महंत को भू-समाधि देने पहुंचे संतों की आवाज:चेला-गुरू को उलझा कर कोई ले रहा लाभ, हो सीबीआई जांच

टीम भारत दीप |

षोडशी भंडारा के बाद अखाड़ा परिषद के नए अध्यक्ष के बारे में चर्चा होगी।
षोडशी भंडारा के बाद अखाड़ा परिषद के नए अध्यक्ष के बारे में चर्चा होगी।

अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत नरेंद्र गिरि को उनकी मौत के तीसरे रोज आज बुधवार को बाघंबरी मठ में भू-समाधि दे दी गई है। अब महंत ब्रह्म में लीन हो गए हैं। उनकी अंतिम प्रक्रिया नरेंद्र गिरि के सुसाइड नोट में घोषित उत्तराधिकारी बलवीर ने संपन्न कराई। इस मौके पर भारी तादाद में साधू—संतों का यहां जमावड़ा रहा।

प्रयागराज। अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत नरेंद्र गिरि को उनकी मौत के तीसरे रोज आज बुधवार को बाघंबरी मठ में भू-समाधि दे दी गई है। अब महंत ब्रह्म में लीन हो गए हैं। उनकी अंतिम प्रक्रिया नरेंद्र गिरि के सुसाइड नोट में घोषित उत्तराधिकारी बलवीर ने संपन्न कराई। इस मौके पर भारी तादाद में साधू—संतों का यहां जमावड़ा रहा।

इससे पहले उनके पार्थिव शरीर का स्वरूप रानी नेहरू हॉस्पिटल में 5 डॉक्टरों के पैनल ने पोस्टमार्टम किया। वहीं संत समाज में महंत नरेंद्र गिरि की मौत से कहीं आक्रोश तो कहीं शोक की लहर छाई हुई है। इस बीच महंत शंकराचार्य देवेन्द्रानंद सरस्वती ने कहा कि चेला-गुरु को उलझा कर कोई तीसरी शक्ति लाभ लेना चाहती है। कहा गया कि मामले की CBI जांच होनी चाहिए।

जिससे दूध का दूध और पानी का पानी हो सके। वहीं महामंडलेश्वर महेशानंद ने कहा कि सभी दुखी हैं, क्योंकि आज हमारे अखाड़े का सेनापति चला है। ये सबसे कष्टदायक है। महंत जी की मौत पर जांच की मांग हमने की है। कोई हत्या तो कोई आत्महत्या बता रहा है। उधर बनारस के शंकराचार्य देवेन्द्रानंद सरस्वती ने कहा कि यह आत्महत्या नहीं, हत्या है।

मैं उन्हें जानता था, वह कभी भी लिखते नहीं थे, शिष्य ही हमेशा लिखकर लाते थे। वह बस साइन करते थे। उनके मुताबिक चेला, गुरु को उलझा कर तीसरी शक्ति इसमें फायदा लेना चाह रही है। कहा गया कि अखाड़े के पंच जो निर्णय लेंगे वही सबको स्वीकार होगा। इधर महाराष्ट्र माटुंगा महामंडलेश्वर शंकरानंद सरस्वती ने भी कहा कि मामले की जांच होनी चाहिए।

सीएम योगी आदित्यनाथ गंभीरता से मामले की पड़ताल करा रहे हैं। हमारी मांग है कि सच हर हाल में सामने आना चाहिए। वहीं अखाड़ा परिषद के अंतरराष्ट्रीय महामंत्री हरि गिरि के मुताबिक महंत नरेंद्र गिरि के ब्रह्मलीन होने पर अखाड़ों में 7 दिवसीय शोक घोषित किया गया है।

षोडशी भंडारा 5 तारीख को होगा। बताया गया कि उसके पहले अखाड़ा परिषद की एक गुप्त टीम भी महंत नरेंद्र गिरि की मौत की आंतरिक जांच करेगी। बताया गया कि षोडशी भंडारा के बाद अखाड़ा परिषद के नए अध्यक्ष के बारे में चर्चा होगी।


 


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