जिस शख्स के कत्ल के आरोप में सालों सजा काटते रहे चार लोग, वह यूं घूमता मिला

टीम भारत दीप |

जोखन तिवारी अपनी पत्नी से छुप-छुप कर मिलने भी आया करता था।
जोखन तिवारी अपनी पत्नी से छुप-छुप कर मिलने भी आया करता था।

13 साल पहले अपहरण और हत्या की साजिश रचकर गांव के चार लोगों के खिलाफ संबंधित मामले में मुकदमा दर्ज कर जेल की सलाखों के पीछे भेज दिया गया था। उसी मामले में 13 साल बाद आरोपियों के परिजनों ने उस शख्स को जिंदा देखा तो उनके होश उड़ गए। इसकी सूचना उन्होंने पुलिस को दी। पुलिस ने आरोपी को हिरासत में ले लिया।

भदोही। देश के सबसे बड़े सूबे उत्तर प्रदेश के भदोही से बड़ा चौंकाने वाला मामला सामने आया है। दरअसल यहां एक शख्स जिसके कत्ल के आरोप में चार लोगों को सालों तक सलाखों के पीछे रहना पड़ा। वहीं शख्स जब जिन्दा सामने दिखाई दिया तो सभी लोगों के होश उड़ गए। जानकारी के मुताबिक मामला भदोही के गोपीगंज थाना क्षेत्र के चकनिरंजन गांव का है। 

 बताया गया कि चकनिरंजन गांव में 13 साल पहले अपहरण और हत्या की साजिश रचकर गांव के चार लोगों के खिलाफ संबंधित मामले में मुकदमा दर्ज कर जेल की सलाखों के पीछे भेज दिया गया था। उसी मामले में 13 साल बाद आरोपियों के परिजनों ने उस शख्स को जिंदा देखा तो उनके होश उड़ गए। इसकी सूचना उन्होंने पुलिस को दी। पुलिस ने आरोपी को हिरासत में ले लिया।

घटना के बारे में अपहरण, हत्या के मामले में आरोपी चकनिरंजन गांव निवासी दूधनाथ तिवारी ने बताया कि सन 2008 में उनके पड़ोसी जोखन तिवारी ने मेरी पत्नी को किसी बात को लेकर मारा पीटा था। जिसका विरोध करने के बाद उसने मेरे पूरे परिवार को फंसाने की साजिश रची थी।

बताया गया कि साजिश के तहत जोखन ने गांव से थोड़ी ही दूरी पर अपने पाही में कुत्ते को मारकर उसका खून आसपास फैला दिया था। इसके बाद वह खुद गायब हो गया था। बताया गया कि इस मामले में जोखन के परिजनों ने उनके परिवार पर हत्या का मुकदमा दर्ज कराया था। इसमें दूधनाथ तिवारी, उनके भाई काशीनाथ तिवारी भी शामिल रहे।

वहीं, जौनपुर जिले के थाना रामपुर थाना क्षेत्र के नेवादा के रहने वाले उनके दो साले वंश नाथ तिवारी और छोटन तिवारी को भी इस मामले में आरोपी बनाया गया था। बताया गया कि इनके खिलाफ गोपीगंज थाने में धारा 364 के तहत मुकदमा दर्ज हुआ था। जिसमें चारों को जेल भेज दिया गया था। चार साल तक सलाखों के पीछे रहने वाले चारों लोगों को हाईकोर्ट से जमानत मिली थी। 

उन्होंने बताया कि लगभग 13 साल बाद जोखन तिवारी बुधवार की सुबह छिप-छिपाकर अपने घर आया था। जिसे उनकी पत्नी शकुंतला ने देख लिया था। बताया गया कि इसके बाद उन्होंने इसकी जानकारी पति दूधनाथ को दी। फिर तुरंत इसकी सूचना पीआरबी 2290 को दी गई। वहीं मौके पर पहुंची पीआरबी ने जोखन तिवारी को हिरासत में ले लिया और गोपीगंज थाना ले आई।

जहां पुलिस मामले की जांच में जुट गई। वहीं दूधनाथ के परिजनों ने आरोप लगाया कि जोखन तिवारी अपनी पत्नी से छुप-छुप कर मिलने भी आया करता था। जिसका परिणाम था कि गायब होने के बाद भी उसको दो पुत्र पैदा हुए थे। उसी के बाद से हम लोगों को शक था कि जोखन तिवारी जिंदा है। इसकी तलाश में हम लोग जुटे हुए थे।

मामले में कोतवाल के.के. सिंह के मुताबिक जोखन को हिरासत में ले लिया गया है। उससे पूछताछ की जा रही है। जांच के बाद ही आगे कुछ कहा जा सकेगा। 


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