दिल्ली हरियाणा बॉर्डर पर सीआरपीएफ तैनात, किसानों को रोकने वाटर कैनन चलाई, आंसू गैस के गोले छोड़े
अपडेट हुआ है:
मोदी सरकार द्वारा लाए गए कृषि कानूनों के विरोध में देश भर के 500 से ज्यादा संगठन आज और कल दो दिन प्रदर्शन करने वाले है। इस प्रदर्शन को रोकने के लिए दिल्ली पुलिस पूरी तरह से सतर्क है। किसानों को दिल्ली में न घुसने देने के लिए सीमा पर भारी बल तैनात है।
नईदिल्ली।मोदी सरकार द्वारा लाए गए कृषि कानूनों के विरोध में देश भर के 500 से ज्यादा संगठन आज और कल दो दिन प्रदर्शन करने वाले है। इस प्रदर्शन को रोकने के लिए दिल्ली पुलिस पूरी तरह से सतर्क है।
किसानों को दिल्ली में न घुसने देने के लिए सीमा पर भारी बल तैनात है। पुलिस को सख्त आदेश है कि किसानों को हर हाल में दिल्ली में घुसने न दिया जाए। किसान भी घर से राशन पानी लेकर निकले है, ऐसे में जवान और किसान आज आमने -सामने होंगें ऐसे में टकराव की स्थिति होने वाली है।
दिल्ली-फरीदाबाद बॉर्डर पर पुलिस फोर्स के अलावा सीआरपीफ की 3 बटालियन तैनात की गई हैं। पुलिस के मुताबिक, आने-जाने वाले हर वाहन पर नजर रखी जा रही है। अम्बाला के पास शंभू बॉर्डर पर प्रदर्शनकारी किसानों को रोकने के लिए पहले वाटर कैनन चलाई गई, फिर आंसू गैस के गोले छोड़े।
हरियाणा सरकार ने जींद से लगे नेशनल हाईवे-52 को सील कर दिया। सड़क पर 5 फुट ऊंचे पत्थर और कंटीले तार से बैरिकेडिंग की गई है। हरियाणा के डीआईजी ओपी नरवाल बताया कि पंजाब- हरियाणा को जोड़ने वाले सभी 8 रास्तों को सील कर दिया गया है। 2 हजार पुलिस कर्मी तैनात किए गए हैं। किसी भी हालात में किसानों को हरियाणा में दाखिल नहीं होने दिया जाएगा।
केजरीवाल ने किया ट्वीट: दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने ट्वीट किया, ‘केंद्र सरकार के तीनों खेती बिल किसान विरोधी हैं। ये बिल वापिस लेने की बजाय किसानों को शांतिपूर्ण प्रदर्शन करने से रोका जा रहा है, उन पर वॉटर कैनन चलाई जा रही हैं। किसानों पर ये जुर्म बिलकुल ग़लत है। शांतिपूर्ण प्रदर्शन उनका संवैधानिक अधिकार है।’
कृषि कानूनो के विरोध में पंजाब-हरियाणा के हजारों किसान 'दिल्ली चलो' मार्च निकाल रहे हैं। किसानों को रोकने के लिए बॉर्डर पर भारी फोर्स तैनात है। किसान करनाल के पास जमे हैं। फरीदाबाद में धारा 144 लागू कर दी गई है।
किसान राशन-पानी साथ लेकर आए हैं और उनकी योजना है कि जहां पुलिस उनको रोकेगी, वहीं धरने पर बैठ जाएंगे। पुलिस के अनुमान के अनुसार, पंजाब के लगभग 2,00,000 किसान 26 नवंबर से अपने 'दिल्ली चलो' आंदोलन के तहत दिल्ली रवाना होने के लिए तैयार हैं।
दिल्ली मेट्रो ने भी कई बदलाव किए हैं। डीएमआरसी के अनुसार, गुरुवार को दोपहर 2 बजे तक दिल्ली मेट्रो की सभी लाइन पर कुछ चुनिंदा स्टेशनों के बीच की सर्विस नहीं मिलेगी। इससे दिल्ली बॉर्डर के इलाकों वाली मेट्रो भी प्रभावित रहेगी।
किसानों ने हरियाणा में अलग-अलग जगह से घुसने की कोशिश की है। चूंकि दिल्ली से सटे पंजाब, हरियाणा और उत्तर प्रदेश के बॉर्डर सील हैं, ऐसे में मंगलवार को किसानों ने गांवों के रास्ते घुसने की कोशिश की थी मगर पुलिस ने रोक लिया। फिलहाल किसान करनाल के पास बताए जा रहे हैं।
दिल्ली पुलिस की तरफ से किसानों को साफ कह दिया गया है कि वे किसी भी प्रकार के विरोध प्रदर्शन में शामिल न हों। यदि किसान दूसरे राज्यों से दिल्ली आए तो उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।दिल्ली-हरियाणा के बीच सिंघु बॉर्डर पर कितनी पुलिस तैनात है। पुलिस ड्रोन्स के माध्यम से किसानों पर नजर रख रही है। किसानों को रोकने के लिए पुलिस हर कदम उठा रही है।