सिद्धार्थनगर में छह फर्जी शिक्षक बर्खास्त, एक ही व्यक्ति कर रहा था दो जगह नौकरी

टीम भारत दीप |

एसटीएफ इसके तह तक जाने में लगी है।
एसटीएफ इसके तह तक जाने में लगी है।

विकास खंड बढ़नी के पूर्व माध्यमिक विद्यालय खुरहुरिया में तैनात सहायक अध्यापक बृजेश कुमार सिंह पुत्र मार्कण्डेय सिंह निवासी माटी किशुनपुर, लालपुर कानपुर देहात पर फर्जी मार्कशीट के सहारे शिक्षक बनने का आरोप था।

सिद्धार्थनगर। यूपी की सिद्धार्थनगर में शिक्षा विभाग ने बड़ी कार्रवाई की है। यहां के परिषदीय प्राथमिक विद्यालयों में फर्जी प्रणाम पत्र के सहारे कार्य कर रहे छह फर्जी शिक्षकों को बर्खास्त कर दिया गया है।

सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार दस से अधिक और फर्जी शिक्षकों को बर्खास्त किया जा सकता है। इस विषय में रिपोर्ट एसटीएफ को उपलब्ध कराई गई है। इन सभी पर सम्बंधित खण्ड शिक्षा अधिकारियों को मुकदमा पंजीकृत करने के आदेश दिए गए हैं।

आपकों बता दें जबसे विभागों के दस्तावेज आधार और पेन कार्ड की अनिवार्य किया गया है, तब से लगातार इस तरह के मामले सामने आ रहे है।

यह हुए बर्खास्‍त

विकास खंड बढ़नी के पूर्व माध्यमिक विद्यालय खुरहुरिया में तैनात सहायक अध्यापक बृजेश कुमार सिंह पुत्र मार्कण्डेय सिंह निवासी माटी किशुनपुर, लालपुर कानपुर देहात पर फर्जी मार्कशीट के सहारे शिक्षक बनने का आरोप था।

विभाग ने इन्हें निलंबित करते हुए पक्ष रखने का अवसर दिया, लेकिन यह उपस्थित नहीं हुए। इसी ब्लाक क्षेत्र के पूर्व माध्यमिक विद्यालय चंदवा में कार्यरत फर्जी शिक्षक जय प्रताप पुत्र राधेश्याम निवासी मऊपूर्व मऊधसिंह कानपुर नगर।

प्राथमिक विद्यालय नजर गढ़वा में तैनात मोहनलाल पुत्र राम दीन निवासी मटहिया सुकरौली, जनपद बस्ती, पूर्व माध्यमिक विद्यालय ढेकरहरी खुर्द में कार्यरत मनीष कुमार सिंह पुत्र शम्भू शरण सिंह निवासी मुंडेरा, सोनुघाट जिला देवरिया को बर्खास्त किया गया है।

एक ही दस्तावेज पर दो जगह न‍ियुक्ति

मनीष देवरिया के प्राथमिक विद्यालय चौमुखा लार के प्राथमिक विद्यालय पर कार्यरत हैं। जिनकी जगह पर इसी नाम से दूसरा व्यक्ति भी ढेकहरी खुर्द सिद्धार्थनगर में कार्य कर रहा था। मानव संपदा पोर्टल पर यह गड़बड़ी पकड़ी गई थी।

विभाग ने इन्हें जब तलब किया तो यह 9 फरवरी 2021 से स्कूल आना बंद कर दिए। मनीष की बर्खास्तगी करते हुए मुकदमा दर्ज करने के निर्देश दिए गए हैं। यह भी पता लगाया जा रहा है कि एक ही व्यक्ति दो जगह कैसे काम करता रहा। यदि कोई दूसरा तैनात था, तो वह कहां का रहने वाला है। एसटीएफ इसके तह तक जाने में लगी है।

दोनों जगह से ले रहे थे वेतन

प्राथमिक विद्यालय सबुई जोगिया में कार्यरत विध्याचल राम पुत्र मटर राम को भी बर्खास्त किया गया है। यह मूल रूप से बगेंद गाजीपुर के निवासी हैं। यह उच्चतर माध्यमिक विद्यालय मुहम्मदाबाद गाजीपुर में ही तैनात हैं। जिनके नाम से सिद्धार्थनगर में भी वेतन निकलता रहा।

इन्होंने विभाग को बताया है कि इनके नाम से फर्जी प्रमाण पत्र पर कोई और काम कर रहा था। इसी तरह से देवकीनन्दन पुत्र पतिराम के नाम से अहिरौली तिवारी विकास खंड मिठवल में भी फर्जी तैनाती पकड़ी गई है।

 सम्बंधित बीईओ को मुकदमा दर्ज करने के आदेश दिए गए हैं। यह आदेश तत्कालीन बीएसए राजेन्द्र सिंह का है। जिनका प्रयागराज में बेसिक शिक्षा निदेशालय में तबादला हो गया है।

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