बलिया में बीमार पत्नी की जान बचाने चार किमी दूर ठेले पर अस्पताल लेकर गया बुजुर्ग,नहीं बच पाई जान

टीम भारत दीप |

यह घटना यूपी की खस्ताहाल स्वास्थ्य ​व्यवस्था को बया करने के लिए काफी है।  फोटो सोशल मीडिया
यह घटना यूपी की खस्ताहाल स्वास्थ्य ​व्यवस्था को बया करने के लिए काफी है। फोटो सोशल मीडिया

शुकुल राजभर का अपनी बीमार पत्नी को 28 मार्च को ठेले पर लेकर चार किमी दूर चिलकहर पीएचसी जाने का वीडियो इन दिनों सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है, हालांकि चिलकहर से रेफर किए जाने पर शुकुल निजी साधन से पत्नी को जिला अस्पताल ले गए, लेकिन पत्नी की जान नहीं बचा पाए।

बलिया। पूर्वांचल के जिला बलिया से एक हृदय विदारक घटना सामने आई है। यहां सरकार के सारे दांवे फेल होते नजर आ रहे है। यहां एक बीमार महिला को अस्पताल ले जाने के लिए जब एंबुलेंस नहीं मिली।

मजबूर वृद्ध पति ने पत्नी की जान बचाने के लिए चार किमी दूर अस्पताल तक इस चिलचिलाती धूप में ठेले पर लादकर लेकर पहुंचा फिर भी वह अपनी पत्नी की जान नहीं बचा सका। 
 
यह मामला बलिया जिले के चिलकहर ब्लाक का है यहां के यहां के रहने वाले अंदौर निवासी शुकुल राजभर का अपनी बीमार पत्नी को 28 मार्च को ठेले पर लेकर चार किमी दूर चिलकहर पीएचसी जाने का वीडियो इन दिनों सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है,

हालांकि चिलकहर से रेफर किए जाने पर शुकुल निजी साधन से पत्नी को जिला अस्पताल ले गए, लेकिन पत्नी की जान नहीं बचा पाए। अब सवाल उठने लगे हैं कि यदि शुकुल चिलकहर सरकारी अस्पताल पहुंचे थे, तो वहां एंबुलेंस क्यों नहीं उपलब्ध कराई गई।

नहीं मिला वाहन तो ठेले से ले गए

शुकुल राजभर की पत्नी जोगिनी देवी (55) की तबीयत खराब चल रही थी। हालत गंभीर होने पर 28 मार्च को शुकुल ने पत्नी को अस्पताल ले जाने के लिए आसपास वाहन खोजा, लेकिन नहीं मिल पाया। इसके बाद वह ठेले पर पत्नी को लेकर चिलकहर गए। 

चिकित्सकों ने गंभीर स्थिति बताते हुए जोगिनी को जिला अस्पताल रेफर कर दिया। वहां से शुकुल अपनी पत्नी को निजी साधन से जिला अस्पताल ले गए, लेकिन मौत हो गई। इस घटना की फोटो ट्वीटर पर अपलोड होने के बाद सवाल उठने लगे हैं कि यदि शुकुल चिलकहर सरकारी अस्पताल पहुंचे थे, तो वहां एंबुलेंस क्यों नहीं उपलब्ध कराई गई। 

बहाना एंबुलेंस के लिए फोन नहीं किया

चिलकहर पीएचसी के प्रभारी चिकित्सा अधिकारी प्रशांत कुमार ने बताया कि जानकारी होने के बाद उन्होंने सोमवार को टीम भेजी थी। इसके बाद पता चला कि वह व्यक्ति ठेले से पत्नी को चिलकहर तक लेकर आया था।

इसके बाद जिला अस्पताल ले गया, जहां मौत हो गई। पूछने पर उसने बताया कि एंबुलेंस के लिए फोन नहीं किया था। भले ही अधिकारी इस घटना पर पर्दा डालने के लिए बहानेबाजी कर रहे है, लेकिन यह घटना यूपी की खस्ताहाल स्वास्थ्य ​व्यवस्था को बया करने के लिए काफी है।

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