जेके काॅटन मिल की जर्जर दीवार गिरने से तीन मकान क्षतिग्रस्त, पांच लोग घायल
दीवार गिरने से सदानंद व नित्यानंद का भी घर क्षतिग्रस्त हो गया। चीख -पुकार सुनकर पहुंचे लोगों ने मलबे में फंसी प्रियंका व उसने तीनों बच्चे कन्हैया हिमांशु व अर्पित को बाहर निकाला। मलबे में दबकर सदानंद की पत्नी रीता देवी भी घायल हो गयी। जिन्हें पुलिस की मदद से हैलट अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
कानपुर। उत्तर प्रदेश के कानपुर में सोमवार देर शाम को एक बड़ा हादसा होते-होते बच गया। गनिमत यहीं रही कि केवल पांच लोग घायल हुए। अगर यह हादसा देर रात होता तो घायलों की जान भी जा सकती है।
जरीब चौकी स्थित जेके कॉटन मिल की जर्जर दीवार सोमवार देर रात गिर गई। इस हादसे में आसपास के तीन मकान पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गए। हादसे में दो महिला समेत पांच लोग गंभीर रूप से घायल हो गए।
घटना के बाद पहुंचे पुलिस जवानों और क्षेत्रीय लोगों ने मलबे में फंसे लोगों को बाहर निकाला और हैलट अस्पताल में में भर्ती कराया। हादसे की सूचना मिलते ही सीसामऊ क्षेत्राधिकारी निशांक शर्मा व सपा विधायक इरफान सोलंकी मौके पर पहुंचे और घायलों का हालचाल लिया।
प्राप्त जानकारी के अनुसार, जरीब चौकी के शराब मिल हाता में रहने वाले संजय जायसवाल मजदूरी करते हैं। संजय ने बताया कि उनके घर से ही जेके कॉटन मिल की दीवार भी जुड़ी हुई है।
सोमवार देर रात वह काम से बाहर गया था। घर में उसकी पत्नी प्रियंका व तीनों बच्चे टीवी देख रहे थे, तभी एक तेज धमाके के साथ जेके कॉटन मिल की दीवार भरभरा कर उनके घर पर आ गिरी।
दीवार गिरने से सदानंद व नित्यानंद का भी घर क्षतिग्रस्त हो गया। चीख -पुकार सुनकर पहुंचे लोगों ने मलबे में फंसी प्रियंका व उसने तीनों बच्चे कन्हैया हिमांशु व अर्पित को बाहर निकाला। मलबे में दबकर सदानंद की पत्नी रीता देवी भी घायल हो गयी।
जिन्हें पुलिस की मदद से हैलट अस्पताल में भर्ती कराया गया है। उसने बताया कि उसकी पत्नी प्रियंका और बेटे कन्हैया की हालत चिंताजनक बनी हुई है।
हादसे जांच जारी है
सीसामऊ क्षेत्राधिकारी निशांक शर्मा ने बताया कि एक मिल की दीवार गिरने से एक महिला के साथ उसका बेटा गंभीर रूप से घायल हो गया है। जिसका इलाज हैलट अस्पताल में चल रहा है अन्य सभी घायलों की स्थिति सामान्य है। हादसे की जांच की जा रही है।