इसे कहते है सच्चा प्यार,दोनों पैर टूटने के बाद भी स्ट्रेचर पर लिए सात फेरे
शादी के दिन ही आरती छत से गिर गई। रीढ़ में चोट आने के साथ ही दोनों पैर टूट गए। जयमाल की रस्म संभव नहीं रही। वधू पक्ष ने छोटी बहन से विवाह का विकल्प दिया, लेकिन वर ने दो टूक कहा-पैर तो धीरे-धीरे ठीक हो जाएगा, वह उससे ही ब्याह रचाएगा, जिससे रिश्ता तय हुआ है।
प्रतापगढ़। कुछ रिश्ते भगवान बनाकर धरती पर निभाने के लिए भेजता है। कुछ ऐसा ही वाक्या प्रतापगढ़ में देखने को मिला। यहां एक जोड़े का विवाह गत दिवस होना था।
शादी के दिन ही होने वाली दुल्हन एक बच्चे को बचाने के फेर में छत से गिर गई। छत से गिरने की वजह से उसके दोनों पैर टूट गए यहां तक कि उसकी रीढ़ की हड्डी में भी गंभीर चोट आई।
इसके बाद होने वाले दूल्हे ने शादी से पीछे न हटते हुए दुल्हन के साथ स्ट्रेचर पर ही सात फेरे लिए।उन दोनों की शादी की रस्म देखकर हर कोई बोल उठा इनकी जोड़ी भगवान ने बनाकर धरती पर भेजा था।
जानकारी के अनुसार प्रतापगढ़ के आरती और अवधेश की शादी कुछ माह पहले तय हुई थी। तय तारिख के अनुसार 8 दिसंबर को दोनों की शादी होनी थी। शादी के दिन ही आरती छत से गिर गई। रीढ़ में चोट आने के साथ ही दोनों पैर टूट गए।
जयमाल की रस्म संभव नहीं रही। वधू पक्ष ने छोटी बहन से विवाह का विकल्प दिया, लेकिन वर ने दो टूक कहा-पैर तो धीरे-धीरे ठीक हो जाएगा, वह उससे ही ब्याह रचाएगा, जिससे रिश्ता तय हुआ है। फिर डॉक्टरों की सहमति से स्ट्रेचर पर ही फेरे लगे और सिंदूरदान की रस्म पूरी हुई।
उत्तर प्रदेश के प्रतापगढ़ जिले के कुंडा में मुजहेडी गांव निवासी दुखीराम मौर्या की बड़ी बेटी आरती की शादी आठ दिसंबर को खलेसरगंज बाजार कुंडा से लगे श्रीपुर अरूहरिपुर गांव निवासी अवधेश मौर्य से तय थी।
अवधेश नोएडा की कंपनी में काम करता है। घर में शादी की गहमागहमी चल ही रही थी कि दोपहर 12 बजे आरती घर में एक बच्चे को बचाने में छत से गिर गई।
छोटी बहन से शादी का आफर
हादसे के बाद आरती को नजदीकी निजी अस्पताल ले जाया गया, डॉक्टरों ने प्रयागराज रेफर कर दिया। एक्सरे में दोनों पैर में फ्रैक्चर और स्पाइन में चोट की बात सामने आई।
वर पक्ष को यह वाकया पता चला तो अवधेश समेत कई बराती आरती के घर पहुंच गए। आरती की बहन से शादी का विकल्प दिए जाने पर अवधेश ने इनकार करते हुए आरती संग फेरों की बात कही।
आरती का इलाज कर रहे डॉक्टरों को सारी स्थिति बताई गई। चिकित्सकों ने अनुमति दी तो करीब सात बजे आरती को एंबुलेंस से घर ले जाया गया। स्ट्रेचर पर पड़े-पड़े आरती ने अवधेश संग सात फेरे लिए।
फिलहाल आरती का निजी अस्पताल में इलाज चल रहा है। घरवालों का कहना है कि ठीक होने के बाद धूमधाम से विदाई की जाएगी। वहीं जो भी इस अनोखे विवाह के किस्से सुन रहा है। सभी अवधेश और उसके घर वालों की वाहवाही कर रहे है।