बैंक पर ताला लगाने के बाद अब कर्मियों से अभद्रता होने की जांच कराएगा शाजापुर प्रशासन
जनसंपर्क विभाग की ओर से यह भी कहा गया कि समय-समय पर होने वाली डीएलसीसी की बैठकों में कलेक्टर, जिला पंचायत सीईओ और अपर कलेक्टर द्वारा शासन की योजनाओं के तहत बैंकों में प्रस्तुत प्रकरणों का निराकरण करने के निर्देश देने के बावजूद भी बैंक ने कार्यवाही नही की।
शाजापुर (मध्य प्रदेश)। मध्य प्रदेश के शाजापुर स्थित स्टेट बैंक आॅफ इंडिया की मगरिया शाखा के सील हो जाने के बाद प्रशासन ने मामले की जांच कराने के आदेश दिए हैं। कलक्टर शाजापुर का कहना है कि बैंककर्मियों के साथ हुई अभद्रता की निष्पक्ष जांच कराई जा रही है।
दूसरी ओर शाजापुर जनसंपर्क विभाग की ओर से जारी बयान में बैंक सील होने के कई कारण बताए गए हैं। इसमें कहा गया कि अपने निर्धारित स्थल पर बैंक संचालित नहीं करने, आवासीय परिसर में बैंक की व्यावसायिक शाखा संचालित करने और शासन की महत्वाकांक्षी स्ट्रीट वेंडर योजना के तहत बैंक में शिविर लगाने के उपरांत भी हितग्राहियों को ऋण उपलब्ध नहीं कराने के कारण जिला प्रशासन ने स्टेट बैंक आफ इंडिया की मगरिया ब्रांच को आज यानी सोमवार दोपहर के बाद सील कर दिया है।
जनसंपर्क विभाग की ओर से यह भी कहा गया कि समय-समय पर होने वाली डीएलसीसी की बैठकों में कलेक्टर, जिला पंचायत सीईओ और अपर कलेक्टर द्वारा शासन की योजनाओं के तहत बैंकों में प्रस्तुत प्रकरणों का निराकरण करने के निर्देश देने के बावजूद भी बैंक ने कार्यवाही नही की।
प्रशासन का यह भी कहना है कि इस बैंक द्वारा हितग्राहियों को अपात्र बनाकर उनसे दुर्व्यवहार भी किया गया था, जिसकी हितग्राहियों द्वारा जिला प्रशासन को शिकायतें भी की गई थीं।
मामले में जिला कलक्टर दिनेश जैन की ओर से जो आदेश मंगलवार को जारी किया गया है, उसमें कहा गया है कि शाखा प्रबंधक मगरिया ने बैंककर्मियों से हुई अभद्रता की निष्पक्ष जांच कराने की मांग की थी। इस पर कलक्टर ने राजस्व विभाग के अधिकारी साहेबलाल सोलंकी को मामले की निष्पक्ष जांच कर एक हफ्ते में रिपोर्ट देने को कहा है। यानी बाकी की अपनी कार्रवाई को प्रशासन सही मान रहा है।
इधर बैंककर्मियों की यूनियन आॅल इंडिया बैंक आॅफिसर्स कन्फेडरेशन ने मामले में वित्तमंत्री को पत्र लिखकर हस्तक्षेप की मांग की है। मामले को लेकर मंगलवार को स्टेट बैंक की कई शाखाओं में प्रदर्शन देखने को मिले। सोशल मीडिया पर बैंकर्स शाजापुर नगर निगम के मुख्य अधिकारी को निलंबित करने की मांग कर रहे हैं।
उसी दिन नोटिस उसी दिन सील
शाजापुर नगर निगम की ओर से 22 तारीख को बैंक प्रबंधक और मकान स्वामी को नोटिस देकर शाखा के आवासीय भवन में संचालित होने की बात कही गई। जनसंपर्क विभाग की विज्ञप्ति से स्पष्ट है कि उसी दिन बैंक को सील भी कर दिया गया।
ऐसे में प्रशासन की कार्रवाई पर भी सवाल उठना लाजिमी है। दूसरी ओर बैंक द्वारा लोन न देने पर पूरी शाखा को सील करने की कार्रवाई भी सवालों के घेरे में है। बैंक नियमों के जानकार और प्रशासनिक समझ रखने वाले इस पर अलग-अलग राय दे रहे हैं।