एसबीआई में 25 साल बाद रिटायरमेंट को लेकर मैसेज वायरल, जानें इसकी हकीकत
बाकी स्टाफ को नए नियमों के अनुसार कार्य आधारित वेतन यानी परफारमेंस बेस्ड पे और सीटीसी का वेरिएबल पे दिया जाएगा। 30 सितंबर 2020 तक इस कार्रवाई को पूरी करने को कहा गया है।
सोशल मीडिया डेस्क। देशभर की सरकारी नौकरियों में नौकरी की समय-सीमा घटाने की खबरों के बाद भारतीय स्टेट बैंक में रिटायमेंट के लिए महज 25 साल की समय सीमा का मैसेज सोशल मीडिया पर वायरल है। हालांकि इसकी पुष्टि आधिकारिक रूप से नहीं है। फिर भी मैसेज में जो लिखा है, उसमें बैंकिंग सिस्टम में निकट भविष्य में नए बदलाव की बात कही गई है।
एसबीआई को लेकर व्हाट्सएप पर एक मैसेज वायरल है जिसमें कहा जा रहा है कि स्टेट बैंक आॅफ इंडिया की बोर्ड मीटिंग में वीआरएस यानी स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति को लेकर नई स्कीम पास की गई। इसमें 25 साल नौकरी या 55 साल उम्र पूरी करने वालों को वीआरएस का लाभ दिया जाएगा।
हर साल 55 साल की उम्र पूरी करने वाले बैंककर्मी इसके पात्र होंगे। उन्हें 18 महीने का वेतन और रिटायरमेंट के दौरान मिलने वाले अन्य लाभ दिए जाएंगे। इसमें 2 साल का कूलिंग पीरियड शामिल है, इसमें कोई काम का बोझ कर्मचारी पर नहीं रहेगा।
मैसेज में बताया जा रहा है कि इस रिटायरमेंट प्लानिंग जरिए बैंक की योजना अपने स्टाफ की संख्या 50 प्रतिशत तक घटाने की है। बाकी स्टाफ को नए नियमों के अनुसार कार्य आधारित वेतन यानी परफारमेंस बेस्ड पे और सीटीसी का वेरिएबल पे दिया जाएगा। 30 सितंबर 2020 तक इस कार्रवाई को पूरी करने को कहा गया है।
हालांकि ऐसी किसी प्लानिंग को लेकर एसबीआई की ओर से अभी कोई आधिकारिक पुष्टि नहीं है, हालांकि दावा करने वाले अपनी बात पर कायम हैं। एसबीआई से जुड़े सूत्रों के अनुसार बैंक की योजना ग्राहक सेवा केंद्रों के जरिए अपनी सेवाओं के विस्तार की है। लाॅकडाउन के दौरान ये केंद्र ग्रामीण क्षेत्र में बैंक के लिए काफी फायदेमंद साबित हुए हैं।
शहरी क्षेत्र में ये सुविधाएं डायरेक्ट सेलिंग एजेंट के जरिए बढ़ाने पर विचार है। निकट भविष्य में पासबुक प्रिंटिंग जैसे काम भी ग्राहक सेवा केंद्र और स्वयं मशीन जैसे माध्यम से किए जाने की योजना है।