काम आया टिकैत का इमोशनल कार्ड, मिलने लगा समर्थन, जयंत चौधरी पहुंचे मिले

टीम भारत दीप |
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टिकैत के बड़े भाई नरेश टिकैत ने भी कहा कि अब तीनों काले कानूनों का निपटारा करके ही लौटेंगे।
टिकैत के बड़े भाई नरेश टिकैत ने भी कहा कि अब तीनों काले कानूनों का निपटारा करके ही लौटेंगे।

किसान आंदोलन को समर्थन देने का ऐलान कर चुके राष्ट्रीय लोक दल के नेता जयंत चौधरी शुक्रवार को टिकैत से मिलने गाजीपुर बॉर्डर पहुंचे। उन्होंने कहा कि प्रशासन पर किसानों को हटाने का दबाव हो सकता है, लेकिन किसान हटना नहीं चाहते। किसानों का मुद्दा संसद में उठना चाहिए। अगर सरकार बैकफुट पर जाती है तो कमजोर नहीं हो जाएगी।

नई दिल्ली।गणतंत्र दिवस पर हुई हिंसा के बाद गुरुवार देर रात तक लगा कि शायद किसानों का आंदोलन अंतिम समय में पहुंच गया है। लेकिन रात दस बजे करीब किसान नेता राकेश टिकैत मीडिया के सामने रो पड़े।

यही से किसानों का राकेश टिकैत के प्रति प्रेम उमड़ पड़ा। किसान बड़ी संख्या में गाजीपुर बार्डर के लिए रात में ही निकल पड़े। जानकारी के अनुसार मे यूपी और हरियाणा के हजारों किसान रात में ही घर से निकल दिए।  

किसानों का समर्थन मिलने के बाद भारतीय किसान यूनियन के प्रवक्ता राकेश टिकैत ने कहा कि कृषि कानूनों की वापसी तक डटे रहेंगे।गणतंत्र दिवस पर किसानों की ट्रैक्टर परेड में हिंसा के बाद पुलिस पिछले दो दिनों से एक्शन में थी।

इसके चलते गुरुवार को लगा कि किसान आंदोलन शायद खत्म हो जाए। बीती रात गाजीपुर बॉर्डर पर भारतीय किसान यूनियन के प्रवक्ता राकेश टिकैत के इमोशनल दांव के बाद किसान आंदोलन और तेज होता नजर आ रहा है।

गाजीपुर बॉर्डर पर गुरुवार शाम 4 बजे तक भारी पुलिस बल की तैनाती के बाद माहौल ऐसा बन गया था कि किसानों को घर भेज दिया जाएगा। आधी रात को पुलिस को लौटना पड़ा। क्योंकि किसानों ने आंदोलन तेज करने की तैयारी शुरू कर दी थी। इसी सिलसिले में आज 11 बजे मुजफ्फरनगर में महापंचायत बुलाई गई है।

जयंत चैधरी पहुंचे समर्थन देने

किसान आंदोलन को समर्थन देने का ऐलान कर चुके राष्ट्रीय लोक दल के नेता जयंत चौधरी शुक्रवार को  टिकैत से मिलने गाजीपुर बॉर्डर पहुंचे। उन्होंने कहा कि प्रशासन पर किसानों को हटाने का दबाव हो सकता है, लेकिन किसान हटना नहीं चाहते।

किसानों का मुद्दा संसद में उठना चाहिए। अगर सरकार बैकफुट पर जाती है तो कमजोर नहीं हो जाएगी। प्रधानमंत्री को इस मुद्दे पर बोलना चाहिए। उन्हें किसानों का भरोसा जीतने की जरूरत है।

बीजेपी विधायक की आने से बिगड़ी बात

राकेश टिकैत शाम 6 बजे अफसरों के साथ बैठक के दौरान धरनास्थल से हटने को तैयार हो गए थे। कुछ देर बाद भाजपा विधायक नंद किशोर की एंट्री से मामले ने यू-टर्न ले लिया। नंद किशोर अपने समर्थकों के साथ धरनास्थल के पास पहुंच गए। उन्होंने पुलिस से कहा कि आंदोलनकारियों को रविवार तक हटा लें, वरना हम हटाएंगे।

इसके बाद टिकैत भड़क गए। उन्होंने कहा कि भाजपा का विधायक पुलिस फोर्स के साथ मिलकर किसानों का मारने आया है। इसलिए अब हम कहीं नहीं जा रहे।राकेश टिकैत के बड़े भाई नरेश टिकैत ने भी कहा कि अब तीनों काले कानूनों का निपटारा करके ही लौटेंगे।


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