फिरोजाबाद में ऑक्सीजन की कमी से छह मरीजों की मौत, परिजनों ने किया हंगामा

टीम भारत दीप |

कुछ मरीजों को ऑक्सीजन देने पर लेवल बढ़ने लगता है ,जबकि कुछ मरीजों में दिक्कत आती है।
कुछ मरीजों को ऑक्सीजन देने पर लेवल बढ़ने लगता है ,जबकि कुछ मरीजों में दिक्कत आती है।

गुरुवार की सुबह एक व्यक्ति की जिला अस्पताल में ऑक्सीजन के अभाव में मौत हुई। गुरुवार को सरकारी ट्रामा सेंटर के साथ-साथ सारी वार्ड में भी ऑक्सीजन का संकट दिखाई दिया। तीमारदार ऑक्सीजन उपलब्ध कराने के लिए चिकित्सकों से हाथ जोड़कर विनती करते नजर आ रहे थे।

फिरोजाबाद। उत्तर प्रदेश के फिरोजाबाद जिले में गुरुवार को इलाज के दौरान 6 कोरोा संक्रमितों की मौत हो गई। परिजनों का आरोप है कि उनके मरीजों की मौत ऑक्सीजन की कमी से हुई है। मालूम हो कि इस समय प्रदेश के लगभग हर जिल से चिकित्सीय संसाधनों की कमी से संक्रमितों की मौत का मामला बढता जा रहा है। 

इसी क्रम में फिरोजाबाद में कोरोना संक्रमण से बुधवार रात करीब दो बजे जिला अस्पताल के सारी वार्ड में ऑक्सीजन खत्म होने से छह लोगों ने दम तोड़ दिया। सरकारी ट्रामा सेंटर में तीन लोगों की ऑक्सीजन के अभाव में दम तोड़ा। परिवारीजन देर रात शवों को घर ले गए और अंतिम संस्कार कर दिया गया।

उत्तर कोतवाली क्षेत्र की पॉश कालोनी विभव नगर निवासी एक महिला पिछले करीब एक सप्ताह से जिला अस्पताल में भर्ती थी। देर रात उसकी मौत हो गई। यहां भर्ती एक और मरीज ने दम तोड़ दिया। इनके अतिरिक्त ऑक्सीजन की कमी से चार और लोगों की जान चली गई। मृतकों के परिजनों का आरोप था कि बुधवार रात करीब दो बजे सारी वार्ड में ऑक्सीजन खत्म होने से मरीजों की सांसें थम गईं। 

इसी तरह एका थाना क्षेत्र के गांव बाहनपुर निवासी सुरजीत की हालत बिगड़ने पर घर वाले उसको इलाज के लिए जिला अस्पताल लेकर आए थे। यहां उसकी मौत हो गई। युवक की मौत के बाद परिवारीजनों में कोहराम मच गया। परिवारीजन शव को प्राइवेट एंबुलेंस में रखकर घर ले गए। वहां उसके शव का अंतिम संस्कार कर दिया गया। 

गुरुवार की सुबह एक व्यक्ति की जिला अस्पताल में ऑक्सीजन के अभाव में मौत हुई। गुरुवार को सरकारी ट्रामा सेंटर के साथ-साथ सारी वार्ड में भी ऑक्सीजन का संकट दिखाई दिया। तीमारदार ऑक्सीजन उपलब्ध कराने के लिए चिकित्सकों से हाथ जोड़कर विनती करते नजर आ रहे थे।

प्रभारी सीएमएस डॉ. आलोक कुमार ने कहा कि अस्पताल में ऑक्सीजन की कमी नहीं है। लगातार गाड़ियां आ रही है। ऑक्सीजन लेवल कम होने पर ही मरीज को भर्ती किया जाता है।

कुछ मरीजों को ऑक्सीजन देने पर लेवल बढ़ने लगता है जबकि कुछ मरीजों में दिक्कत आती है। चिकित्सकीय टीम मरीजों को बचाने का पूरा प्रयास कर रही है। वजह चाहे जो भी चिकित्सीय संसाधन की कमी से मरने वालों की संख्या दिन-प्रतिदिन बढती जा रही है। 
 


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