दस साल बाद पुलिस ने कब्र से निकलवाई हड्डियां, डीएनए रिपोर्ट से खुलेगा मौत का राज

टीम भारत दीप |

उसने पुलिस से कहा, जब हमें चिंता नहीं है तो 10 साल बाद आप क्यों इतनी बातें कर रहे हो।
उसने पुलिस से कहा, जब हमें चिंता नहीं है तो 10 साल बाद आप क्यों इतनी बातें कर रहे हो।

यह चौंकाने वाला मामला है सिहोर जिले के मनाखेड़ा गांव का, पिता का कहना है कि बेटी ने जहर खाकर आत्महत्या कर ली थी। पुलिस ने हाल में जब पुरानी फाइल खुलवाई तब मामले का खुलासा हुआ। सोमवार को पुलिस ने कब्र खुदवाकर हड्डियां निकलवाई। इन्हें डीएनए जांच के लिए भेजा गया है।

सिहोर-मध्यप्रदेश। मध्यप्रदेश के सिहोर से एक दिल दहला देने वाला मामला सोमवार को उजागर हुआ। यहां पुलिस ने एक युवती की मौत के दस साल बाद कब्र खुदवाकर उसकी हड्डियां निकलवाई। जिन्हें जांच के लिए लैब भेजा गया है। 

मालूम हो कि सिहोर निवासी एक व्यक्ति ने अपनी 17 बेटी की गुमशुदगी दस साल पहले लिखवाई थी। पुसिल ने किशोरी को तलाशा, लेकिन उसका कोई सुराग नहीं मिला। थक हारकर पुसिल ने केस बंद कर दिया।

पुलिस भी उसे गुमशुदा ही मान बैठी थी। जबकि 2011 में ही उसकी मौत हो चुकी है। उसके शव को पिता, भाई, जीजा ने मिलकर कब्रिस्तान में दफनाया था। फिर भी बेटी की गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई थी।

डीएनए रिपोर्ट से खुलेगा मौत का राज

यह चौंकाने वाला मामला है सिहोर जिले के मनाखेड़ा गांव का, पिता का कहना है कि बेटी ने जहर खाकर आत्महत्या कर ली थी। पुलिस ने हाल में जब पुरानी फाइल खुलवाई तब मामले का खुलासा हुआ।

सोमवार को पुलिस ने कब्र खुदवाकर हड्डियां निकलवाई। इन्हें डीएनए जांच के लिए भेजा गया है। अब पुलिस पता लगाने की कोशिश कर रही है कि आखिर लड़की की मौत कैसे हुई ।

पुलिस के अनुसार साल 2011 में गांव मनखेड़ा निवासी शख्स ने अपनी 17 वर्षीय बेटी के गुम होने की रिपोर्ट दर्ज कराई थी। पिछले दिनों गुम लड़कियों और बच्चियों को खोजने के लिए चलाए जा रहे अभियान के मुस्कान के तहत​​​​​ मंडी टीआई मनोज मिश्रा के सामने गुमशुदगी की फाइल आई।

लड़की के पिता को पूछताछ के लिए बुलाया गया। एक-दो बार तो उसने थाने आने में ही आनाकानी की। बाद में पूछताछ के दौरान वह गोल-मोल जवाब देता रहा। जब पुलिस ने तीसरी बार बुलाया, तो वह तिलमिला गया।

उसने पुलिस से कहा, जब हमें चिंता नहीं है तो 10 साल बाद आप क्यों इतनी बातें कर रहे हो। इस पर पुलिस को मामला संदेहास्पद लगा। मामले में जब जांच की, तो पता चला कि लड़की पहले भी दो बार घर से बिना बताए जा चुकी थी, लेकिन तब उसने रिपोर्ट दर्ज नहीं कराई थी।

आसपास के लोगों से पूछताछ में पता चला कि लड़की के इस्माइल और शमीम से संबंध थे। जब पुलिस ने इन्हीं लोगों को बुलाकर सख्ती से पूछताछ की तो उन्होंने कबूला कि वह तो मर चुकी है।

इस्माइल और शमीम ने किया था शोषण

पुलिस के अनुसार लड़की के पिता ने अपनी जमीन इस्माइल नाम के व्यक्ति को अधबंटाई पर दी थी। ऐसे में लड़की का इस्माइल के पास आना-जाना था। इस्माइल बहला-फुसलाकर उसका शोषण करता था, लेकिन एक दिन लड़की के जीजा शमीम ने दोनों को साथ देख लिया।

शमीम भी घर में बताने की धमकी देकर शोषण करने लगा। यह बात लड़की के माता-पिता को पता चली। शमीम और इस्माइल द्वारा माफी मांगने पर मामला रफा-दफा हो गया।

पिता ने बताई पूरी कहानी

परिजन ने पुलिस को पूछताछ में बताया कि लड़की की सौतेली मां उसे परेशान करने लगी। वर्ष 2011 में तंग आकर उसने जहर खाकर आत्महत्या कर ली थी। मां ने लड़की के पिता को भी भरोसे में लिया।

इसके बाद शमीम और इस्माइल को बुलाया। कहा- तुम्हारे कारण लड़की ने जान दी है। अब तुम ही इसे ठिकाने लगाओ, नहीं तो बदनामी होगी। इसके बाद पिता, भाई, जीजा शमीम और इस्माइल ने शव को गांव मूंडला खुर्द के कब्रिस्तान में दफना दिया। दूसरे दिन पिता ने थाने पहुंचकर लड़की की गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज करा दी।

पुलिस को नहीं कहानी पर विश्वास

पुलिस को परिजन की कहानी पर विश्वास नहीं है। फिलहाल पुलिस ने सभी आरोपियों को हिरासत में लिया है। मामले की जांच की जा रही है। पुलिस का कहना है कि अभी कुछ भी स्पष्ट नहीं है। रिपोर्ट के बाद ही कुछ सामने आ पाएगा। इसके बाद ही आरोपियों के खिलाफ हत्या या आत्महत्या के लिए उकसाने का मामला दर्ज किया जाएगा। आरोपियों से पूछताछ की जा रही है।


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