अंधविश्वास के फेर में पड़कर पति और बेटे की जान लेने वाली महिला ने अंतिम सांस ली
गुलनाज को स्थानीय अस्पताल में भर्ती कराया गया। होश में आने के बाद गुलनाज ने अपने बहन व बहनोई के साथ तंत्र-मंत्र के चक्कर में हत्या की बात बताई। पुलिस ने बहन व बहनोई समेत गुलनाज के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कर जेल भेजवाया।
कौशांबी। कौशांबी जिले की पिपरी थाना क्षेत्र के चायल कस्बे में बेटे व पति की हत्या के आरोप में जेल में बंद महिला ने शुक्रवार को इलाज के दौरान प्रयागराज के एसआरएन अस्पताल में दम तोड़ दिया। मौके पर पहुंची पुलिस ने शव पोस्टमार्टम के लिए भेजा।
चायल कस्बा निवासी वकील अहमद पत्नी गुलनाज बेगम व तीन बच्चे अनवर, वाजिहा व मायरा खातून के साथ रहकर सिलाई का काम करता था। लॉकडाउन के चलते वह परिवार सहित मुंबई से अपने गांव लौट आया।
वकील अहमद ने अपने गांव में ही झाड फंूक का काम करता था। तंत्र-मंत्र के लिए अंधविश्वासियों को उसका साढ़ू बबलू अहमद निवासी बेगम सराय मुंडेरा प्रयागराज लाया करता था। 18 नवंबर को वकील अहमद का साढ़ू अपनी पत्नी व सास के साथ उसके घर पहुंचा।
20 नवंबर की रात कराहने की आवाज वकील अहमद के घर में सुनाई पड़ी तो पड़ोसियों को शक हुआ। भोर में पहुंची पुलिस ने घर के भीतर से वकील अहमद व उसके बेटे अनवर की लाश पड़ी देखी। जबकि गुलनाज बदहवास हालत में पड़ी थी। साढ़ू व उसके परिवार के लोग फरार हो गए थे। मोहल्ले के लोगों ने तंत्र-मंत्र के चक्कर में बलि की आशंका जाहिर की।
तंत्र- मंत्र के फेर में हत्या कबूल किया
गुलनाज को स्थानीय अस्पताल में भर्ती कराया गया। होश में आने के बाद गुलनाज ने अपने बहन व बहनोई के साथ तंत्र-मंत्र के चक्कर में हत्या की बात बताई। पुलिस ने बहन व बहनोई समेत गुलनाज के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कर जेल भेजवाया।
आठ मार्च को जेल में निरुद्ध गुलनाज की हालत बिगड़ी। जेल प्रशासन ने उसे प्रयागराज के एसआरएन अस्पताल में भर्ती कराया। इलाज के दौरान गुलनाज की मौत हो गई।
इस संबंध में सीओ चायल श्यामकांत का कहना है कि विचाराधीन बंदी गुलनाज के मौत की सूचना मिली है। हालांकि जेल की तरफ से अधिकारिक पुष्टि का मामला संज्ञान में नहीं है। इसका पता लगाया जा रहा है।