देवरियों में चोरों ने पुलिस को दी चुनौती एसओजी परिसर से चुरा ले गए बोलेरो
काफी तलाश के बाद भी एसओजी के वाहन का पता नहीं चल सका। अभी तक जनतो चोरों से परेशान थी, अब देवरिया में तैनात पुलिस जवानों को परेशान कर दिया है। पुलिस वाले अब अपनी इज्जत बचाने के लिए चोरों का पता लगाने में जुटे है।
देवरिया। लग रहा प्रदेश में अब अपराधियों को पुलिस का तनिक भी भय नहीं बचा है तभी तो रोज उन्हें नई— नई चुनौती देने से बाज नहीं आ रहे है। ताजा मामला उत्तर प्रदेश के देवरिया जिले से सामने आया है।
यहां बेखौफ चोरों ने एसओजी परिसर से एसओजी की गाड़ी होली के पूर्व 28 मार्च उड़ा ले गए। होली के दिन सुबह होने पर जब एसओजी की गाड़ी नहीं मिली तो परेशान हो गए। काफी तलाश के बाद भी एसओजी के वाहन का पता नहीं चल सका।
अभी तक जनतो चोरों से परेशान थी, अब देवरिया में तैनात पुलिस जवानों को परेशान कर दिया है। पुलिस वाले अब अपनी इज्जत बचाने के लिए चोरों का पता लगाने में जुटे है।
सीसीटीवी फुटेज से तलाश रही चोर
चोरी गए वाहन का पता लगाने के लिए देवरिया पुलिस अब शहर में लगे सीसीटीवी फुटेज खंगाल रहीं हैं। एसओजी की गाड़ी ज्यादातर समय सदर कोतवाली परिसर में ऑफिस के पास खड़ी होती है। टीम के प्रभारी और अन्य सिपाही देर शाम टाटा सूमो वाहन से कोतवाली पहुंचे।
सभी अपने-अपने आवास पर चले गए। खड़ी गाड़ी में सोए कुशीनगर से स्थानांतरित होकर आए एक सब इंस्पेक्टर के पास कुछ लोग रविवार की रात में पहुंचे। इसमें से एक ने सोए सब इंस्पेक्टर से एसओजी के किसी धनंजय के बारे में पूछा और वाहन से उतरकर दूसरी जगह सोने के लिए जाने को कहा।
सब इंस्पेक्टर वाहन से उतरकर दूसरी जगह अपना ठिकाना तलाशने लगे। इसी बीच एसओजी के वाहन को लेकर शातिर फरार हो गए। सोमवार की सुबह होने पर वाहन गायब देख एसओजी प्रभारी और अन्य वाहन की तलाश में जुट गए।
कुछ समय के लिए उन्हें लगा कि उनका कोई परिचित वाहन लेकर होली मनाने अपने घर चला गया होगा। जो मंगलवार को लौट आएगा। मंगलवार तक टीम इंतजार करती रही लेकिन वाहन का पता नहीं चल सका। इस मामले में कोतवाली पुलिस ने एसआई घनश्याम सिंह की तहरीर पर वाहन चोरी का मुकदमा दर्ज किया है।
दिनभर चोरी छिपाती रहीं पुलिस
कोतवाली परिसर से वाहन चोरी की घटना को पुलिस दिन भर छिपाती रहीं। पुलिस को लग रहा था वाहन चोरी की खबर बाहर जाने से उसकी बदनामी होगी। पुलिस अन्दर ही अन्दर वाहन चोर को ढूढती रहीं।
एक दिन तक तो इस चोरी की भनक उस समय के लिए बड़े अफसरों को भी नहीं लगी। काफी तलाश के बाद भी जब वाहन का पता नहीं चला तो मजबूरी में मुकदमा दर्ज कराना ही एसओजी ने उचित समझा।
बदमाशों ने पुलिस को दी चुनौती
एसओजी में लंबे समय से दरोगा, सिपाही जमें हुए है। शराब तस्करी के मामले में जिन दरोगा, सिपाहियों पर आरोप लग चुके है उन्हें भी एसओजी का जिम्मा सौंप दिया गया है। इस बार तो बदमाशों ने एसओजी को ही खुली चुनौती दी है। कोतवाली परिसर से वाहन चोरी की घटना से यह साबित हो गया कि बदमाशों के मन में पुलिस का कोई खौफ नहीं है।
वाहन चोरी होने पर एसओजी बिहार पहुंची
कोतवाली परिसर से गायब वाहन की तलाश में एसओजी के कुछ सिपाही बिहार रवाना हो गए। कुछ लोग बनकटा थानाक्षेत्र के कुछ जगहों पर छापा मारा लेकिन सफलता नहीं मिली। गोपालगंज और गोरखपुर के कुछ वाहन लिफ्टरों से संपर्क साधा लेकिन पता नहीं चल सका है।
एसओजी के कुछ दरोगा,सिपाहियों की मुखबिरी वाहन चोर भी हो सकते हैं। इस मामले में एसपी डॉ. श्रीपति मिश्र का कहना है कि वाहन गायब होने का मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। वाहन की बरामदगी के लिए प्रयास किया जा रहा है। इस मामले में पुलिस टीम को लगाया गया है। लापरवाही की जांच होगी।