यूपी की राजधानी को स्मार्ट बनाएगा ये एप, घर बैठे मिलेंगी ये सुविधाएं
लखनऊ-वन सिटीजन एप के माध्यम से लखनऊ वासी लखनऊ नगर निगम से जुड़ी शिकायतें जैसे मृत पशुओं का निस्तारण, सफाई, कचरा एकत्र होना, सड़कों और फुटपाथ की मरम्मत मलबा निस्तारण, जलभराव आदि समस्याएं को घर बैठे दर्ज करा सकेंगे।
लखनऊ। उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में नगर विकास मंत्री आशुतोष टंडन और लखनऊ की महापौर संयुक्ता भाटिया ने स्थानीय निकाय निदेशालय में लखनऊ-वन सिटीजन एप का शुभारंभ किया।
लखनऊ-वन सिटीजन एप के माध्यम से लखनऊ वासी लखनऊ नगर निगम से जुड़ी शिकायतें जैसे मृत पशुओं का निस्तारण, सफाई, कचरा एकत्र होना, सड़कों और फुटपाथ की मरम्मत मलबा निस्तारण, जलभराव आदि समस्याएं को घर बैठे दर्ज करा सकेंगे।
नगर विकास मंत्री आशुतोष टंडन ने कहा कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने टॉप-10 स्मार्ट सिटी में यूपी के 5 शहरों को शामिल करने का लक्ष्य दिया है। इसी क्रम में लखनऊ-वन सिटीजन एप को लॉन्च किया गया है। आज का युग टेक्नोलॉजी का युग है और नगर विकास विभाग निरंतर नई टेक्नोलॉजी का प्रयोग कर नागरिकों को अधिक से अधिक सुविधाएं प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध है।
उन्होंने कहा कि इस एप के माध्यम से जनता घर बैठे ही अपने मोहल्ले या वार्ड की समस्याओं को दर्ज करा सकेगी जिसकी सूचना समस्या के निस्तारण बाद उसे प्राप्त हो सकेगी। नगरवासी भवन कर कितना बकाया है, जानकर उसका भुगतान भी कर सकेंगे। साथ ही वे जन्म-मृत्यु प्रमाण पत्र के तथा आइजीआरएस पोर्टल पर दर्ज शिकायतों के संबंध में भी जानकारी ले सकेंगे।
इससे शहर की सुविधाओं में गुणात्मक सुधार आएगा और लगातार इसकी मॉनिटरिंग भी होगी। एप के मेरे आसपास सेक्शन में शहर में संचालित होने वाले 180 सामुदायिक और 189 सार्वजनिक शौचालयों, होटलों, अस्पतालों, स्कूलों, सामुदायिक भवनों, पार्क, यातायात से जुड़ी जानकारी और आसपास के एटीएम के बारे में भी जानकारी हासिल की जा सकेगी।
इसके साथ ही हेल्पलाइन एंबुलेंस सेवा, महिला सेवा, नगर निगम कॉल सेंटर और इमरजेंसी के फोन नंबर भी ऐप के इसी सेक्शन में मिल जाएंगे। मंत्री ने कहा कि जनता द्वारा इस ऐप के माध्यम से भेजी जाने वाली शिकायतों का त्वरित निस्तारण किए जाने के लिए एक कंट्रोल रूम की भी स्थापना की गई है।
इस कंट्रोल रूम में तीन पालियों में कर्मचारियों को तैनात किया गया है। इस ऐप के माध्यम से एम चालान को भी कनेक्ट किया गया है। इसके अंतर्गत स्वच्छता संबंधी नियम तोड़ने वालों का एम चालान भी किया जाएगा।