इत्र कारोबारी के यहां अब तक मिले 185 करोड़, बोला- 400 किलो सोना बेचकर रुपये जुटाए
पीयूष ने अधिकारियों को बताया कि चाहें तो इनकम टैक्स काट लें और बाकी लौटा दें,इतना पैसा कहां से आया? जवाब में पीयूष ने कहा कि घर का पुश्तैनी 400 किलो सोना था, जिसे बेच दिया था। जांच टीम ने सोना बेचने का कारण पूछा तो बोले, जरूरत थी, क्या जरूरत थी? इस पर कहा कि बिजनेस में पैसा लगाना था।
कन्नौज। कन्नौज के बड़े इत्र व्यापारी और सपा प्रमुख अखिलेश यादव के करीबी पीयूष जैन के घर में बने तहखाने में रुपयों से भरे आठ बोरे और एक गत्ते में सोने के बिस्कुट मिले हैं। रुपयों की गिनती के लिए करीब 19 मशीन लगाई गई हैं। व्यापारी के कन्नौज स्थित घरों से 185 करोड़ रुपये मिले हैं।
हालांकि पीयूष जैन ने अभी तक किसी का नाम नहीं कबूला है, पीयूष ने पूछताछ में कहा कि ये पैसा उसी का है, जिसे पुश्तैनी सोना बेचकर जमा किया था, सोना क्यों बेचा, किसे बेचा, कितने का बेचा, इन सवालों का जवाब वह नहीं दे सके। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार अधिकारी कन्नौज स्थित उनके घर की तिजोरियों और दीवारों को तोड़ने में लगे हैं, इन्हें खोजने के लिए लखनऊ से आर्किटेक्ट को बुलाया है,
हर सवाल में उलझ रहा कारोबारी
आपकों बता दें कि इत्र कारोबारी पीयूष जैन के यहां हुई छापेमारी में 187 करोड़ नकद रुपया तो भारी संख्या में सोना बरामद हुआ है, इतने बड़े खजाना मिलने के बाद भी इत्र कारोबारी ने डीजीजीआई अफसरों से पूछताछ के बाद भी कुछ नहीं उगला।
पीयूष ने अधिकारियों को बताया कि चाहें तो इनकम टैक्स काट लें और बाकी लौटा दें,इतना पैसा कहां से आया? जवाब में पीयूष ने कहा कि घर का पुश्तैनी 400 किलो सोना था, जिसे बेच दिया था। जांच टीम ने सोना बेचने का कारण पूछा तो बोले, जरूरत थी, क्या जरूरत थी? इस पर कहा कि बिजनेस में पैसा लगाना था। इस पर अफसरों ने पूछा कि पिछले पांच साल में एक नई फर्म नहीं खोली है।
कोई नया बिजनेस प्लान नहीं है फिर भी आपने सोना बेच दिया। इस सवाल के जवाब पर वह खामोश हो गए। फिर अफसरों ने कहा, चलो मान लेते हैं कि सोना बेचा तो कहां बेचा, इस पर पीयूष ने कहा, थोड़ा-थोड़ा कर कई साल से छोटे-छोटे ज्वैलर्स को सोना बेच रहे थे, इस पर अफसर भी हंस पड़े और कहा, 400 किलो सोना कई साल से बेचकर रकम जमा करने की मूर्खता कौन करता है भाई, इस पर पीयूष जैन फिर से चुप्पी साध गए।
गुप्त स्थान पर रखा है कारोबारी को
छापेमारी और तलाशी के दौरान जरूरत पड़ने पर अधिकारी फोन पर उससे बात भी करते हैं,दावों की सच्चाई जानने के लिए ही अफसर कन्नौज स्थित उनके घर की तिजोरियों और दीवारों को तोड़ने में लगे हैं, कारोबारी पीयूष जैन को कानपुर या कन्नौज में किसी गुप्त ठिकाने पर रखा गया है।
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