया पथराव, 7 घायल

टीम भारत दीप |

रामलीला मंचन के दौरान पहुंचे छह से ज्यादा युवकों ने कलाकारों के साथ दुर्व्यवहार किया था।
रामलीला मंचन के दौरान पहुंचे छह से ज्यादा युवकों ने कलाकारों के साथ दुर्व्यवहार किया था।

जिले में बवाल की सूचना मिलते ही पांच थानों की पुलिस टीम, एक क्यूआरटी, पीएसी मौके पर मामला संभालने पहुंची। दोपहर करीब एक बजे पहुंचे एसपी ग्रामीण ने मोबाइल से जिला अस्पताल में भर्ती युवक से उसके परिजनों की बात कराई।

 गाजीपुर।यूपी के गाजीपुर जिले में शनिवार को एक अफवाह की वजह से माहौल बिगड़ा गया। यहां ग्रामीणा ने पुलिस हिरासत में युवकी मौत की अफवाह पर एकत्र होकर थाने में पथराव कर दिया, इसके साथ ही 
मरदह-कासिमाबाद मार्ग को जाम कर दिया। ग्रामीणों के पथराव से थानाध्यक्ष सहित सात पुलिसकर्मी घायल हो गए।जिले में बवाल की सूचना मिलते ही पांच थानों की पुलिस टीम, एक क्यूआरटी, पीएसी मौके पर मामला संभालने पहुंची।

दोपहर करीब एक बजे पहुंचे एसपी ग्रामीण ने मोबाइल से जिला अस्पताल में भर्ती युवक से उसके परिजनों की बात कराई। फिर करीब पांच घंटे बाद ग्रामीणों ने सड़क को आवागमन के लिए खोला, फिलहाल अभी मामला शांत है और कस्बे में सुरक्षा की दृष्टि से पुलिस टीम तैनात कर दी गई है।

इसलिए पुलिस ने लिया था हिरासत में 

स्थानीय बाजार में बीते 14 अक्तूबर की रात रामलीला मंचन के दौरान पहुंचे छह से ज्यादा युवकों ने कलाकारों के साथ दुर्व्यवहार किया था। इस पर रामलीला कमेटी के अध्यक्ष भाजपा मंडल अध्यक्ष और जिला पंचायत सदस्य शशिप्रकाश सिंह ने विरोध किया। जिससे नाराज युवकों ने कमेटी के दूसरे सदस्यों से मारपीट शुरू कर दी। किसी तरह समझा-बुझाकर मामला शांत कराया गया।
 
दूसरे दिन 15 अक्तूबर को दशहरा मेले की तैयारी को लेकर जिला पंचायत सदस्य एवं शशिप्रकाश सिंह परिसर में मौजूद थे। इसी दौरान कलाकारों से दुर्व्यवहार करने वाले शरारती युवक फिर पहुंचे और रामलीला कमेटी के अध्यक्ष को मारने-पीटने लगे। वहां मौजूद अन्य लोगों ने किसी तरह बीच-बचाव कर घायल कमेटी अध्यक्ष को इलाज के लिए पीएचसी पहुंचाया।

कमेटी अध्यक्ष की हालत गंभीर होने पर डॉक्टरों ने उन्हें जिला अस्पताल रेफर कर दिया। इसकी जानकारी कासिमाबाद एसडीएम राजेश कुमार गुप्ता, सीओ विजय आनंद शाही समेत कई अधिकारी मौके पर पहुंचे। घटना स्थल का निरीक्षण करने के साथ ही घायल कमेटी के अध्यक्ष का बयान दर्ज किया। मुकदमा दर्जकर मुख्य आरोपी बंटी राजभर सहित पांच लोगों को हिरासत में लेकर मरदह थाने लाया गया।

मुख्य आरोपित की बढ़ी बीपी

शनिवार सुबह आठ बजे हिरासत में लिए गए मुख्य आरोपी बंटी राजभर को बीपी की शिकायत होने पर पुलिस ने उसे जिला अस्पताल पहुंचाया।  इधर, किसी ने अफवाह फैला दी कि पुलिस की मारपीट से बंटी की मौत हो गई है। इससे आक्रोशित परिजन औऱ  ग्रामीण सीधे थाने पहुंचे और पथराव शुरू कर दिया। इसमें थानाध्यक्ष वीरेंद्र कुमार सहित सात लोग घायल हो गए।

सूचना मिलते ही कासिमाबाद, नोनहरा, मुहम्मदाबाद, दुल्लहपुर, बिरनो, क्यूआरटी और पीएसी पहुंची और हल्का बल प्रयोग कर स्थिति को नियंत्रण किया। साथ ही एहतियातन बाजार की सभी दुकानों को बंद करा दिया।

करीब एक बजे पहुंचे एसपी ग्रामीण राजधारी चौरसिया ने जिला अस्पताल में भर्ती युवक से उसके परिजनों की बात मोबाइल कराई। तब जाकर ग्रामीण कासिमाबाद- मरदह मार्ग से हटे। साथ ही थाने से 200 मीटर पर स्थित रविदास मंदिर परिसर में धरने पर बैठ गए और हिरासत में लिए गए युवकों को छोड़ने की मांग शुरू कर दी। तनाव को दखते हुए पीएसी एवं पुलिस टीम तैनात है।

अफवाह फैलाने वालों को खोज रही पुलिस

इस संबंध में एसपी ग्रामीण राजधारी चौरसिया ने बताया कि पुलिस ने नामजद आरोपियों को हिरासत में लिया ?था। किसी ने अफवाह फैला दी कि हिरासत में लिए गए आरोपी युवक की पिटाई से मौत हो गई है। वह जिला अस्पताल में भर्ती है और ठीक है।

ग्रामीणों के पथराव में थानाध्यक्ष सहित सात लोग घायल हैं। मामला अब शांत है और कस्बे में सुरक्षा की दृष्टि से पुलिस टीम तैनात कर दी गई है। एसपी गाजीपुर रामबदन सिंह ने कहा कि आरोपी युवक ठीक है और अफवाह फैलाने वालों को चिन्हित किया जा रहा है।

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