दुष्कर्म पीड़िता ने दिया बच्ची को जन्म, आरोपी की पत्नी बोलीं वह बच्चे पैदा करने लायक ही नहीं
जेल में बंद दुष्कर्म के आरोपी मुरारी की उम्र 55 साल है। मुरारी की पत्नी ने डीएनए रिपोर्ट पर सवाल खड़े किए हैं। उसने पति को फंसाए जाने का आरोप लगाया है। उसका कहना है कि उसके पति तो पिता बनने के लायक ही नहीं हैं, इसलिए उनका दोबारा मेडिकल परीक्षण कराया जाए।
मुरादाबाद। मुरादाबाद में दुष्कर्म के मामले में रोचक मामला सामने आया है। यहां दुष्कर्म की शिकार किशोरी ने एक बच्ची को जन्म दिया। पुलिस ने सामूहिक दुष्कर्म के बाद बच्ची के असली पिता का पता लगाने के लिए आरोपी का डीएनए टेस्ट कराया ।
टेस्ट में उक्त आरोपी का बच्ची के डीएनए से मिलान हो गया। इससे साबित हुआ कि उक्त बच्ची उसी की है। इसके बाद आरोपी युवक की पत्नी बोली वह तो पिता बनने लायक ही नहीं है। क्योंकि शादी के 30 साल बाद भी हमारी कोई संतान नहीं है। ऐसे में उनका डीएनए मिलना सहीं नहीं है, इसलिए उनका फिर से डीएनए टेस्ट कराया जाए।
महिला बोली मेरे पति को फंसाया जा रहा है
जेल में बंद दुष्कर्म के आरोपी मुरारी की उम्र 55 साल है। मुरारी की पत्नी ने डीएनए रिपोर्ट पर सवाल खड़े किए हैं। उसने पति को फंसाए जाने का आरोप लगाया है। उसका कहना है कि उसके पति तो पिता बनने के लायक ही नहीं हैं, इसलिए उनका दोबारा मेडिकल परीक्षण कराया जाए।
यह रोचक मामला अमरोहा जिले के डिडौली कोतवाली क्षेत्र के एक गांव का है। बीते साल यहां एक किशोरी से सामूहिक दुष्कर्म हुआ था। इस मामले में पुलिस ने गांव के ही मुरारी, सुमेरी, विनोद व सतेंद्र के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कर जेल भेज दिया था। सुमेरी जमानत पर छूट आया।
इस घटना के बाद किशोरी गर्भवती हो गई थी। उसने बेटी को जन्म दिया। अब सामूहिक दुष्कर्म की घटना में बिन ब्याही नाबालिग मां की बेटी का पिता कौन है। इसका पता लगाने के लिए डीएनए टेस्ट कराया गया। डीएनए रिपोर्ट में मुरारी के पिता होने की पुष्टि हुई।
हैरत की बात तो यह है कि आरोपित मुरारी की उम्र 55 साल है। जबकि पीड़िता की उम्र घटना के समय मात्र 13 साल आठ महीने थी। डीएनए रिपोर्ट आने के बाद आरोपित मुरारी की पत्नी ने सवाल खड़े किए हैं। उसका कहना है कि पति को फंसाया जा रहा है। वह पति का दोबारा चिकित्सीय परीक्षण कराना चाहती है। इसका तर्क देते हुए बताया कि शादी के 30 साल बाद भी उनके कोई संतान नहीं है।
खुद की नहीं है कोई संतान
डीएनए रिपोर्ट की पुष्टि के बाद भी आरोपित मुरारी की पत्नी नन्हीं देवी इसे मानने को तैयार नहीं हैंं। उसका कहना है कि वर्ष 1991 में उनकी शादी हुई थी। परंतु उनके घर में संतान जन्म नहीं ले सकी। कई बार मुरारी व अपने चेकअप कराए।
जिसमें मुरारी पिता बनने लायक नहीं निकले थे। ऐसे में अब वह कैसे पिता बन सकते हैं। आरोप लगाया कि डीएनए रिपोर्ट में साजिश है। वह अपने पति की दोबारा जांच कराना चाहती हैं। जल्द ही इस संबंध में अदालत की शरण लेंगी।
सामूहिक दुष्कर्म के मामले में जेल गए शेष तीन आरोपित विनोद, सतेंद्र व सुमेरी हैं। सुमेरी जेल से जमानत पर छूट आया है। आरोपित सुमेरी ने,बताया कि हम तीनों ने ही डीएनए टेस्ट कराने की मांग की थी। इस पर पीड़िता के परिजन भी तैयार हो गए थे। कहा कि जो भी है सच सामने आना चाहिए।