साधवान: आगरा में तेजी से फैल रहा कोरोना संक्रमण, जानिए कैसे हरा सकते है कोरोना को
सीएमओ डॉ. अरुण श्रीवास्तव ने बताया कि तीसरी लहर में एक से आठ जनवरी में 35869 नमूनों की जांच हुई है। इनमें से 725 में वायरस की पुष्टि हुई। औसतन 49 नमूनों की जांच में एक मरीज मिल रहा है। बीते साल जनवरी की बात करें तो पूरे महीने 27218 नमूनों की जांच हुई, इसमें से 241 में कोरोना वायरस मिला था।
आगरा। पूरे देश के साथ ही ताजनगरी आगरा में कोरोना सक्रमण तेजी से फैल रहा है। क्योंकि प्रशासन हिायत के बाद भी लोगों ने नियमों की अनदेखी की न तो मास्क लगाया और और भीड़ से बचे परिणाम स्वरूप संक्रमण तेजी से पैर पसार रहा है।
स्वास्थ्य विभाग से मिली जानकारी के अनुसार यदि 49 नमूनों की जांच की जा रही है तो एक में कोरोना की पुष्टि हो रही है। बीते साल की जनवरी में 112 नमूनों की जांच करने पर एक संक्रमित मिल रहा था। सीएमओ डॉ. अरुण श्रीवास्तव ने बताया कि तीसरी लहर में एक से आठ जनवरी में 35869 नमूनों की जांच हुई है। इनमें से 725 में वायरस की पुष्टि हुई।
औसतन 49 नमूनों की जांच में एक मरीज मिल रहा है। बीते साल जनवरी की बात करें तो पूरे महीने 27218 नमूनों की जांच हुई, इसमें से 241 में कोरोना वायरस मिला था। इनमें अधिकांश दिल्ली-मुंबई और विदेश यात्रा करने वाले लोग रहे। ओमिक्रॉन वैरिएंट अब खतरनाक रूप दिखा रहा है। इससे बच्चों समेत हर उम्र का लोग संक्रमित हुए हैं।
गंभीर रोगियों के लिए खतरा
एसएन मेडिकल कॉलेज के कोविड अस्पताल के प्रभारी डॉ. जीवी सिंह ने बताया कि ओमिक्रॉन वैरिएंट अब खतरनाक होता जा रहा है। खासतौर से सांस रोगी, टीबी-हृदय और कैंसर के मरीजों के लिए खतरा अधिक है। एसएन में भी तीन ऐसे मरीज भर्ती हैं, जो गंभीर बीमारी से जूझ रहे हैं। ऐसे में यह सोचना कि यह वैरिएंट कम घातक है, यह लापरवाही मुसीबत बन सकती है।
मास्क को बनाए साथी
आगरा रैपिड रिस्पांस टीम के डॉ. अंशुल पारीक ने बताया कि संक्रमित लोगों के संपर्क में आए लोगों की जब ट्रैकिंग की तो वह बाजार या अन्य जगह में बिना मास्क के मिले। हाथों की सफाई पर भी ध्यान नहीं था। पूछने पर अलग-अलग वजह बताईं। ऐसे में वायरस से बचाव के लिए टीकाकरण कराने के साथ ही बिना मास्क के तो घर से कतई बाहर ही नहीं निकलें। अगर आप मास्क को अपना साथी बना लेंगे तो कोरोना वायरस की घातक लहर से बच सकते है।
इस तरह बचे संक्रमण से
- त्रिस्तरीय मास्क लगाएं, नाक-मुंह पूरी तरह से ढकें।
- विशेष जरूरत होने पर अस्पताल में इलाज को जाएं।
- सामूहिक समारोहों से बच्चों के साथ दूरी बनाएं।
- जरूरी होने पर पांच साल से अधिक उम्र के बच्चों को मास्क लगाकर ही बाहर भेजें।
- टीके की दोनों खुराक लें, 15-18 साल केे उम्र वालों का भी टीकाकरण करवाएं।
- ड्राई फ्रूटस, फल, चने खाएं, शाम को दूध जरूर पीएं।
- भोजन में हरी सब्जी, दाल, चपाती लें, फास्ट फूड से बचें।
- बिना मास्क के भीड़ में जाने से बचें
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