मुरादाबाद में चार लाख की फिरौती लेने के बाद भी व्यापारी को नहीं छोड़ा जिंदा
एसओजी प्रभारी अजयपाल ने शव की शिनाख्त कुलदीप गुप्ता मिलन विहार मझोला के रूप में की। कारोबारी की पाकबड़ा के डींगरपुर तिराहे पर वाहनों के स्पेयर पार्ट्स की दुकान है। शुक्रवार को दोपहर कुलदीप का अज्ञात लोगों ने अपहरण कर लिया था।
मुरादाबाद। कोरोना संक्रमण के बीच एक बार फिर अपराधी बेखौफ वारदातों को अंजाम दे रहे है। एक दिन पहले जहां कानपुर में एक युवक से मारपीट के बाद कार से कुचलकर मार डाला वहीं दूसरी तरफ एक व्यापारी के परिजनों से चार लाख रुपये फिरौती लेने के बाद भी मार डाला।
बदमाशों ने व्यापारी की हत्या करने के बाद बिजनौर जनपद के स्योहारा क्षेत्र मेंं शव फेंक दिया। शनिवार को शव मिलने की सूचना पर स्योहारा पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर शिनाख्त की कोशिश शुरू की।
मुरादाबाद की एसओजी टीम ने पहुंचकर शव की शिनाख्त कुलदीप गुप्ता पुत्र महावीर शरण गुप्ता निवासी मिलन विहार मझोला के रूप में की। व्यापारी की हत्या की पुष्टि होने से घर में कोहराम मच गया। परिवार वाले पुलिस से अपराधियों पर सख्त कार्रवाई की मांग कर रहे है।
जंगल में मिला व्यापारी का शव
स्योहारा थाना क्षेत्र क़े गांव गंगाधरपुर क़े जंगल में शव बरामद हुआ। सूचना मिलने पर पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर शिनाख्त कराने की कोशिश की। पुलिस ने आसपास के जनपदों से गायब हुए लोगों की जानकारी की तो पता चला कि मुरादाबाद के पाकबड़ा का एक कारोबारी शुक्रवार को गायब था
। इसके बाद बिजनौर पुलिस ने मुरादाबाद की एसओजी टीम से संपर्क किया। स्योहारा थानाध्यक्ष नरेंंद्र कुमार गौड़ की सूचना पर मुरादाबाद के पाकबड़ा निरीक्षक योगेंद्र कृष्ण यादव व एसओजी मुरादाबाद घटनास्थल पर पहुंची।
शुक्रवार को हुआ था अपहरण
एसओजी प्रभारी अजयपाल ने शव की शिनाख्त कुलदीप गुप्ता मिलन विहार मझोला के रूप में की। कारोबारी की पाकबड़ा के डींगरपुर तिराहे पर वाहनों के स्पेयर पार्ट्स की दुकान है। शुक्रवार को दोपहर कुलदीप का अज्ञात लोगों ने अपहरण कर लिया था।
प्रभारी निरीक्षक पाकबड़ा का कहना है कि कुलदीप शुक्रवार की दोपहर मझोला स्थित अपने आवास से पाकबड़ा थाना क्षेत्र स्थित दुकान पर गया था, उसी समय रास्ते में बदमाशों ने उसका अपहरण कर लिया था। इसके बाद फिरौती मांगी थी।
मृतक क़े बड़े भाई संजीव गुप्ता की तहरीर पर पाकबड़ा पुलिस ने गुमशुदगी का मुकदमा दर्ज किया था। बदमाशों ने उसकी हत्या कब और कैसे की इसकी जांच की जा रही है। एसएसपी प्रभाकर चौधरी ने बताया कि शुक्रवार रात परिवार के लोग तहरीर लेकर थाने में आए थे।
तहरीर के आधार पर मुकदमा दर्ज करने के साथ ही एसओजी टीम को लगाया गया था। मोबाइल लोकेशन नजीबाबाद मिलने के बाद परिवार को जानकारी देकर टीम को भेजा गया था। जल्द ही इस मामले का पर्दाफाश करके आरोपितों को पकड़ा जाएगा।
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