सोशल मीडिया: इस ट्वीट को लेकर ट्रोल हुए UP के CM योगी, प्रियंका ने यूं कसा तंज

टीम भारत दीप |

सीएम योगी राजनीतिक पार्टियों से लेकर आम यूजर्स तक के निशाने पर आ गए।
सीएम योगी राजनीतिक पार्टियों से लेकर आम यूजर्स तक के निशाने पर आ गए।

आबकारी विभाग के लिए चयनित उम्मीदवारों को नियुक्ति पत्र बांटने के बाद लगातार तीन ट्वीट किया। उन्होंने लिखा, 'प्रदेश के युवाओं से मेरी अपील है कि वह किसी के बहकावे में न आएं। उन्होंने कहा कि आज कोई गलत नहीं कर सकता है। जिसको अपनी प्रॉपर्टी जब्त करवानी हो, वह गलत कार्य करे।' इधर योगी के इस ट्वीट के बाद अब कांग्रेस की महासचिव प्रियंका गांधी ने भी योगी सरकार पर पलटवार करते हुए तंज कसा है।

सोशल मीडिया डेस्क। यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ अपने एक ट्वीट को लेकर सोशल मीडिया यूजर्स के निशाने पर आ गए हैं। दरअसल योगी ने बुधवार को आबकारी विभाग के लिए चयनित उम्मीदवारों को नियुक्ति पत्र बांटने के बाद लगातार तीन ट्वीट किया। उन्होंने लिखा, 'प्रदेश के युवाओं से मेरी अपील है कि वह किसी के बहकावे में न आएं।

उन्होंने कहा कि आज कोई गलत नहीं कर सकता है। जिसको अपनी प्रॉपर्टी जब्त करवानी हो, वह गलत कार्य करे।' इधर योगी के इस ट्वीट के बाद अब कांग्रेस की महासचिव प्रियंका गांधी ने भी योगी सरकार पर पलटवार करते हुए तंज कसा है। उन्होंने कहा है कि जिस प्रॉपर्टी पर योगी जी बैठे हैं उनकी नहीं...देश की जनता की है। वहीं योगी के ट्वीट के बाद देखते ही देखते उनका ये ट्वीट वायरल हो गया।

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक सीएम योगी राजनीतिक पार्टियों से लेकर आम यूजर्स तक के निशाने पर आ गए। वहीं यूजर्स ने इसे युवाओं के लिए धमकी बताया। उनके मुताबिक प्रदेश में रोजगार मांग रहे युवाओं को महाराज धमकी दे रहे हैं। वहीं सीएम के इस ट्वीट पर ट्रोलर्स सीएम की भाषा को लेकर सवाल उठा रहें है। ऐसा कहा जा रहा है कि सीएम बेरोजगारों को धमकी दे रहें है।

वहीं इस पर युवा कांग्रेस के नेता श्रीनिवासन लिखते हैं, "क्या बोल रहे हैं योगी जी..युवाओं की प्रॉपर्टी जब्त करेंगे और..? अपना टाइम भूल गए?" वहीं दिलीप मंडल लिखते है कि "आरोप है कि ओबीसी और दलितों की 15000 नौकरियों की चोरी हुई है। मुझे भी लगता है कि आपकी “ईमानदार” सरकार में ये कैसे संभव है? आप हर अभ्य​र्थी की कटेगरी वाइज पूरी रैंकिंग वेबसाइट पर डाल दीजिए।

विरोधियों का मुँह बंद कर दीजिए।" वहीं बीते रोज लखनऊ के ईको गॉर्डन में 69000 शिक्षक भर्ती में ओबीसी और एसी कोटे में गड़बड़ी का आरोप लगाकर अभ्यर्थियों ने आंदोलन किया। इस दौरान उनका समर्थन करने भीम आर्मी चीफ चंद्रशेखर पहुंचे। उन्होंने अभ्यर्थियों से बातचीत भी की।

वहीं 69000 शिक्षक भर्ती में चंद्रशेखर के पहुंचने की खबर के बाद ही सीएम के ट्वीटर हैंडल से तीन ट्वीट हुए। इसको लेकर चंद्रशेखर ने भी ट्वीट किया। उन्होंने कहा कि दलितों- पिछड़ों- आदिवासियों को संविधान से मिले हक और अधिकार की रक्षा के लिए आंदोलन जारी रहेगा।

इसके लिए अगर चन्द्र शेखर की संपत्ति ज़ब्त होती है तो कोई परवाह नहीं। बाबा साहब के लिखे संविधान की रक्षा के लिए ये भी सही। वैसे, आप तो फ़िलहाल आरक्षण लागू करें। इधर आम आदमी पार्टी के सांसद संजय सिंह ने सीएम योगी के ट्वीट पर पलटवार किया। लिखा, यूपी के लोग आपकी धमकियों से डरने वाले नही है।

तानाशाहों की गुलामी करना और उनकी गीदड़ धमकियों से डरना संघ और भाजपा के संस्कार होंगे आदित्यनाथ जी। ये चंद्रशेखर आज़ाद और मंगल पांडे जैसे वीर क्रांतिकारियों को जन्म देने वाली पावन और महान भूमि उत्तर प्रदेश है, यहां के लोग ऐसी धमकियों का जवाब देना बखूबी जानते है। बस इंतजार करिए।' वहीं पूर्व IAS एसपी सिंह ने भी ट्वीट कर सीएम पर निशाना साधा।

लिखा, 'छात्र आवाज उठाएंगे तो क्या उनकी भी सम्पत्ति ज़ब्त कर लोगे? उनकी शिक्षा, उनकी मेहनत और उनकी प्रतिभा ही उनकी कुल पूंजी है, क्या उसे भी ज़ब्त कर सकोगे? काश की अगर ‘काबिलियत’ भी ज़ब्त की जा सकती, तब शायद सरकार में कुछ सुधार आ सकता था।'

बताते चलें कि सीएम योगी ने बुधवार को ही लोकभवन में एक कार्यक्रम कै दौरान उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग द्वारा आबकारी निरीक्षकों के पद पर चयनित होकर आए अभ्यर्थियों को नियुक्ति पत्र बांटा था। इसके लिए आयोजित समारोह में सीएम ने कहा कि अबकारी विभाग की नियुक्ति पारदर्शी निष्पक्ष और शुचिता के साथ सम्पन्न हुई।

आज भर्ती प्रक्रिया पर कोई उंगली नहीं उठा सकता। उन्होंने कहा कि जहां शिकायतें मिलीं तत्काल सरकार ने कार्रवाई की। आज नौकरियों में वसूली के ठेके बन्द हो गए। उन्होंने कहा कि अनैतिक कृत्य में लिप्त लोगों की करीब 1500 करोड़ की संपत्ति हमने जब्त किया। उनके मुताबिक 2017 तक जितनी भर्तियां नहीं हुई, उससे कहीं अधिक साढ़े 4 बरस में उन्होंने करवाई   हैं।
 


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