टीबी के मरीजों को मिल सकेगी नई दवा, कारगर होने का दावा
उत्तर प्रदेश के आगरा में टीबी मरीजों के लिए नई दवा लांच की गई है। आगरा के सरोजनी नायडू मेडिकल कॉलेज के टीबी एवं चेस्ट विभाग में इस दवा को किशोर मरीजों को दिया जा रहा है।
आगरा। उत्तर प्रदेश के आगरा में टीबी मरीजों के लिए नई दवा लांच की गई है। आगरा के सरोजनी नायडू मेडिकल कॉलेज के टीबी एवं चेस्ट विभाग में इस दवा को किशोर मरीजों को दिया जा रहा है।
दावा किया गया है कि इस दवा से बच्चों में एमडीआर टीबी का बेहतर इलाज होगा। इस दवा से रिकवर होने में काफी सहूलियत होगी। इस दवा की खास बात यह है कि इसे 6 से 17 साल के बच्चों के इलाज में भी प्रयोग किया जा सकेगा।
जिला क्षय रोग अधिकारी डॉ. यूबी सिंह ने बताया कि टीबी की नई दवा एमडीआर मरीजों के लिए काफी कारगर सिद्ध होगी। उन्होंने बताया कि इससे पहले टीबी के एमडीआर मरीजों के लिए जिस दवा का उपयोग किया जाता था, उसे बच्चों को नहीं दिया जा सकता था।
बताया जाता है कि पहले वाली दवा काफी ज्यादा हार्ड होती है, जिसे बच्चों को देने में दिक्कत होती है। डॉ. यूबी सिंह का कहना है कि नई दवा के आने से अच्छी बात यह है कि इसे एमडीआर के कम उम्र के बच्चों के लिए ज्यादा प्रभावी साबित होगी।
उन्होंने बताया कि इस दवा की एक खुराक की कीमत 3200 रुपये है। जिसे मरीजों को मुफ्त दिया जाएगा। उन्होंने बताया कि यह दवा बाजार में उपलब्ध नहीं होगी केवल टीबी विभाग द्वारा ही इसे मरीजों को दिया जाएगा। वहीं टीबी एंड चेस्ट विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ. संतोष कुमार ने बताया कि पूरे प्रदेश में आगरा ऐसा पहला शहर है, जहां पर इस दवा का उपयोग किया जा रहा है।
गौरतलब है कि इससे पहले लखनऊ में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस दवा को लॉन्च किया था। उन्होंने बताया कि आगरा के मरीजों के लिए यह दवा काफी कारगर साबित होगी। विभागाध्यक्ष डॉ. संतोष कुमार का कहना है कि इस दवा को दो साल तक लगातार दिया जाएगा। उनका कहना है कि इससे एमडीआर के मरीजों का 80 फीसदी तक रिकवर होने का चांस होता है।