मुरादाबाद में युवती से दुष्कर्म के बाद छत से फेंका रीढ़ की हड्डी टूटी
इस मामले में भी पुलिस की लापरवाही सामने आई है। पुलिस ने मुख्य आरोपी के खिलाफ रेप की धारा बाद में लगाई जबकि पिता की लिखित शिकायत के बावजूद शुरुआती एफआईआर में इसे शामिल नहीं किया गया था।
मुरादाबाद। प्रदेश में लगातार फिर अपराध की बाढ सी आई हुई है। राजधानी से लेकर जिलों में अपराधियों को हौंसले इतने बुलंद है कि एक के बाद एक वारदात को अंजाम दे रहे है।
बदायूं का दिल दहलाने वाला मामला अभी ठंडा नहीं पड़ा है, कि अब पश्चिमी यूपी के ही दूसरे जिले मुरादाबाद से दुष्कर्म की घटना सामने आई है। यहां 19 साल की युवती को बंदूक दिखाकर दुष्कर्म किया गया।
बाद में जान से मारने के इरादे से धक्का देकर नीचे गिरा दिया गया। युवती की रीढ़ की हड्डी टूट गई है और वह गंभीर रूप से घायल है। पीड़िता को मेडिकल कॉलेज मेरठ में इलाज के लिए रेफर किया गया है।
इस मामले में भी पुलिस की लापरवाही सामने आई है। पुलिस ने मुख्य आरोपी के खिलाफ रेप की धारा बाद में लगाई जबकि पिता की लिखित शिकायत के बावजूद शुरुआती एफआईआर में इसे शामिल नहीं किया गया था। जिला अस्पताल ने युवती की हालत पर बयान देने से इनकार कर दिया, लेकिन परिवार का कहना है कि उसकी हालत गंभीर है।
पीड़िता की रीढ़ की हड्डी टूटी
पीड़िता के भाई ने बताया, 'उसकी रीढ़ की हड्डी टूट गई है, उसके सिर पर भी कई चोटें हैं। जिला अस्पताल से उसे मेरठ के लाला लाजपत राय मेडिकल कॉलेज रेफर किया गया था। हमारे लिए एंबुलेंस का इंतजाम किया गया था। मैं उसके लिए परेशान हूं।'
पीड़िता के भाई ने बताया, 'हमारी आर्थिक हालत ठीक नहीं है। पिछले तीन दिनों में हम अपना गन्ना भी मिल लेकर नहीं जा सके हैं। अब फैक्ट्री इसे नहीं लेगी। इलाज का खर्चा कैसे उठाएंगे नहीं पता।' वह सरकारी सर्विस एग्जाम की तैयारी कर रहा है और अपने खेती में अपने पिता का हाथ भी बंटाता है, जबकि पीड़िता की पढ़ाई दो साल पहले ही छूट गई थी।
पीड़िता के चीखने की आवाज सुनकर सभी भागे
आरोपी अरविंद सिंह पीड़िता के परिवार का पड़ोसी था और उन्हें अच्छे से जानता था। सोमवार देर रात, जब सभी सो रहे थे अरविंद कथित तौर पर पीड़िता के घर पर घुसा। वह छत के रास्ते पीड़िता के कमरे में आ गया और उसे बंदूक दिखाकर उसे छत पर ले गया और उसके साथ दुष्कर्म किया।
जब पीड़िता ने भागने की कोशिश की तो उसे छत से नीचे फेंक दिया। जब परिवार ने उसके चीखने की आवाज सुनी तो सीढ़ियों की तरफ भागे। तब तक आरोपी भाग चुका था। यह सब कुछ पीड़िता के पिता ने अपनी शिकायत में बताया।
सामान्य छेड़छाड़ का दर्ज किया मामला
इस मामले में भी पुलिस की लापरवाही सामने आई थी। घटना वाले दिन भी शाम 5 बजे एफआईआर दर्ज की गई थी, लेकिन पुलिस ने उसमें रेप की धारा नहीं जोड़ी थी। यहां तक कि एफआईआर में पिता के कथन को भी बदल दिया गया। इसमें कहा गया कि अरविंद पीड़िता को छत पर ले गया और उसके साथ छेड़छाड़ की।
थाने में शिकायत बदली गई या नहीं, होगी जांच
पीड़िता के पिता ने बताया, 'जब मैंने पुलिस को केस के बारे में बताया, अरविंद को गिरफ्तार कर लिया गया। पुलिस मेरी बेटी को अस्पताल लेकर भी गई लेकिन उन्होंने मुझसे एक सादे कागज में साइन कराए, इसके बाद एसएचओ ने शिकायत दर्ज की।
मुरादाबाद एसपी (ग्रामीण) विद्या सागर मिश्रा ने बताया, 'एफआईआर में रेप की धारा जोड़ दी गई है। आरोपी को बुधवार को जेल भेजा गया। हम यह पता लगा रहे हैं कि क्या पुलिस स्टेशन में शिकायत बदली गई थी।'