'खड़ी हल्दी' के मंचन ने कुछ यूं गुदगुदाया, बयां की कोरोनाकाल की ये तस्वीर
मंगलवार को श्री रंग कला सेवा संस्थान, लखनऊ (रंगमंडल) द्वारा नवीनतम हास्य नाटय प्रस्तुति "खड़ी-हल्दी" का मंचन किया गया। राजधानी के संगीत नाटक अकादमी में आयोजित कार्यक्रम का बतौर मुख्य अतिथि शहर की महापौर सयुंक्ता भाटिया एवं वरिष्ट पत्रकार अजय कुमार शुभारंभ किया।
लखनऊ। कोरोनाकाल ने हम सभी को बहुत कुछ सिखाया और समझाया भी। इसने जीवन के तमाम पहलुओं को प्रभावित किया है। इन्हीं सब पहलुओं को कॉकटेल के रूप मंच पर उतार लोगों को गुदगुदाने की बखूबी कोशिश मंगलवार को नाटक 'खड़ी हल्दी' के मंचन के रूप में नजर आई। जिसका साक्षी राजधानी स्थित एसएनए का संत गाडगे सभागार बना।
दरअसल मंगलवार को श्री रंग कला सेवा संस्थान, लखनऊ (रंगमंडल) द्वारा नवीनतम हास्य नाटय प्रस्तुति "खड़ी-हल्दी" का मंचन किया गया। राजधानी के संगीत नाटक अकादमी में आयोजित कार्यक्रम का बतौर मुख्य अतिथि शहर की महापौर सयुंक्ता भाटिया एवं वरिष्ट पत्रकार अजय कुमार शुभारंभ किया।
नाटक खड़ी-हल्दी के लेखक युवराज ने आम परिवार के कोविड-19 में जीवन यापन को बखूबी दर्शाया है। नाटक में एक पिता जोकि जितना बाहर से सख्त है,अंदर से वह उतना ही सरल। वहीं एक माँ जिसकी दुनिया उसके घर की रसोई से शुरू हो कर महीने की राशन लिस्ट पर खत्म हो जाती है।
छोटा भाई जो घर के माहौल को हल्का करने में अहम भूमिका निभाता है और एक बड़ा भाई जो बहुत छोटी उम्र से ही बहुत बड़े सपने देख रहा है। चारों की छोटी सी दुनिया है और उसमें होने वाले छोटे-छोटे किस्सों को सरलता से मंचन के जरिए दर्शाने की बखूबी कोशिश की गई है।
नाटक कोविड-19 की महामारी में आम परिवार का दैनिक जीवन-यापन दिखाने के साथ - साथ स्वछता का महत्व भी सिखाता है। कार्यक्रम के आयोजक सत्यवान जायसवाल तथा इसका निर्देशन कर रहे विवेक मिश्रा 'विष्णु" ने शानदार नाटक एवं अभिनय को मंच पर उतरा |
मंचन में राहुल मिश्रा, पीहू गुप्ता, शिवम् सिंह आदि ने अपने अभिनय से मंचन को जीवंत बना दिया।