पत्नी को मनाने ससुराल में धरने पर बैठा दामाद, पत्नी घर से फरार
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मायके आने के बाद पत्नी ने पति और ससुरालियों के खिलाफ उत्पीड़न का मामला दर्ज कराई इस वजह से उसकी नौकरी चली गई है। परेशान पति केवल पत्नी से यह जानना चाहता है कि वह उसके साथ रहेगी या नहीं,लेकिन ससुराल वाले घर का गेट नहीं खोल रहे है।
आगरा। आगरा में रूठी पत्नी को मनाने के लिए अजमेर का रहने वाला पति उसके घर के बाहर धरने पर बैठा है। युवक के ससुराल वाले घर का गेट बंद कर लिए है। वहीं पति का कहना है कि वह पत्नी से बात करके वापस जाएगा।
मालूम हो कि धरने पर बैठे युवक की पत्नी शादी की पहली सालगिरह के दिन ब्यूटी पार्लर जाने की कहकर निकली और मायके आकर रहने लगी है। मायके आने के बाद पत्नी ने पति और ससुरालियों के खिलाफ उत्पीड़न का मामला दर्ज कराई इस वजह से उसकी नौकरी चली गई है। परेशान पति केवल पत्नी से यह जानना चाहता है कि वह उसके साथ रहेगी या नहीं,लेकिन ससुराल वाले घर का गेट नहीं खोल रहे है।
36 घंटे बाद भी नहीं खोले गेट
युवक नाराज अपनी पत्नी को मनाने के लिए शनिवार सुबह उसके घर आया,लेकिन ससुराल वाले उसे घर में घुसने ही नहीं दिए परेशान युवक उनके घर के सामने धरने पर बैठा है। 36 घंटे बाद भी घर के दरवाजे नहीं खोले। वहीं, पति का कहना है कि वह पत्नी से बात करके ही जाएगा। वह जानना चाहता है कि वह साथ रहना चाहती है या नहीं
2015 में हुई थी शादी
अजमेर के वैशाली नगर रहने वाले अविनाश वर्मा की शादी दो मई 2015 को आगरा के थाना जगदीशपुरा के सुलहकुल नगर में हुई थी। अविनाश एकाउंटेंट है,जबकि उनके पिता सेवानिवृत्त नायब तहसीलदार हैं।
अविनाश के मुताबिक शादी की पहली सालगिरह मनाने की तैयारी कर रहे थे। पत्नी दो मई 2016 की दोपहर में उनसे ब्यूटी पार्लर जाने की कहकर गई थी। काफी देर तक नहीं लौटी तो वह पत्नी को फोन किया। वह कुछ देर में लौटने की कहती रही।
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कई घंटे बाद पता चला कि वह ब्यूटी पार्लर के बहाने मायके के लिए रवाना हो चुकी है। वह पत्नी को मनाने के लिए उसके पीछे आगरा आ गए। ससुराल वालों ने उन्हें आश्वासन दिया कि वह तीन दिन बाद उसे भेज देंगे, लेकिन पांच साल बाद भी नहीं भेजे।
कुछ दिन बाद उनके घर अजमेर पुलिस पहुंची। तो उन्हें पता चला कि पत्नी ने अपने उत्पीड़न की महिला आयोग में शिकायत की है। वहां से पति के खिलाफ जांच के निर्देश देने पर अजमेर पुलिस आई थी।
अविनाश ने बताया कि इसके बाद उन्होंने अजमेर के न्यायालय में पत्नी के खिलाफ सेक्शन नौ में वाद दायर कर दिया। पत्नी ने भी उसके खिलाफ दहेज के लिए उत्पीड़न का मुकदमा दर्ज करा दिया। उसके खिलाफ भरण-पोषण का वाद दायर कर दिया।
इसके बाद उसके खिलाफ अदालत से वारंट जारी करा दिया। अविनाश के अनुसार पत्नी द्वारा मुकदमा दर्ज कराने और नोटिस भेजने के चलते माता-पिता ने उन्हें अपने संपत्ति से बेदखल कर दिया। उनकी नौकरी छूट गई।
दामाद को आता देख बंद किया दरवाजा
पत्नी को मनाने अविनाश शनिवार को आगरा पहुंचे। दामाद को आता देख ससुराल वालों ने घर का दरवाजा बंद कर लिया। वह उनसे बात भी नहीं करना चाहते। पत्नी उन्हें आता देख एक रिश्तेदार के यहां चली गई।
उसे फोन किया तो कुछ देर में आने की कहा। वह शनिवार से उनसे यही कह रही है। अब फोन उठाना बंद कर दिया। शनिवार की रात भी उन्होंने पत्नी के मायके में दरवाजे के बाहर काटी।
मोहल्ले वाले रख रहे ध्यान
एक ओर ससुराल वालों ने अविनाश के लिए दूसरे दिन भी दरवाजा नहीं खाेला। वहीं मोहल्ले के लोग दामाद होने के नाते उसका ध्यान रख रहे हैं। एक परिवार ने उसे पत्नी के घर के सामने बैठने के लिए कुर्सी दी।
रात में सोने के लिए पलंग भी दिया। मोहल्ले वालों का कहना था कि वह उनके मोहल्ले की लड़की का पति होने के नाते यहां का दामाद है। इसलिए इतना तो करना पड़ता है।
मोहल्ले के लोगों ने अविनाश को भोजन देने को कहा, लेकिन उसने मना कर दिया। धरने पर बैठे अविनाश ने भूख मिटाने के लिए आनलाइन मंगा रहे है। वहीं ससुराल में धरने पर बैठे दामाद की खबर सोशल मीडिया पर खूब शेयर की जा रही है।