सामने आया उन्नाव केस का सच, जिंदा बची तीसरी किशोरी ने दर्ज कराया बयान

टीम भारत दीप |

भर्ती किशोरी को नहीं पता था कि उसकी बुआ व चचेरी बहन की मौत हो चुकी है, जब वह होश में आई  तो सहम गई।
भर्ती किशोरी को नहीं पता था कि उसकी बुआ व चचेरी बहन की मौत हो चुकी है, जब वह होश में आई तो सहम गई।

किशोरी ने बताया हम तीनों कुरकुरे के पैकेट लेकर खेत गए थे। चारा काटने के बाद वहीं बैठे थे। तभी लंबू हत्यारोपी विनय और सचिन भी कुरकुरे लेकर आए। हम सभी कुरकुरे खाने लगे। तीखा लगा तो विनय ने पानी की बोतल दे दी। बुआ और चचेरी बहन मुझसे बोतल छीनकर पानी पी गईं।

उन्नाव। उन्नाव कांड की पीड़ित किशोरी अब स्वस्थ हो रही है। मंगलवार को स्वास्थ्य सही होने पर मजिस्ट्रेट के सामने उसने  बयान दर्ज करवाए। किशोरी ने बताया हम तीनों कुरकुरे के पैकेट लेकर खेत गए थे।

चारा काटने के बाद वहीं बैठे थे। तभी लंबू हत्यारोपी विनय और सचिन भी कुरकुरे लेकर आए। हम सभी कुरकुरे खाने लगे। तीखा लगा तो विनय ने पानी की बोतल दे दी। बुआ और चचेरी बहन मुझसे बोतल छीनकर पानी पी गईं।

आखिर में थोड़ा पानी बचा तो मैंने पी लिया। इसके बाद हम तीनों छटपटाने लगे तो लंबू व सचिन वहां से भाग निकले उन्नाव कांड की पीड़िता और प्रत्यक्षदर्शी किशोरी ने उस शाम की दास्तां मंगलवार को मजिस्ट्रेट के सामने बयां की।

मजिस्ट्रेटी बयान में पीड़िता ने वारदात की एक-एक बात बताई। सूत्रों के मुताबिक जेल भेजे गए आरोपियों ने जो तथ्य बताए थे, पीड़िता ने उसकी पुष्टि की है। उसने बताया कि विनय उससे जबरन दोस्ती करना चाहता था। उसने इंकार कर दिया तो वह दबाव बनाने का प्रयास करने लगा। फिर भी कामयाब न होने पर उसने वारदात को अंजाम दिया। यही बात आरोपियों ने भी पुलिस की पूछताछ में बताईं थीं। 
  
पानी पीने के बाद हुई बेचैनी

पीड़िता ने अपने बयान में बताया कि वारदात की शाम विनय और सचिन जब उसके पास आए थे तो बहुत ही शांत थे। अंदाजा नहीं लगा था कि वह पानी की बोतल में जहर घोलकर लाए हैं। किशोरी के मुताबिक पानी पीने के कुछ मिनट बाद अचानक पूरे शरीर में कुछ होने लगा। ऐसा लगा कि दम घुट जाएगा। मुंह से झाग गिरने लगा। इसी दौरान दोनों वहां से भाग निकले।
 
 बुआ और बहन की मौत पर सहमी 

एक साथ तीनों किशोरियों की तबीयत बिगड़ी थी। लिहाजा रीजेंसी में भर्ती किशोरी को नहीं पता था कि उसकी बुआ व चचेरी बहन की मौत हो चुकी है। जब वह होश में आई और इस बारे में उसको जानकारी मिली तो सहम गई। उसको यकीन नहीं हो पा रहा है कि वह दोनों अब दुनिया में नहीं रही। पीड़िता के चेहरे पर अफसोस भी दिख रहा है।

पीड़िता की हिम्मत को सलाम है। जब उससे पूछा गया कि क्या विनय व सचिन ने उसके साथ किसी तरह की जबरदस्ती की तो  उसने बहुत तेजी से जवाब दिया। उसने कहा कि अगर वह ऐसा करते तो उनको वहीं पीट देती। इससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि वह कितनी हिम्मती है। जहर पिलाकर उसे धोखा दिया गया।
 
दो किशोरियों की मौत से मचा था हड़कंप

मालूम हो कि तीन किशोरियां चारा काटने गई थी, घर नहीं लौटने पर परिजनों ने तलाश किया तो तीनों सरसों के खेत में अचेतअवस्था में मिली थी। बाद में अस्पताल पहुंचने पर डाॅक्टरों ने दो किशोरियों यानि बुआ और भतीजी को मृत घोषित कर दिया था।

तीसरी किशोरी का कानपुर के एक अस्पातल में इलाज चल रहा है वह अब खतरे से बाहर है। इस घटना के बाद पूरे प्रदेश में राजनीतिक माहौल गर्म हो गया था। राजनीतिक दलों ने सरकार को घेरने के लिए धरना प्रर्दशन तक शुरू कर दिया था, लेकिन पुलिस की सही जांच से इस घटना का जल्द ही पर्दाफाश हो गया। 


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