सामने आया शबनम की वायरल फोटो का सच, जाने पूरा मामला

टीम भारत दीप |

सीसी कैमरे  में  महिला बंदी रक्षक का पति मोबाइल लेकर महिला बैरक की ओर जाता दिखाई दिया।
सीसी कैमरे में महिला बंदी रक्षक का पति मोबाइल लेकर महिला बैरक की ओर जाता दिखाई दिया।

रामपुर जिला जेल में गणतंत्र दिवस के मौके पर बंदियों द्वारा कार्यक्रम आयोजित किया गया था। इस दौरान महिला बंदी रक्षक ने शबनम और एक अन्य महिला कैदी आरती की फोटो अपने पति के मोबाइल से खींच ली थी। उसका पति भी जेल में बंदी रक्षक है। इसके बाद फोटो वायरल हो गई।

रामपुर। अपने प्यार को पाने की खातिर अपनों की खून से हाथ रंगने वाली हत्यारित शबनम फिर सुर्खियों  में है।  ज्ञात हो कि एक प्रतिष्ठित अखबार ने शबनम की दिनचर्या पर विस्तृत स्टोरी अपने पोर्टल पर प्रकाशित की थी, उसमें बताया था कि आरोपित शबनम को फांसी की कोई चिंता नहीं है।

वह जेल में काफी खुश उस अखबार ने अपने पोर्टल पर शबनम की हसंती हुई एक फोटो भी चलाई थी जो खूब वायरल हुई थी। फोटो वायरल होने के बाद जेल प्रशासन से लेकर जिला प्रशासन तक परेशान हो गया था। क्योंकि जेल के अंदर से किसी कैदी की फोटो लेना सख्त मना है।

इस पर जांच बैठाई गई। जांच में खुलासा हुआ कि यह फोटो 15 अगस्त को हुए कार्यक्रम में एक आरक्षक ने अपनी मोबाइल से लिया था। जिसे जेल प्रशासन ने निलंबित कर दिया और शबनम और फोटो में दिख रही दूसरी कैदी को भी रामपुर से बरेली जेल शिफ्ट कर दिया गया ।

जानकारी के अनुसार फोटो वायरल होने में जेल के बंदी रक्षक पति-पत्नी दोषी पाए गए। उन दोनों को निलंबित कर दिया गया है। कार्रवाई फोटो जेल से बाहर जाने पर की गई है। इसके साथ ही शबनम को भी रामपुर जेल से बरेली शिफ्ट कर दिया गया है।

गणतंत्र दिवस पर ली गई थी फोटो

रामपुर जिला जेल में गणतंत्र दिवस के मौके पर बंदियों द्वारा कार्यक्रम आयोजित किया गया था। इस दौरान महिला बंदी रक्षक ने शबनम और एक अन्य महिला कैदी आरती की फोटो अपने पति के मोबाइल से खींच ली थी।

उसका पति भी जेल में बंदी रक्षक है। इसके बाद फोटो वायरल हो गई। जिलाधिकारी आन्जनेय कुमार सिंह ने अपर जिलाधिकारी राम भरत तिवारी के निर्देशन में जेल अधीक्षक पीडी सलौनिया को जांच सौंपी।

अफसरों ने जब गणतंत्र दिवस के दिन की सीसी कैमरे की रिकार्डिंग चेक की तो महिला बंदी रक्षक का पति मोबाइल लेकर महिला बैरक की ओर जाता दिखाई दिया। इसके बाद दोनों से पूछताछ की गई तो दोनों ने अपना गुनाह कबूल कर लिया। 

जेल प्रशासन ने डीएम को सौंपी रिपोर्ट

जांच में वायरल फोटो का यही सच सामने आया, जिसकी रिपोर्ट जेल प्रशासन ने जिलाधिकारी समेत जेल के उच्चाधिकारियों को भेजी। इसके बाद वरिष्ठ अधीक्षक मंडल कारागार मुरादाबाद ने महिला बंदी रक्षक नाहिद बी और उसके पति बंदी रक्षक शुएब खां को निलंबित कर दिया।

जेल अधीक्षक पीडी सलौनिया ने बताया कि जेल के सीसी कैमरे की रिकार्डिंग के अलावा फोटो में नजर आ रही दोनों महिला कैदियों से भी पूछताछ की गई थी। दोनों ने फोटो खींचने वाली महिला बंदी रक्षक का नाम लिया था।

फोटो की दूसरी महिला भी है हत्यारिन

वायरल फोटो में शबनम के साथ दूसरी महिला कैदी आरती है। आरती भी हत्या के मुकदमे में आजीवन कारावास की सजा काट रही है और शबनम के साथ ही मुरादाबाद जेल से यहां स्थानांतरण पर आई थी।

अब दोनों को ही बरेली जिला कारागार भेज दिया है। जिलाधिकारी आन्जनेय कुमार सिंह ने बताया कि बंदी रक्षक जेल में मोबाइल नहीं ले जा सकते हैं, जबकि सीसी कैमरे में बंदी रक्षक मोबाइल हाथ में लिए नजर आ रहा है।


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