डेंगू का कहर: मैनपुरी में तीन महिलाओं तो फिरोजाबाद में 3 बच्चों समेत 6 की मौत
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मैनपुरी में बुखार के मरीजों की संख्या लगातार बढ़ रही है। सरकारी अस्पतालों के साथ ही प्राइवेट अस्पतालों में मरीजों की भीड़ रोज लगी रहती है। निजी अस्पतालों में मरीजों को बेड नहीं मिल पा रहे हैं। गांव से शुरू हुआ बुखार धीरे-धीरे शहर की तरफ बढ़ रहा है।
मैनपुरी। यूपी के मैनपुरी जिले में बुखार से पीड़ित लोगों की लगातार मौत हो रही है। रविवार को शहर के रामलीला मैदान निवासी एक शिक्षक की पत्नी सहित दो महिलाओं की मौत हो गई। जिले में बुखार से मरने वालों की संख्या एक महीने में 14 पर पहुंच गई है।
मैनपुरी में बुखार के मरीजों की संख्या लगातार बढ़ रही है। सरकारी अस्पतालों के साथ ही प्राइवेट अस्पतालों में मरीजों की भीड़ रोज लगी रहती है। निजी अस्पतालों में मरीजों को बेड नहीं मिल पा रहे हैं। गांव से शुरू हुआ बुखार धीरे-धीरे शहर की तरफ बढ़ रहा है।
शहर के मोहल्ला रामलीला निवासी रोशन सिंह प्राथमिक विद्यालय औंछा द्वितीय पर इंचार्ज प्रधानाध्यापक के रूप में कार्यरत हैं। उनकी 35 वर्षीय पत्नी मंजू देवी को पांच दिन से बुखार आ रहा था। परिजन ज्योंती रोड स्थित एक निजी डॉक्टर के यहां उपचार करा रहे थे।
रविवार की सुबह उनकी हालत बिगड़ी। तेज बुखार के साथ ही हाथ पैर में दर्द हुआ और आंखों से दिखना बंद हो गया। परिजन उन्हें इटावा के डॉक्टर के पास इलाज के लिए लेकर पहुंचे यहां उपचार के दौरान उनकी मौत हो गई।
नगर पालिका क्षेत्र के गांव उद्दैतपुर अभई निवासी हेतराम सिंह की 80 वर्षीय पत्नी लीलावती को पांच दिन से बुखार आ रहा था। परिजन निजी डॉक्टर से इलाज करा रहे थे। रविवार को हालत बिगड़ने पर परिजन जिला अस्पताल लेकर पहुंचे यहां डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया।
उद्दैतपुर अभई में लोग दहशत में
गांव उद्दैतपुर अभई में लीलावती की मौत के साथ ही पिछले एक महीने में बुखार से पांचवीं मौत है। गांव में लगभग 20 लोग बुखार की चपेट में हैं। यहां स्वास्थ्य विभाग द्वारा पूर्व शिविर लगाकर उपचार दिया गया था।
इस विषय में मैनपुरी सीएमओ डॉ. पीपी सिंह का कहना है कि बुखार से दो महिलाओं की मौत हुई है इस संबंध में जानकारी नहीं है। टीम भेजकर संबंधित क्षेत्र में जांच कराते हुए पीड़ितों को उपचार दिया जाएगा।
फिरोजाबाद में तीन बच्चों की सहित 6 की मौत
फिरोजाबाद में रविवार को तीन बच्चों समेत छह लोगों मकी मौत हो गई। झलकारी नगर गली नंबर छह निवासी पवन कुमार (14) पुत्र सूरज कुमार की सौ शैय्या अस्पताल में इलाज के दौरान मौत हो गई।
पिता सूरज ने आरोप लगाया कि स्टाफ को लगातार सूचना दी जा रही थी कि बच्चे की हालत बिगड़ रही है, लेकिन कोई देखने नहीं आया। पीपल नगर निवासी तीन माह की जाह्नवी पुत्री कमल सिंह की मौत हो गई। परिजनों ने बुखार आने पर निजी चिकित्सक ने दवा दिला दी थी।
रविवार को हालत बिगड़ने पर परिजन बालिका को लेकर सरकारी अस्पताल पहुंचे, जहां उसकी मौत हो गई। नगला अमान निवासी नीलम (25) पत्नी अनिल कुमार की निजी अस्पताल में इलाज के दौरान मृत्यु हुई है। वहीं रानी नगर निवासी छवि (5) पुत्री सजनीश की भी जान चली गई।
कर्बला निवासी, सुनील पाठक के पुत्र अखिल पाठक और रोशनी ने भी देर शाम दम तोड़ दिया। परिजनों का आरोप था कि सौ शैय्या अस्पताल में बालिका को भर्ती कराया था। चिकित्सक ने कह दिया कि बालिका की हालत ज्यादा खराब है और उसे आगरा रेफर कर दिया। आगरा ले जाते समय बालिका ने दम तोड़ दिया।
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