मैनेजर साहब बिना दहेज शादी कर बनना चाह रहे थे मिसाल, हुआ ऐसा बवाल

टीम भारत दीप |
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बैंक मैंनेजर चाहते थे कि वह लड़की को केवल दो जोड़ी कपड़ों के साथ ही विदा कराए।
बैंक मैंनेजर चाहते थे कि वह लड़की को केवल दो जोड़ी कपड़ों के साथ ही विदा कराए।

शादी की रस्मों के दौरा लड़की वालों ने शराब पीकर जमकर ऊधम मचाया। कन्या पक्ष की अभद्रता पर दूल्हे के मामा भड़क गए। इस पर लड़की वालों ने शादी से इंकार कर दिया।

आगरा। समाज को अच्छा संदेश देने के लिए एक बैंक मैनेजर ने बिना दहेज का​ रिश्ता तय किया।

शादी के दौरान कुछ ऐसा हुआ कि बैंक मैनेजर की शादी नहीं हुई। इसके अलावा होटल का चार लाख का बिल भी चुकाना पड़ा। इसे कहते हैैं खाया -पीया कुछ नहीं बिल चुकाया बारह आना।

दरअसल हुआ यूं कि आगरा के कोतवाली क्षेत्र के एक गांव निवासी जो एसबीआई में मैनेजर हैं और हाथरस के रहने वाले हैंं।  उनके लिए कई बड़े-बड़े रिश्ते आए दान दहेज भी खू​ब मिल रहे थे, लेकिन मैनेजर ने सामाजिक संदेश देने के लिए बिना दहेज शादी तय की।

16 दिसंबर को एक होटल में बैंक मैनेजर शादी के लिए बारात लेकर पहुंचे उधर से वधू पक्ष भी पहुंचा शादी की रस्मों के दौरा लड़की वालों ने शराब पीकर जमकर ऊधम मचाया।

कन्या पक्ष की अभद्रता पर दूल्हे के मामा भड़क गए। इस पर लड़की वालों ने शादी से इंकार कर दिया। बाद में होटल का चार लाख रुपये का बिल देकर दूल्हा पक्ष के लोग बगैर दुल्हन के ही बारात समेत हाथरस लौट आए। 

दरअसल बैंक मैंनेजर चाहते थे कि वह लड़की को केवल दो जोड़ी कपड़ों के साथ ही विदा कराए। पिछले दिनों इस युवक का तबादला हैदराबाद से आगरा हो गया।

वहां उसे एक लड़की पसंद आ गई। उसने अपने पैसों से ही पूरी शादी करने का फैसला कर लिया।बीती 16 दिसंबर को बैंक मैनेजर बारात लेकर आगरा होटल पहुंच गया।

वहां खाना चल रहा था। तभी लड़की पक्ष के लोगों ने शराब पीकर हंगामा शुरू कर दिया। दूल्हा और उसके परिवार के लोगों ने विरोध किया तो वे फिर भी नहीं माने।

इस पर दूल्हे ने खाना रुकवा दिया। इस पर दुल्हन का पिता और मामा नाराज हो गये। उन्होंने शादी से इंकार कर दिया और दुल्हन को लेकर चले गये।

दूल्हा ने होटल का चार लाख रुपये का भुगतान किया और बारात को वापस लेकर अपने गांव आ गया। यह मामला पूरे क्षेत्र में चर्चा का विषय बना है। एक फेसबुक यूजर ने लिखा खाया-पिया कुछ नहीं बिल भरा बारह आना। 


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