सपा विधायक बैलगाड़ी से तो कांग्रेसी ठेला-रिक्शा से पहुंचे विधानसभा, सरकार को घेरने की योजना
सपा विधायक बैलगाड़ी पर गन्ना लेकर पहुंचे, वहीं कुछ विधायकों ने हाथों में सिलेंडर के कटआउट और चेहरे पर मास्क लगा रखा था। कांग्रेसी नेता रिक्शा और ठेला लेकर विधानसभा पहुंचे। आपकों बता दें कि सरकार ने विधानसभा के एक किमी क्षेत्र में आज से ही बैलगाड़ी, तांगा चलने पर बैन लगाया है।
लखनऊ। यूपी में विधानमंडल का मानसून सत्र मंगलवार सुबह 11 बजे से शुरू हुआ। पहले दिन विपक्ष ने अलग-अलग तरीके से विरोध प्रदर्शन किया। सपा के विधायकों ने महंगाई, कानून व्यवस्था, कृषि कानून समेत कई मुद्दों को लेकर विधानसभा में प्रदर्शन किया।
सपा विधायक ने कहा, हम लोग यहां बेरोजगारी, नौजवानों के साथ अत्याचार, किसानों का उत्पीड़न और आजम खान पर फर्जी मुकदमों के विरोध में बैठे हैं।सपा विधायक बैलगाड़ी पर गन्ना लेकर पहुंचे, वहीं कुछ विधायकों ने हाथों में सिलेंडर के कटआउट और चेहरे पर मास्क लगा रखा था।
कांग्रेसी नेता रिक्शा और ठेला लेकर विधानसभा पहुंचे। आपकों बता दें कि सरकार ने विधानसभा के एक किमी क्षेत्र में आज से ही बैलगाड़ी, तांगा चलने पर बैन लगाया है। इससे पहले 16 अगस्त को सर्वदलीय बैठक में सीएम योगी ने सभी विपक्षी दलों को आश्वस्त किया कि सदन की कार्यवाही में सभी मुद्दों पर चर्चा होगी।
सीएम योगी बोले- हम हर मुद्दे पर चर्चा को तैयार
सत्र शुरू होने से पहले मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा, सरकार प्रदेश के विकास, किसान और गरीबों, महिलाओं, युवाओं के लिए बनाई गई योजनाओं और इनसे जुड़े हुए सभी मुद्दों पर चर्चा के लिए सदन में तैयार हैं।
यूपी देश का पहला राज्य है, जिसने 7 करोड़ कोरोना टेस्ट पूरे कर लिए हैं। 6 करोड़ लोगों को वैक्सीन देने वाला भी यूपी पहला राज्य है। जनता से जुड़े इन मुद्दों पर चर्चा के लिए ही मानसून सत्र बुलाया गया है।
7 दिन के सत्र में तीन चलेगा सदन
उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव से पहले का यह अंतिम सत्र है। योगी सरकार अपने कार्यकाल के आखिरी अनुपूरक बजट में सरकारी कर्मचारियों की मानदेय बढ़ाए जाने समेत 5 चुनावी प्रमुख प्रस्ताव को पेश कर सकती है। 24 अगस्त तक चलने वाले कुल 7 दिन के इस सत्र में 4 दिन अवकाश रहेगा। यानी सिर्फ 3 दिन ही विधान भवन में चर्चा होगी।
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