कानपुर एनकाउंटर: सिपाही ने कटवाई थी बिजली, लेकिन क्यों ?
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कानपुर में हुई एनकाउंटर वाली रात जो कुछ हुआ। इसने लोगों के दिलों को दहला दिया है। कहीं न कहीं कानून व्यवस्था पर सवालिया निशान भी लग रहा है। पुलिस की भी भूमिका संदिग्ध नजर आ रही है।
कानपुर। यूपी में कानपुर के चौबेपुर स्थित बिकरू गांव में हुए एनकाउंटर में एसटीएफ की जांच में कुछ ऐसे खुलासे हो रहे हैं, जिसमें पुलिस भी सवालों के घेरे में आ रही है। ताजा खुलासे में ये तथ्य सामने आया है कि एनकाउंटर वाली रात चौबेपुर के एक सिपाही ने बिजली कटवाई। एसटीएफ इसमें ये पता लगाने की कोशिश कर रही है कि कहीं बदमाशों को फरार कराने के लिए तो बिजली नहीं काटी गई। या फिर कोई और बात है।
जांच में हुआ ये खुलासा
पावर हाउस में फोन कर बिकरू गांव व उसके आसपास की बिजली कटवाई थी। इसकी जानकारी होने पर एसटीएफ ने जांच शुरू कर सिपाही से पूछताछ की है। कानपुर देहात पुलिस ने पावर हाउस के अधिकारियों से भी जानकारी जुटाई है। गुरुवार रात करीब पौने एक बजे बिकरू गांव में मुठभेड़ हुई। एक घंटे तक गोलियां तड़तड़ाई थीं। इस दौरान गांव में बिजली नहीं आ रही थी। अब जांच में पता चला कि पुलिस ने बिजली कटवाई थी।
इसलिए घूम रही शक की सुई
चौबेपुर थाने के एक सिपाही ने कानपुर देहात के रसूलाबाद पावर हाउस में फोन किया था। वहां से कॉल शिवली पावर हाउस ट्रांसफर की गई। तब सिपाही ने बिजली काटने के लिए कहा। इस मामले की जानकारी होने के बाद एसटीएफ सक्रिय हो गई हैसूत्रों के मुताबिक सिपाही से एसटीएफ ने पूछताछ की है। एसटीएफ ने पावर हाउस के अधिकारियों से बिजली कटने और सप्लाई शुरू होने का समय लिखित में मांगा है। एसटीएफ अब जांच कर रही है कि दबिश में बदमाशों को फायदा पहुंचाने के लिए ऐसा किया गया या बदमाशों को उजाले का फायदा न मिले, इसलिए बिजली कटवाई गई। ये तथ्य स्पष्ट होने के बाद ही आगे की कार्रवाई होगी।
बदमाशों के इरादे और खतरनाक थे
बता दें कानपुर के चौबेपुर मुठभेड़ में बदमाशों ने बड़ी साजिश की थी। वो पुलिसकर्मियों को मारकर शव जलाने के प्रयास में थे। इसीलिए एक के ऊपर एक रखकर शवों के ढेर लगा दिए थे। पुलिस की गाड़ियों को भी फूंकने की तैयारी थी। मगर तभी भारी पुलिस बल पहुंच गया और बदमाश फरार हो गए। गांव की सड़कें खून से रंगी थीं। हालात बयां कर रहे थे कि किस कदर पुलिसकर्मियों पर बर्बरता हुई है।