पहली बार केवल ऑनलाइन दर्शन देंगे कान्हा जी, मथुरा में जन्मस्थान पर चल रहे आयोजन
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मथुरा में बाहरी श्रद्धालुओं के प्रवेश पर रोक है। वहीं मंदिरों में केवल सेवायत और मंदिर प्रबंधन से जुड़े लोग ही आयोजन को संपन्न कराएंगे। किसी भी मंदिर में श्रद्धालुओं को प्रवेश की अनुमति जिला प्रशासन ने नहीं दी है।
मथुरा। कोरोना वायरस से जहां पूरा विश्व प्रभावित है, वहीं भारत में इसका असर मंदिरों में होने वाले आयोजन पर भी पड़ा है। मथुरा में हर साल करोड़ों श्रद्धालु जन्मस्थान पर श्रीकृष्ण जन्मस्थान के दर्शन के लिए आते रहे हैं। इस बार भक्तों को अपने आराध्य के ऑनलाइन दर्शन करने होंगे।
कोरोना संक्रमण के चलते मथुरा में बाहरी श्रद्धालुओं के प्रवेश पर रोक है। वहीं मंदिरों में केवल सेवायत और मंदिर प्रबंधन से जुड़े लोग ही आयोजन को संपन्न कराएंगे। किसी भी मंदिर में श्रद्धालुओं को प्रवेश की अनुमति जिला प्रशासन ने नहीं दी है।
मथुरा के नंदगांव में मंगलवार को जन्माष्टमी का आयोजन किया गया। इस मौके पर नंदबाबा मंदिर में पुजारियों ने नंदबाबा के परिवार की आरती और पूजा की। राधारानी के गांव बरसाना में बधाई गायन किया गया।
बुधवार को मथुरा में श्रीकृष्ण जन्मस्थान पर भागवत भवन स्थित ठाकुर केशव देव मंदिर में भगवान श्रीकृष्ण की मंगला आरती की गई। इसके बाद संकीतर्न भी हुआ। जन्मस्थान सेवा संस्थान के सचिव कपिल शर्मा ने बताया कि भगवान श्रीकृष्ण के जन्म का आयोजन रात करीब साढ़े 11 बजे से शुरू होगा।
इस मौके पर भगवान को विशेष पोशाक पहनाई जाएगी और चांदी की गाय से कृत्रिम रूप से निकले दूध से भगवान का अभिषेक होगा। जन्माभिषेक के लिए श्रीरामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र न्यास और श्रीकृष्ण जन्मभूमि न्यास के अध्यक्ष महंत नृत्यगोपाल दास मथुरा पहुंच गए हैं।
मंगलवार को महंत नृत्यगोपाल दास ने बताया कि इस बार वे अयोध्या से सरयू का जल लेकर आए हैं। इसी से भगवान श्रीकृष्ण का अभिषेक किया जाएगा।
वहीं दिल्ली के ग्रेटर कैलाश स्थित इस्काॅन मंदिर में जन्माष्टमी के आयोजन की तैयारियां पूरी कर ली गईं। बुधवार को दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसौदिया ने मंदिर पहुंचकर भगवान का अभिषेक किया।