तंत्र-मंत्र के चक्कर में कलयुगी मां का कारनामा, जवान बेटे की हत्या कर शव को आग में भून डाला
आरोपित महिला ने बेटे की हत्या कर शव को घी, कपूर और मसालों के साथ भुन दिया। 11 दिसंबर को हुई इस हत्या के मामले में बुधवार को फॉरेंसिक विशेषज्ञों ने अपनी राय जाहिर की है।
कोलकाता । कोलकाता से सटे साल्ट लेक में तंत्र-मंत्र के चक्कर में एक कलयुगी मां का बड़ा विकराल कारनामा सामने आया है। यहां मां ने अपने जवान बेटेे की पहले तो हत्या कर दी उसके बाद आग में बेटे का भून डाला। इससे निकली राख को उसने छत पर फेंक दिया। दरअसल यहां एक महिला द्वारा 25 साल के जवान बेटे की हत्या किये जाने के मामले में सनसनीखेज खुलासा किया गया है।
जिसमें बताया गया है कि आरोपित महिला ने बेटे की हत्या कर शव को घी, कपूर और मसालों के साथ भुन दिया। 11 दिसंबर को हुई इस हत्या के मामले में बुधवार को फॉरेंसिक विशेषज्ञों ने अपनी राय जाहिर की है। इसमें बताया गया है कि मां ने बेटे की हत्या करने के बाद उसे आग में भूना और राख व हड्डियों को घर की छत पर फेंक दिया।
पुलिस के अनुसार महिला ने तंत्र विद्या के चक्कर में इस सारे कारनामे को अंजाम दिया है। जानकारी के मुताबिक आरोपी महिला का नाम गीता माहेनसरिया है। उसका अपने पति अनिल के साथ विवाद चल रहा है। कई सालों से दोनों अलग रहते हैं। यह घटना उस वक्त प्रकाश में आई, जब कई दिनों तक बड़े बेटे अर्जुन (25) से संपर्क नहीं होने पर पिता अनिल ने गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई थी।
बिधाननगर ईस्ट थाने की पुलिस ने पड़ताल शुरू की तो ए.जे.ब्लॉक स्थित दो मंजिला मकान में एक पुरुष की आधी जली हड्डियों के अवशेष मिले। आरोपी मां गीता और छोटे बेटे विदुर (22) को गिरफ्तार करने के बाद कोर्ट में पेश किया गया जा चुका है। दोनों पुलिस की हिरासत में हैं। फॉरेंसिक रिपोर्ट का इंतजार किया जा रहा था, जो बुधवार को आ गई है।
इसमें स्पष्ट कर दिया गया है कि उस घर में नियमित तौर पर तंत्र विद्या का अभ्यास किया जाता था। घटनास्थल से एक बड़ी कड़ाही, जले मास्क बरामद हुए। खून से सना एक पत्थर भी मिला, जिससे हत्या को अंजाम दिया गया। जलाने के बाद बची हड्डी को तौलिए में लपेट कर छत तक लाया गया। पुलिस ने सख्ती से पूछताछ की तो आरोपी गीता ने अपना गुनाह कबूल कर लिया है।
सख्ती से की गई पूछताछ के बाद उसने बताया कि जलने की बदबू को कम करने के लिए कपूर, घी व मसालों का इस्तेमाल किया गया था। हत्या, षड्यंत्र, आपराधिक साजिश सहित अन्य धाराओं के तहत मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। कोर्ट ने आरोपियों के मानसिक स्वास्थ्य के चेकअप करने का आदेश दिया है। पुलिस ने हड्डियों के सैंपल को डीएनए टेस्ट के लिए भेजा है।
पिता अनिल के मुताबिक उनके बेटे अर्जुन को हार्ट और न्यूरो से संबंधित कुछ प्रॉब्लम थी। घर में किसी तरह की आर्थिक समस्या नहीं है। बड़ा घर, दो कार, जूलरी है। छोटा बेटा ऊटी में पढ़ता है। बेटी को भी बेहतर शिक्षा मिल रही है। बिजनेस भी बढ़िया चल रहा है। पूरे परिवार को किसी तरह की आर्थिक समस्या नहीं है।
उन्होंने अपनी पत्नी को इसके लिए दोषी ठहराया। उनके मुताबिक वह शुरुआत से ही तंत्र-मंत्र के चक्कर में रहती थी और इसीलिए बेटे की बलि चढ़ा दी है। उन्होंने बताया कि पत्नी की इस तरह की हरकतों की वजह से ही वह उससे दूर रहते हैं।