देश सुनेगा यूपी का स्नेहिल स्वर, नए आवेदकों का यूं मार्गदर्शन करेंगी नेशनल अवार्डी शिक्षिका
अपडेट हुआ है:
नए आवेदन करने वाले शिक्षकों के लिए शिक्षा मंत्रालय ने एक पहल करते हुए अनुभव प्राप्त शिक्षकों से अपनी आवाज में आवेदन की प्रक्रिया अपलोड करने को कहा है। ताकि नए शिक्षक उस वीडियो को देखकर आवदेन कर सकें।
उन्नाव। राष्ट्रीय शिक्षक पुरस्कार से सम्मानित उत्तर प्रदेश की सबसे युवा शिक्षिका स्नेहिल पांडेय के नाम एक और उपलब्धि दर्ज हो गई। वह अब अपनी आवाज में शिक्षकों को बताएंगी कैसे वह राष्ट्रीय पुरस्कार के लिए आवेदन करें, ताकि कोई गलती नहीं हो।
नवाबगंज सोहरामऊ जिला उन्नाव की रहने वाली स्नेहिल पांडेय को शिक्षा मंत्रालय से एक निर्देश मिला है कि वह एक वीडियो बनाकर अपलोड करें कि किस तरह शिक्षकों को राष्ट्रीय पुरस्कार के लिए आवदेन करना है।
हाल ही में देश भर से राष्ट्रीय शिक्षक पुरस्कार वर्ष 2021 के लिए आवेदन मंगाए गए थे। प्रत्येक प्रदेश से चयन किए गए शिक्षक की आवाज में निर्देशन का वीडियो अपलोड किया गया है। उत्तर प्रदेश से यह मौका स्नेहिल पांडेय को मिला है, शिक्षिका ने बताया कि उनके लिए यह हर्ष एवं गौरव का विषय है ।
पूरे प्रदेश के शिक्षक उस वीडियो को वेबसाइट पर देख सकते हैं और दिए गए दिशानिर्देशों के आधार पर आवेदन कर सकते हैं।शिक्षिका ने इस वॉइस ओवर के लिए सिलेक्शन होने पर बहुत ही प्रसन्न हैं।और इस खुशी का श्रेय ईश्वर और अपने पूरे परिवार तथा विद्यालय के सदस्यों को देती हैं ।
शिक्षा मंत्रालय की वेबसाइट पर देख सकेंगे वीडियो
नए आवेदन करने वाले शिक्षकों के लिए शिक्षा मंत्रालय ने एक पहल करते हुए अनुभव प्राप्त शिक्षकों से अपनी आवाज में आवेदन की प्रक्रिया अपलोड करने को कहा है। ताकि नए शिक्षक उस वीडियो को देखकर आवदेन कर सकें।
इसके लिए आवेदन कर्ता http://nationalawardstoteachers.education.gov.in पर जाकर उस अपलोडेड वीडियो को देख सकते हैं, जिसमें स्नेहिल पांडेय ने अपनी आवाज में समस्त फॉर्म भरने से संबंधित अर्हताओं एवं दिशा निर्देशों के बताएंगी।
यह वीडियो 16 मिनट 25 सेकंड का बनाया गया है। आपकों बता दें कि अभी हाल ही में शिक्षिका स्नेहिल पांडेय ने कोरोना को मात देकर घर लौटी हैं। वह पर्यावरण को समृद्ध करने के लिए स्नेह वृक्षारोपण अभियान चला रही हैं। इस अभियान के तहत पीपल एवं बरगद का पौधे रोपने के लिए लोगों को जागरूक करती हैैं।
बालिकाओं को अपने वेतन से देती हैं साइकिल
मालूम हो कि स्नेहिल पांडेय हर साल अपनी सैलरी से बालिका शिक्षा को प्रोत्साहन देने के लिए साइकिल दे रही थीं। इसके अलावा कोरोना वायरस की वजह से हुए लॉकडाउन के कारण घर से ही ऑनलाइन क्लासेस के माध्यम से बच्चों को इंग्लिश स्पीकिंग सिखाना शुरू किया है।
इसके अलावा स्वास्थ्य से संबंधित जागरूकता अभियान चला रही हैं किशोरावस्था की बच्चियों को माहवारी सुरक्षा के संबंधित जागरूकता सुझाव यूट्यूब पर वीडियो अपलोड करके देती हैं। हाल ही में कोरोना से जंग जीत कर आईं शिक्षिका ने पौधारोपण अभियान को अपनी मुहिम बना लिया है।
अभी पर्यावरण दिवस पर उन्होंने पीपल तथा बरगद के 6 पौधे लगाए एवं हर माह एक पौधा लगाने की तथा लोगों को पौधा लगाने के लिए प्रेरित करेंगी। पर्यावारण को शुद्ध बनाने के लिए जागरूकता अभियान चलाएंगी।
इसे भी पढ़ें...