बेटी को करता था फोन तो पिता ने अन्य साथियों संग मिलकर पीट-पीटकर कर डाली हत्या, पहचान छिपाने को जलाया शव
यहां के मोहल्ला बाड़वान निवासी रामगोपाल का पुत्र शिवम उर्फ सोनू (23) परिजनों से खाना बनाने को कहकर घर से गया था लेकिन घर नहीं लौटा। शिवम का अधजला शव बिजनौर इंटर कॉलेज व झालू बस स्टैंड के बीच झाड़ियों में पड़ा मिला।
बिजनौर। बीते दिनों उत्तर प्रदेश के बिजनौर जिले में हुए शिवम हत्याकांड का आज पुलिस ने खुलासा कर दिया। दूसरे वर्ग के एक व्यक्ति की बेटी को शिवम का भाई फोन करता था। बेटी के पिता ने अन्य के संग मिलकर शिवम की पत्थरों से पीट-पीटकर हत्या करने के बाद शव को जला दिया था। पुलिस ने मुख्य आरोपी समेत तीन आरोपियों को दबोच लिया है।
बता दें कि यहां के मोहल्ला बाड़वान निवासी रामगोपाल का पुत्र शिवम उर्फ सोनू (23) गुरुवार शाम छह बजे परिजनों से खाना बनाने को कहकर घर से गया था लेकिन घर नहीं लौटा। शुक्रवार की सुबह शिवम का अधजला शव बिजनौर इंटर कॉलेज बिजनौर व झालू बस स्टैंड के बीच झाड़ियों में पड़ा मिला।
शिवम के परिवार वालों ने असगर, उसके तीन पुत्रों नसीम, एजाद, नईम व आरिफ के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई थी। शहर कोतवाल राजेश सोलंकी के मुताबिक आरिफ, नईम, एजाद को हिरासत में लेकर जब सख्ती से पूछताछ की गई तो उन्होंने शिवम की हत्या करना कबूल कर लिया।
पुलिस के मुताबिक आरिफ ने बताया कि शिवम का भाई दीपक उसकी बेटी को फोन करता था। यह बात उसकी बेटी ने उसे बताई थी। शिवम का बड़ा भाई सागर असगर की बेटी को एक साल पहले फुसलाकर ले गया था। उसकी गर्भवती लड़की ने बच्चे को जन्म दिया है।
इस मामले में सागर जेल में बंद है। आरिफ ने असगर के पुत्रों नसीम, एजाद व नईम के साथ मिलकर शिवम की हत्या की रणनीति बनाई। आरिफ ने बताया कि पहले ही सागर उनकी बहन को भगा ले गया था, अब दीपक उसकी बेटी के साथ ऐसी हरकत कर रहा हैं।
आरिफ ने बताया कि शिवम नशा करने का आदी था और आरिफ के साथ नशा करके उसके परिवार के बारे में उल्टा सीधा बकता था। आरिफ ने गुरूवार की शाम उसे नशा कराकर इधर -उधर घुमाया। इसके बाद चारों ने पत्थर से पीटकर उसकी हत्या कर दी। शव की पहचान न हो सके इसके लिए शिवम का चेहरा पूरी तरह जला दिया।