बेटी को प्रेमी के साथ देख पिता ने सिर धड़ से किया अलग, पहुंच गया थाने
पिता ने पुलिस कर्मियों के सामने पहुंचकर अपना गुनाह कबूल करते हुए बोला, साहब मैंने अपनी बेटी का सिर काट दिया है मुझे जेल में डाल दो। युवक के हाथ में लड़की का कटा सिर, जिसने भी देखा वह सन्न रह गया। पहले तो कोई कुछ समझ नहीं पाया। थाने में पहुंचकर उसने पुलिस कर्मियों को खुद बताया।
हरदोई। उत्तर प्रदेश के हरदोई जिले के शाहबाद क्षेत्र में बुधवार को एक सनसनी खेज मामला सामने आया । यहां एक पिता ने बेटी को अनैतिक कार्य में लिप्त पाकर गुस्से से आग बबूला हो गया। आक्रोशित पिता ने बेटी का सिर काटने के बाद हाथ में लटका कर पैदल ही पुलिस थाने पहुंच गया ।
आरोपित पिता ने पुलिस कर्मियों के सामने पहुंचकर अपना गुनाह कबूल करते हुए बोला, साहब मैंने अपनी बेटी का सिर काट दिया है मुझे जेल में डाल दो। युवक के हाथ में लड़की का कटा सिर, जिसने भी देखा वह सन्न रह गया।
पहले तो कोई कुछ समझ नहीं पाया। थाने में पहुंचकर उसने पुलिस कर्मियों को खुद बताया। कहा कि बेटी का सिर है। काटकर लाया हूं, धड़ कमरे में पड़ा है। दो दिन से खाया पिया नहीं, अब चैन आया है।
मझिला थाना क्षेत्र के पांडेयतारा निवासी किसान वैसे तो पुत्री को पढ़ा -लिखाकर कुछ बनाने के सपने देख रहा था। लेकिन उसकी पुत्री परिवार के ही एक युवक के जाल में फंस गई। बेटी के प्रेम प्रसंग की उसे जानकारी मिली तो उसने विरोध करना शुरू कर दिया था।
किसी को नहीं पता था कि इतना बड़ा कदम उठा लेगा। वह तो मौके की तलाश में था। उसे पता था कि घर में जब कोई नहीं होता है तो युवक बेटी से मिलने आता है।
बुधवार दोपहर को वही हुआ, जैसे ही वह कमरे में पहुंचा तो बेटी के साथ आदेश को देखकर उसका खून खौल गया। वह बेटी के साथ उसके प्रेमी को भी मारना चाहता था, लेकिन वह भाग गया तो बेटी का सिर काट लिया।
हाथ में कटा सिर लेकर थाने के पास पहुंचे आरोपित को पुलिस ने रोककर सिर रखने को कहा। मौके पर मौजूद लोगों के अनुसार उसने बहुत ही तसल्ली से सिर को जमीन पर रखा, चोटी पकड़े होने से बाल चेहरे पर आ गए तो आराम से चेहरे से बाल हटाए। फारेंसिक टीम भी मौके पर बुलाई गई।
मां बोली बेटी को भी मारते -पीटते नहीं थे
घरवालों को नहीं पता था कि इतना बड़ा कांड हो जाएगा। रोती हुई मां और दादी पुलिस को यही बताती रहीं कि उन्हें कुछ पता नहीं था। उनके सामने तो उसने मारपीट तक नहीं की, अगर यह पता होता तो वह बेटी को अकेला छोड़कर खेत नहीं जाती। मृतका की मां- दादी और बहन, भाई बदहवास से हो गए हैं,घर में मातम का माहौल है ।