बॉलीवुड पर कोरोना का महासंकट, शूटिंग न होने से हजारों लोगों के सामने रोजी-रोटी का संकट
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लॉकडाउन के बीच टीवी इंडस्ट्री के कई प्रोड्यूसर अपने शोज को गुजरात, हैदराबाद और गोवा में शूट कर रहे हैं। मुंबई में तो सिर्फ मराठी फिल्म और सीरियल बनेगी। सीएम साहब तो सिर्फ मराठी फिल्म वालों से बात करते हैं, हमसे नहीं। उनका हिंदी वालों से जैसे कोई नाता नहीं। हमें मिलने का समय भी नहीं देते।
महाराष्ट्र। इस समय पूरे देश में कोरोना महामारी भयंकर रूप से तबाही मचा रही है। बात करें राज्यों की तो महाराष्ट्र में सबसे ज्यादा मौते कोरोना की वजह से हो रही है। इस तबाही से महारष्ट्र की पहचान फिल्म उद्योग बुरी तरह से तबाह होता नजर आ रहा है।
क्योंकि फिल्मों की शूटिंग नहीं होने से छोटे कलाकारों के पास जीवन यापन करने का संकट आ गया है। छोटे कलाकारों से लेकर फिल्म शूटिंग से जुड़े तमाम लोग मुश्किल का सामना कर रहे है। सिने एम्प्लॉइज के संगठनों के फेडरेशन ने बताया है कि लॉकडाउन बढ़ा तो 1000 करोड़ रुपये का नुकसान होना तय है।
ये सरकार को पहले ही सूचित किया गया था फिर भी हमारी बात नहीं सुनी गई। दूसरे स्टेट में बायोबबल में शूटिंग हो रही है, मुंबई तो सिने इंडस्ट्री का हब है, यहां भी परमिशन मिलनी चाहिए। सरकार कोई राहत पैकेज या केश रिलीफ भी नहीं दे रही। आखिर पांच लाख से ज्यादा लोगों के रोजगार का सवाल है।
15 दिन का लॉकडाउन बढाया
महाराष्ट्र सरकार द्वारा राज्य में धारा 144 लागू की गई थी। 15 दिन का लॉकडाउन लग जाने से फिल्म, टीवी सीरियल्स और ऐड कमर्शियल्स की शूटिंग रुक गई थी। इससे फिल्म और टीवी इंडस्ट्री में टेक्नीशियन और क्रू मेंबर्स का तबका लॉकडाउन से सबसे ज्यादा प्रभावित हुआ।
सभी को उम्मीद थी कि 1 मई से शूटिंग का सिलसिला फिर शुरू होगा, लेकिन सरकार के 15 दिन लॉकडाउन बढ़ा देने से सेट पर काम करने वाले लाखों टेक्नीशियन और दूसरे क्रू मेंबर्स के सामने फिर रोजगार का संकट खड़ा हो गया है।
दूसरे राज्यों की सरकार दे रही सुविधा
फेडरेशन ऑफ वेस्टर्न इंडिया सिने एम्प्लॉइज के प्रेसिडेंट बीएन तिवारी ने बताया कि अगर लॉकडाउन बढ़ा तो इंडस्ट्री को कम से कम 1,000 करोड़ का नुकसान होगा ये हमने पहले ही सरकार को बताया था। ये भी बताया था कि डेली वेजेस कर्मचारियों की माली हालत खस्ता हो जाएगी।
अब ऐसा ही हो रहा है। उद्धव सरकार ने बगैर हमारी बात पर गौर किए लॉकडाउन बढ़ा दिया और शूटिंग की परमिशन नहीं दी। शायद उन्हें हमसे कोई सरोकार नहीं। उनकी तरफ से पिछले पत्र को कोई जवाब नहीं आया।
जिनको काम करना है वो बाहर जा रहे हैं। इंडस्ट्री शिफ्ट हो रही है। सबसे बड़ी बात रियलिटी शो भी बाहर शिफ्ट हो रहे हैं। जैसे सुपर डांसर का दमन में सेट लगा है। इससे आने वाले समय में फिल्म सिटी मुंबई से बाहर शिफ्ट हो सकती है।दो प्रोड्यूसर ने उमरगांव में स्टूडियो बनाया है, वे वहीं शूट कर रहे हैं। दूसरों को भी दे रहे हैं शूटिंग के लिए।
दूसरे राज्यों में हो रही शूटिंग
लॉकडाउन के बीच टीवी इंडस्ट्री के कई प्रोड्यूसर अपने शोज को गुजरात, हैदराबाद और गोवा में शूट कर रहे हैं। मुंबई में तो सिर्फ मराठी फिल्म और सीरियल बनेगी। सीएम साहब तो सिर्फ मराठी फिल्म वालों से बात करते हैं, हमसे नहीं। उनका हिंदी वालों से जैसे कोई नाता नहीं।
हमें मिलने का समय भी नहीं देते। यही हाल रहा तो बड़े प्रोडयूसर या कलाकार तो कुछ दिन इन्तजार कर सकते है, आखिर कब तक, लेकिन छोटे कलाकार या प्रोड्यूसर अपने शोज को पूरा करने के लिए दूसरा विकल्प चुनने के लिए बाध्य होंगे। दूसरे राज्यों की सरकारें कलाकारों का पूरा सम्मान करती है, उन्हें मौका दिया जा रहा है। यदि ऐसा ही चलता रहा तो मुंबई की पहचान खत्म हो जाएगी।