पंचनामा कर जिस शख्स को बताया गया मुर्दा, वह यूं मिला जिन्दा, मचा हड़कंप
सलेमपुर कोतवाली पुलिस ने शुक्रवार को सड़क हादसे में मरे एक व्यक्ति की शिनाख्त जिंदा शख्स के नाम पर करते हुए आनन-फानन में पंचनामा कर शव पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। लेकिन बाद में जिसके नाम से पंचनामा हुआ था वह शख्स चौराहे पर चाय पीते हुए मिला।
देवरिया। यूं तो अक्सर यूपी पुलिस के तरह—तरह कारनामें सामने आते रहते हैं। लेकिन ताजा कारनामें ने सभी को हैरान करने के साथ ही यूपी पुलिस की भी भद्द पिटवा कर रख दी। मामला प्रदेश के देवरिया जिले का है।
दरअसल यहां सलेमपुर कोतवाली पुलिस ने शुक्रवार को सड़क हादसे में मरे एक व्यक्ति की शिनाख्त जिंदा शख्स के नाम पर करते हुए आनन-फानन में पंचनामा कर शव पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। लेकिन बाद में जिसके नाम से पंचनामा हुआ था वह शख्स चौराहे पर चाय पीते हुए मिला। जब इसकी खबर पुलिस को हुई तो पुलिस महकमे में हड़कंप मच गया।
आनन—फानन में पोस्टमार्टम की प्रक्रिया को रोकते हुए अज्ञात शव को मर्चुरी में रखवा दिया गया। जानकारी के मुताबिक सलेमपुर कोतवाली क्षेत्र के नवलपुर-भागलपुर मार्ग पर धनौती ढाला के समीप शुक्रवार को करीब 11 बजे एक अज्ञात वाहन ने 55 वर्षीय व्यक्ति को रौंद डाला। आस-पास के लोगों ने उसे सीएचसी सलेमपुर पहुंचाया जहां चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
वहीं सूचना पर पहुंची सलेमपुर कोतवाली पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर शिनाख्त कराने की कोशिश करने लगी। मईल थाना क्षेत्र के श्रीनगर गांव के रहने वाले रविन्द्र परिवार के सदस्यों के साथ अस्पताल पहुंचे। पुलिस ने मृतक का कपड़ा दिखाया तो रविन्द्र ने शव की शिनाख्त अपने पिता फुलेसर राजभर उर्फ मेड़ा राजभर (55) के रुप में किया। फुलेसर की मौत की सूचना मिलते ही घर में कोहराम मच गया।
कुछ देर बाद परिवार व गांव के लोग सलेमपुर कोतवाली पहुंचे तो पुलिस ने पंचनामा भर कर शव को पोस्टमार्टम के लिए जिला मुख्यालय भेज दिया। इधर श्रीनगर गांव का एक युवक चौराहे पर पहुंचा तो देखा कि फुलेसर वहां एक दुकान में चाय पी रहे हैं। उसने यह जानकारी फुलेसर के परिजनों को दी और खुद फुलेसर को अपनी बाइक से लेकर उनके घर पहुंचा। यहां पर पहले से ही रोना-पीटना मचा था।
फुलेसर को देख कर कोहराम वाले घर में खुशी लौट आई। वहीं गांव वालों ने इसकी सूचना मईल के थानेदार को दी। मईल पुलिस ने अज्ञात युवक की शिनाख्त गलत व्यक्ति के रुप में होने की जानकारी सलेमपुर के कोतवाल नवीन मिश्रा को दी। सूचना मिलते ही पुलिस महकमे में हड़कंप मच गया। बताया गया कि उन्होंने इसके बारे में उच्चाधिकारियों को सूचित किया।
तब पुलिस ने तत्काल डाक्टर से सम्पर्क कर शव का पोस्टमार्टम करने से रोकवा दिया। जिसके बाद पुलिस ने राहत की सांस महसूस की । वहीं शव को पचान के लिए मोर्चरी में रखवा दिया गया है। वहीं मामले में कोतवाल, सलेमपुर नवीन कुमार मिश्रा के मुताबिक हल्का दरोगा ने शव की शिनाख्त उसके बेटे रविन्द्र द्वारा करने के बाद पंचनामा कराया गया था।
बाद में फुलेसर के जिंदा होने की जानकारी मिली। जिससे शव का पोस्टमार्टम रुकवाया दिया गया है। शव की शिनाख्त कराने का प्रयास किया जा रहा है।