गाजीपुर: सुष्मिता बनीं एक दिन की कोतवाल तो फरियाद सुनकर तत्काल किया फैसला
उत्तर प्रदेश में चल रहे मिशन शक्ति अभियान के तहत नायक फ़िल्म में एक दिन के सीएम के तर्ज पर गाजीपुर कोतवाली में एक छात्रा एक दिन की कोतवाल बनाई गई। छात्रा के कोतवाल बनते ही 5 मामले सामने आए। जिसमें छात्रा ने दो मामलों में तत्काल मुकदमा दर्ज करने का निर्देश दे दिया
गाजीपुर। उत्तर प्रदेश में चल रहे मिशन शक्ति अभियान के तहत नायक फ़िल्म में एक दिन के सीएम के तर्ज पर गाजीपुर कोतवाली में एक छात्रा एक दिन की कोतवाल बनाई गई। छात्रा के कोतवाल बनते ही 5 मामले सामने आए। जिसमें छात्रा ने दो मामलों में तत्काल मुकदमा दर्ज करने का निर्देश दे दिया जबकि तीन मामलों में सम्बंधित ऑफिसर को पत्र प्रेषित कर आगे की कार्रवाई करने का निर्देश दिया।
गौरतलब है कि उत्तर प्रदेश में इस वक़्त मिशन शक्ति अभियान चल रहा है। इसी मिशन के तहत गाजीपुर के राजकीय महिला महाविद्यालय की बीएससी तृतीय वर्ष की छात्रा सुष्मिता यादव को शासन के निर्देश पर कोतवाल विमल मिश्रा ने एक दिन के लिए अपनी कुर्सी छोड़कर सुष्मिता को अपनी कुर्सी पर बैठा दिया।
इसके साथ ही कोतवाल उनके सहयोगी के रूप में कार्य करते हुए नजर आए। यहां तक कि कोतवाल का सीयूजी नंबर भी सुष्मिता के पास रहा। बताया जाता है कि कोतवाली के सीयूजी नंबर पर भी फरियादियों की फरियाद आती रही। जिसके बाद एक दिन की कोतवाल बनी सुष्मिता ने फोन पर भी लोगों की समस्या को सुनकर हल्का इंचार्ज के माध्यम से मामलों को निपटाने के निर्देश दिया।
बता दें कि अंतरराष्ट्रीय बाल अधिकार दिवस के मौके पर प्रदेश के 1535 थानों में ऐसे ही कोतवाली में एक दिन का कोतवाल बनाया गया था। जिले की कोतवाली में एक दिन के लिए बनी कोतवाल सुष्मिता से बात की गई तो उन्होंने बताया कि फ़िल्म नायक में एक दिन के सीएम के रूप में अनिल कपूर को बनाया गया था। उन्होंने बताया कि आज मुझे एक दिन का कोतवाल मिशन शक्ति अभियान के तहत बनाया गया है।
सुष्मिता ने कहा कि उन्हें इस कुर्सी पर बैठकर बहुत अच्छा लग रहा है। सुष्मिता ने बताया कि आगे का लक्ष्य आईपीएस बनना है। इसके साथ ही सुष्मिता ने बताया कि कोतवाली में 5 मामले उनके सामने आये,जिसमें दो मामलों में मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। साथ ही उन्होंने बताया कि पुलिस आमजन के लिए मित्र का काम करती है इसलिए पुलिस से डरने की जरूरत नहीं है।
उन्होंने आमजन से कहा कि सभी लोग अपनी समस्या लेकर पुलिस के पास आए। पुलिस के द्वारा उनका मामला सुना जाएगा और उसके निस्तारण की कार्रवाई भी की जाएगी।