शिवपाल सिंह यादव बोले, जब अपने परायों में भेद नहीं तो महाभारत होती है, बीजेपी प्रत्याशी की सराहना की
दो दिन पहले शिवपाल सिंह यादव ने कहा था कि जब अपने और परायों में भेद नहीं पता होता है तब महाभारत होती है। धर्म और राजनीति दोनों में यह नीति लागू होती है। साइकिल चुनाव चिह्न से लड़ने वाले प्रत्याशियों में उनकी जीत सबसे बड़ी हुई है। उन्होंने कहा कि आज सपा विधायकों की बैठक का कोई बुलावा नहीं भेजा गया था।
इटावा। विधानसभा चुनाव में मिली हार के बाद सपा और उसके सहयोगियों में सबकुछ सामान्य नहीं चल रहा है। चाचा— भतीजे में हुई सुलह के बाद अब फिर तकरार बढ़ने लगी है। इस तकरार के पीछे की वजह नेता प्रतिपक्ष की कुर्सी मानी जा रही है, जिसे पहले शिवपाल यदाव को मिलने वाली थी, लेकिन अखिलेश यादव ने उसे अपने पास रख ली, इससे शिवपाल यादव को काफी गहरा झटका लगा है।
इस नाराजगी की वजह से राजधानी में सपा के सहयोगी दलों की बैठक में भाग लेने शिवपाल सिंह यादव नहीं पहुंचे। सपा विधायकों की बैठक में ने बुलाये जाने के कारण नाराज होकर लखनऊ छोड़कर वे अपने गृह जनपद में आयोजित भागवत कथा में शामिल होने पहुंच गए। पार्टी नेताओं सहित समर्थकों ने स्वागत किया। उन्होंने मीडिया से पूरी तरह से दूरी बनाये रखी। कोई बात नहीं की।
शिवपाल नेता ने की पूजा- अर्चना
अपने विधानसभा क्षेत्र भरथना-इटावा मार्ग किनारे नगला राजा में आयोजित श्रीमद् भागवत कथा में पहुंचे शिवपाल सिंह यादव ने व्यास गद्दी के समक्ष पुष्प अर्पण कर आराधना की। इस दौरान आयोजक व परीक्षत सूबेदार मान सिंह यादव फौजी उनकी पत्नी वेदश्री आदि ने माल्यार्पण व उपहार भेंटकर कर उनका सम्मान किया।
दो दिन पहले शिवपाल सिंह यादव ने कहा था कि जब अपने और परायों में भेद नहीं पता होता है तब महाभारत होती है। धर्म और राजनीति दोनों में यह नीति लागू होती है। साइकिल चुनाव चिह्न से लड़ने वाले प्रत्याशियों में उनकी जीत सबसे बड़ी हुई है। उन्होंने कहा कि आज सपा विधायकों की बैठक का कोई बुलावा नहीं भेजा गया था। इसी कारण वह शामिल नहीं हुए।
भाजपा प्रत्याशी की तारीफ की
शिवपाल यहां पर तंज कसा कि धर्म के युद्ध में युधिष्ठिर दुर्योधन की जगह शकुनी से जुआ खेलने लगे, यहीं खेल का परिणाम तय हो गया था, हार किसकी होनी है। वे ताखा ब्लॉक के उदयपुरकला में एक धार्मिक कार्यक्रम में लोगों को संबोधित कर रहे थे।
उन्होंने कहा कि वह चाहते थे कि सिरसागंज से भाजपा प्रत्याशी हरीओम यादव को भी जीत मिले। भाजपा के सिरसागंज से प्रत्याशी रहे हरीओम यादव के साथ मंच साझा करते हुए कहा कि भाजपा प्रत्याशी हरीओम यादव को भी जीतना चाहिए था वह अच्छे व्यक्ति हैं।
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