तालिबान सरकार ने विश्व के देशों से की अपील, जानिए क्या मांग रहा अफगानिस्तान

टीम भारत दीप |

सत्ता परिवर्तन के बाद से अफगानिस्तान में महंगाई अपने चरम पर पहुंच गई है।
सत्ता परिवर्तन के बाद से अफगानिस्तान में महंगाई अपने चरम पर पहुंच गई है।

मीडिया रिपोर्टस के अनुसार सिविल एविएशन आथरिटी के प्रवक्‍ता मोहम्‍मद नईम सालेही का कहना है कि उड्डयन मंत्रालय की तरफ से अफगानिस्‍तान के सभी पड़ोसी देशों और दुनिया के सभी देशों को इसकी जानकारी देते हुए अपील की है कि वो यहां के लिए अपनी अंतरराष्‍ट्रीय उड़ानों को संचालित करें।

काबुल। तालिबान सत्ता में आने के बाद विश्व के कई देशों से अफगानिस्तान से निकारा कर लिया है। ऐसे में सर्वप्रथम पहले विश्व के देशों ने अपने ​नागरिकों को निकाला इसके के बाद हवाई कनेक्टिंग बंद कर दी है। इस वजह से अफगानिस्‍तान अलग-थलग होता जा रहा है।

ऐसे में न तो अफगानिस्‍तान  रोजगार के साधन बढ़ेंगे न ही विदेशी कारोबारी आएंगे इस तरह से अफगानिस्‍तान  की आर्थिक हालात बदतर होते जाएंगे। इस समस्या से निपटने के लिए अफगानिस्‍तान एविएशन आथरिटी ने पहल करते हुए विश्व के तमाद देशों से फिर से जुड़ने की कोशिश की है।

अफगानिस्‍तान  सिविल एविएशन अथारिटी का कहना है कि काबुल एयरपोर्ट घरेलू उड़ानों के साथ-साथ अंतरराष्‍ट्रीय उड़ानों के संचालन के लिए पूरी तरह से तैयार हो चुका है। इस बीच जो छोटी-मोटी तकनीकी खामियां रह भी गई हैं उन्‍हें भी जल्‍द ही खत्‍म कर दिया जाएगा। टोलो न्‍यूज के हवाले से बताया गया है कि एयरपोर्ट पर घरेलू विमानों की उड़ानें सामान्‍य की तरह हैं। वहीं बीते कुछ दिनों में इस एयरपोर्ट पर कतर, पाकिस्‍तान और संयुक्‍त राज्‍य अमेरिका ने विमान आ चुके हैं।

मीडिया रिपोर्टस के अनुसार सिविल एविएशन आथरिटी के प्रवक्‍ता मोहम्‍मद नईम सालेही का कहना है कि उड्डयन मंत्रालय की तरफ से अफगानिस्‍तान के सभी पड़ोसी देशों और दुनिया के सभी देशों को इसकी जानकारी देते हुए अपील की है कि वो यहां के लिए अपनी अंतरराष्‍ट्रीय उड़ानों को संचालित करें। इसमें कहा गया है कि काबुल एयरपोर्ट अंतरराष्‍ट्रीय उड़ानों के संचालन के लिए एक बार फिर से पूरी तरह से तैयार है।


प्रवक्‍ता ने ये भी कहा है कि काबुल एयरपोर्ट पर फिलहाल अंतरराष्‍ट्रीय उड़ानों के संचालन में किसी तरह की कोई समस्‍या नहीं है। फिलहाल सरकार ने अंतरराष्‍ट्रीय उड़ानों को शुरू करने की जो अपील पड़ोसी देशों की सरकारों से की है वो उनके जवाब का इंतजार कर रहे हैं। वो जानना चाहते हैं कि क्‍या ये देश ऐसा करेंगे या नहीं। सालेही ने साफ कर दिया है कि घरेलू उड़ानें पहले की ही तरह से संचालित हो रही हैं।

महंगाई चरम पर

सत्ता परिवर्तन के बाद से अफगानिस्तान में महंगाई अपने चरम पर पहुंच गई है। हालात यह है कि लोगाों के पास घरेलू जरूरतों को पूरा करने के लिए पैसे नहीं ऐसे में हवाई यात्रा के लिए महंगा टिकट नहीं खरीद पा रहे है। इस  वजह से अफगानिस्‍तान सिविल अथारिटी के हालात भी खराब होते जा रहे है। कर्मचारियों की तनख्वाह नहीं मिल पा रही। तालिबान सरकार चाहता है कि अगर अंतरराष्ट्रीय उड़ाने शुरू हो जाती है तो उसकी आर्थिक स्थिति सुधरेगी।  

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