रामनगरी अयोध्या में आज 36 हजार लीटर तेल से जलेंगे साढ़े सात लाख दीपक
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नया कीर्तिमान बनाने के लिए अयोध्या ने पूरी तैयारी कर ली है। इस कार्य के लिए अवध विश्वविद्यालय की पूरी टीम बीते दो दिन से कड़ी मेहनत कर कर रही है। इसी परिश्रम का नतीजा है कि रामपैड़ी के 32 घाटों पर मंगलवार को निर्धारित संख्या में नौ लाख दीये को विधिपूर्वक बिछाने का लक्ष्य पूरा कर लिया गया।
अयोध्या। भगवान श्रीराम की नगरी अयोध्या में दीपावली से एक दिन पूर्व आज साढ़े सात लाख दीयों से जगमग हो उठेगा। मालूम हो कि आज ही के दिन भगवान श्रीराम
लंकाधिकपति रावण पर विजय प्राप्त करके अयोध्या लौटे थे। इसी खुशी में तभी से पूरे देश में उत्सव के रूप में मनायाज जाता है।
बुधवार को रामनगरी अयोध्या साढ़े सात लाख दीयों से जगमगाएगी। राम की पैड़ी पर आयोजित इस भव्य दीपोत्सव कार्यक्रम में 36 हजार लीटर तेल का इस्तेमाल होगा। 12 हजार वॉलिंटियर आज एक नया वर्ल्ड रिकार्ड बनाएंगे जिसे दुनिया के कोने-कोने से लोग देखेंगे।
मालूम हो कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सूबे की सत्ता संभालने के बाद पहले साल में ही यानी 2017 में ही दीपोत्सव कार्यक्रम की शुरुआत की थी। उस साल करीब 1.80 लाख दीये जलाए गए थे। 2018 में दीयों की संख्या बढ़कर 3,01,152 हो गई। इसी तरह 2019 में भी संख्या बढ़ी।
इस बार 5.50 लाख दीये जलाए गए। 2020 में 5.51 लाख दीये जले और इस साल साढ़े सात लाख दीयों से पूराने सारे रिकार्ड तोड़े जाने हैं। इसके साथ ही योगी सरकार एक नया कीर्तिमान भी बनाएगी।
बनेगा विश्व रिकॉर्ड
आपकों बता दें कि साढ़े सात लाख दीयों को जलाकर अपने ही विश्व रिकार्ड को तोड़ने और नया कीर्तिमान बनाने के लिए अयोध्या ने पूरी तैयारी कर ली है। इस कार्य के लिए अवध विश्वविद्यालय की पूरी टीम बीते दो दिन से कड़ी मेहनत कर कर रही है।
इसी परिश्रम का नतीजा है कि रामपैड़ी के 32 घाटों पर मंगलवार को निर्धारित संख्या में नौ लाख दीये को विधिपूर्वक बिछाने का लक्ष्य पूरा कर लिया गया। दीपोत्सव का मुख्य पर्व हनुमान जयंती के अवसर पर बुधवार को मनाया जाएगा।
इस दीपोत्सव के मुख्य अतिथि केन्द्रीय पर्यटन मंत्री जी. किशन रेड्डी होंगे। इस मौके पर राज्यपाल व मुख्यमंत्री समेत केन्या, वियतनाम व ट्रिनिडाड-टुबैगो के राजनयिक भी मौजूद रहेंगे।
हर स्वयंसेवक को मिला यह टारगेट
अवध विश्वविद्यालय प्रशासन ने 12 हजार वालंटियर के सहयोग से घाट समन्वयक एवं प्रभारी के दिशा-निर्देशन में दूसरे दिन मंगलवार को निश्चित पैटर्न पर दीए बिछाने का कार्य पूरा कर लिया।
इन दीयों में बुधवार को ही तेल डालने और जलाने का काम होगा इस बार के दीपोत्सव में 32 घाटों पर लगभग दो सौ समन्वयक, 32 पर्यवेक्षक एवं 32 प्रभारी नियुक्त किए है।
दीपोत्सव में प्रत्येक वालंटियर को लगभग 75 दीए जलाने का लक्ष्य दिया गया है। पूर्वाह्न नौ बजे से घाटों पर वालंटियर अपने घाटों पर मुस्तैद रहे और सुनिश्चित पैटर्न पर दीए लगाने का कार्य शुरू कर दिया।
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