कोरोना संक्रमण बढ़ने से फिर थमे देश की पहली कारपोरेट ट्रेन तेजस के पहिए
लखनऊ से चलकर दिल्ली जाने वाली देश की पहली कॉरपोरेट ट्रेन तेजस का संचालन 23 नवंबर से अगले आदेश तक के लिए बंद कर दिया गया है। मालूम हो कि इस ट्रेन का किराया ज्यादा होने और दिल्ली में कोरोना वायरस के संक्रमण दर बढ़ने से टिकट की कम बिक्री हो रही थी। इसलिए यह ट्रेन घाटे में जा रही है।
लखनऊ । लखनऊ से चलकर दिल्ली जाने वाली देश की पहली कॉरपोरेट ट्रेन तेजस का संचालन 23 नवंबर से अगले आदेश तक के लिए बंद कर दिया गया है।
मालूम हो कि इस ट्रेन का किराया ज्यादा होने और दिल्ली में कोरोना वायरस के संक्रमण दर बढ़ने से टिकट की कम बिक्री हो रही थी। इसलिए यह ट्रेन घाटे में जा रही है। यात्रियों के लिए कुछ दिन यह पसंदीदा ट्रेन बनी रही।
लखनऊ-नई दिल्ली के बीच चल रही तेजस का संचालन आईआरटीसी कर रहा था। कोरोना काल में 23 नवंबर के बाद 20 से 30 यात्री ही रोजाना सीटों की बुकिंंग करा रहे थे। ट्रेन में यात्री न के बराबर जा रहे थे।
फ्लैक्सी किराये से महंगा सफर यात्रियों को राहत नहीं दे सका। ऐसे में रेलवे बोर्ड ने आईआरटीसी को 23 नवंबर से अगले आदेश तक ट्रेन को निरस्त करने के आदेश दिए हैं। यह ट्रेन पहली बार 4 अक्टूबर को पहली बार लखनऊ से यात्रियों के साथ चली थी।
इस ट्रेन के लिए टिकट बुकिंग 21 सितंबर से शुरू हो चुकी थी। लखनऊ से नई दिल्ली का एसी चेयरकार का शुरुआती किराया 1125 रुपये रखा गया था। जबकि चार अक्टूबर को शताब्दी एक्सप्रेस का चेयरकार का किराया 1180 रुपये था।
तेजस स्पेशल का एक्जक्यूटिव क्लास का लखनऊ से नई दिल्ली का किराया 2310 रुपये था। शताब्दी एक्सप्रेस में अनुभूति कोच का किराया 2255 रुपये चल रहा था। इस लिहाज से तेजस के यात्रियों को 55 रुपये ज्यादा देने होते थे।
मालूम हो कि यह ट्रेन अपने अत्याधुनिक सुविधाओं के कारण काफी पंसद की जा रही थी, लेकिन किराया महंगा होने की वजह से यात्रियों का रूझान इस ओर कम हो गया था। इसके अलावा दिल्ली कोरोना मरीजों की संख्या एक बार फिर तेजी से बढ़ रहीं है, इसलिए लोग अब दिल्ली जाने से बच रहे है।