अलीगढ़ में रेलवे लाइन पार करते समय महिला व उसके दो बच्चों की मौत, ऐसे बची पांच की जान
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ट्रेन की चपेट में आकर शहाना उनका 18 माह का बेटा अल्फेस व पांच वर्षीय सुभान पुत्र इश्तियाक की मौके पर ही मौत हो गई। बाकी लोग किसी तरह हादसे में बाल-बाल बच गए। हादसे के बाद स्टेशन पर खलबली मच गई। आरपीएफ व जीआरपी का फोर्स मौके पर पहुंच गया, हादसे के बाद से घर वाले बेहाल हैं।
अलीगढ़। अलीगढ़ रेलवे स्टेशन पर शुक्रवार सुबह दिल दहलाने वाला हादसा हो गया। यहां रेलवे लाइन क्रास कर रही एक महिला और उसके दो बच्चों की विक्रमशिला एक्सप्रेस की चपेट में आने से मौत हो गई। साथ में चल रहे घर वालों ने बताया कि दिल्ली में बीमार चल रही अपनी बहन को देखने के लिए जा रही थी। तभी वह हादसे का शिकार हो गई।
इंस्पेक्टर आरपीएफ चमन सिंह तोमर ने बताया कि थाना रोरावर क्षेत्र के महमूद नगर निवासी मोहम्मद अजीज की 30 वर्षीय पत्नी शहाना बेगम दिल्ली में बीमार चल रही बड़ी बहन को देखने के लिए स्टेशन पर पहुंची थी।
यहां से उन्हें ईएमयू पैसेंजर ट्रेन से दिल्ली जाना था। इसके लिए आठ लोग प्लेटफार्म संख्या पांच से चार की ओर रेलवे लाइन पार कर रहे थे। इनमें शहाना की तीन बहनों के साथ ही उनके बच्चे भी शामिल थे। इसी बीच सुबह करीब पांच बजे कानपुर से दिल्ली की ओर जा रही सुपरफास्ट विक्रमशिला एक्सप्रेस वहां से गुजरी।
प्लेटफार्म पर खड़े यात्रियों ने शोर मचाकर उन्हें रोकने की कोशिश की, लेकिन इसी बीच ट्रेन की चपेट में आकर शहाना उनका 18 माह का बेटा अल्फेस व पांच वर्षीय सुभान पुत्र इश्तियाक की मौके पर ही मौत हो गई। बाकी लोग किसी तरह हादसे में बाल-बाल बच गए।
आठ लोग पार कर रहे थे लाइन
हादसे के बाद स्टेशन पर खलबली मच गई। आरपीएफ व जीआरपी का फोर्स मौके पर पहुंच गया। हादसे के बाद से घर वाले बेहाल हैं। शुक्र है कि लोगों के रोकने पर बाकी लोग रूक गए नहीं तो सभी लोग काल के गाल में समा जाते।
मौके पर मौजूद लोगों ने बताया कि आठ लोगों का समूह रेलवे लाइन पार कर रहा था। इन लोगों ने किस लाइन पार करने से पहले एक बार भी इधर-उधर नहीं देखा जबकि ट्रेन आने के लिए सिग्नल हो चुका था। यह तो अच्छा रहा कि प्लेटफार्म पर मौजूद लोगों ने शोर मचाकर और लोगों रेलवे ट्रैक पर चढ़ने से रोका, अन्यथा आठों लोगों की मौत हो सकती थी।
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