कोरिया में बैठे भतीजे ने सात लाख रुपये देकर कराई थी चाची की हत्या, पुलिस ने यह वजह बताई
पुलिस ने उसकी सीसीटीवी फुटेज जारी किया था। शेष दोनों आरोपित श्रीकांत यादव व विश्वनाथ यादव सगे भाई हैं। वह देवरिया के मदनपुर थाने के हरदेउरा के रहने वाले हैं। पुलिस ने आरोपितों के पास से घटना में प्रयुक्त दो बाइक व एक लाइसेंसी रिवाल्वर बरामद किया है।
गोरखपुर। मुख्यमंत्री के गृह जनपद गोरखपुर के बड़हलगंज के सिधुआपार की रहने वाली पुष्पा यादव की हुई हत्या का पुलिस ने खुलासा कर दिया। पुलिस के अनुसार महिला की हत्या उसके भतीजे गोपाल यादव ने कोरिया से कराई थी।
एसएसपी डॉ. विपिन कुमार ताड़ा ने बताया कि इस हत्याकांड में शामिल तीन आरोपितों के गिरफ्तारी के बाद किया है। गिरफ्तार आरोपित बड़हलगंज के मरवटिया निवासी उमेश यादव घटना के समय सीसीटीवी फुटेज व फोटो में भी देखा गया था।
पुलिस ने उसकी सीसीटीवी फुटेज जारी किया था। शेष दोनों आरोपित श्रीकांत यादव व विश्वनाथ यादव सगे भाई हैं। वह देवरिया के मदनपुर थाने के हरदेउरा के रहने वाले हैं।
पुलिस ने आरोपितों के पास से घटना में प्रयुक्त दो बाइक व एक लाइसेंसी रिवाल्वर बरामद किया है। घटना को अंजाम देने वाले मऊ के मधुबन निवासी मिथिलेश उर्फ लालू व गोविंद यादव की बीते एक दिसंबर को बलिया के उभांव से गिरफ्तारी हो चुकी है।
22 नवंबर को मारी थाी गोली
इस हत्याकांड का राजफाश करते हुए एसएसपी ने बताया कि बीते 22 नवंबर को मिथिलेश व गोविंद ने पुष्पा यादव की गोली मारकर हत्या की थी। इस घटना के खुलासे के लिए बड़हलगंज, एसओजी व सर्विलांस की संयुक्त टीम जुटी हुई थी।
पुलिस ने घटना के सीसीटीवी में बाइक लेकर भाग रहे तीन युवकों की सीसीटीवी फुटेज की फोटो जारी की थी। इसमें उमेश यादव की फोटो को एक मुखबिर ने पहचान लिया था। बुधवार सुबह पुलिस को मुखबिर से सूचना मिली कि उमेश घटना में शामिल अन्य आरोपितों से मिलने के लिए कपरवार जा रहा है।
बड़हलगंज थाना, एसओजी व सर्विलांस की संयुक्त टीम ने इसे गंभीरता से लिया और टेढ़ियाबंधा से सीधेगौर पटना मार्ग पर उमेश यादव, श्रीकांत यादव व विश्वनाथ यादव को गिरफ्तार कर लिया। तीनों को पुलिस ने जेल भेज दिया।
इसलिए हुई हत्या
मृतका पुष्पा यादव मूलरूप से बड़हलगंज के कल्यानपुर की रहने वाली थी। उसका भतीजा गोपाल यादव कोरिया में रहता है। पुलिस के मुताबिक 2017 में पुष्पा के पति की मौत हो गई। पति के मौत के बाद पुष्पा कुछ लोगों से मिलती-जुलती थी।
यह बात गोपाल व उसके घरवालों को नहीं पसंद थी। पुलिस यह भी कहती है कि पुष्पा पहले से ही लोगों से मिलती-जुलती थी। इसी के चलते उसने गांव से हटकर बड़हलगंज के सिधुआपार में घर बनवाया था। घरवालों ने कई बार पुष्पा को मना भी किया, लेकिन वह नहीं मानी।
ऐसे बनाई हत्या की रणनीति
ग्रामपंचायत के चुनाव के दौरान गोपाल के मित्र विश्वनाथ ने उससे सात लाख रुपये मांगा था। विश्वनाथ का भाई श्रीकांत पहले भी ग्राम प्रधान रह चुका है। इस बार उसने भाभी को चुनाव लड़ाने के लिए रुपये लिया था। गोपाल ने इसके एवज में विश्वनाथ से चाची की हत्या का सौदा किया था।
विश्वनाथ व उसका भाई श्रीकांत इसके लिए तैयार हो गए। दोनों ने यह जानकारी अपने एक रिश्तेदार उमेश यादव व हरदेउरा के ही तेजू उर्फ तेज नारायण यादव से साक्षा की और बीते 17 नवंबर को पुष्पा के सिधुआपार स्थित मकान का फोटो व वीडियो गोपाल व मिथिलेश के पास भेजा।
घटना के दिन उमेश, तेजू, श्रीकांत व विश्वनाथ ने घर व उसके आस-पास की रेकी की और मिथिलेश व गोविंद ने घर में घुसकर पुष्पा की गोली मारकर हत्या कर दी ।
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