आज फ्रांस से भारत आएंगे तीन नए राफेल फाइटर जेट,चीन को मिलेगी कड़ी टक्कर

टीम भारत दीप |

भारत ने सितंबर 2016 में फ्रांस को 36 लड़ाकू विमानों का आर्डर दिया था। इन विमानों के लिए 59000 करोड़ रुपये का रक्षा सौदा हुआ था।
भारत ने सितंबर 2016 में फ्रांस को 36 लड़ाकू विमानों का आर्डर दिया था। इन विमानों के लिए 59000 करोड़ रुपये का रक्षा सौदा हुआ था।

ये विमान अंबाला में गोल्डन एरो स्क्वाड्रन में शामिल होंगे। विमान फाइटर जेट्स फ्रांस के बोर्डो से उड़ान भरेंगे। इनमें यूएई के आसमान में मिड-एयर रीफ्यूलिंग की जाएगी। राफेल का अगला बैच अप्रैल में आएगा

नईदिल्ली। भारतीय वायुसेना की ताकत लगातार बढती जा रही है। जब से फ्रांस से भारत ने राफेल विमान का सौदा किया है, तब से पड़ोसी देश की वायुसेना भारत से डरने लगी है। बुधवार को शाम को तीन राफेल विमान भारतीय वायुसेना की बेड़ा में शामिल होंगें।

यह विमान बुधवार शाम को अंबाला के एयरबेस पर लैंड करेंगे। ये विमान अंबाला में गोल्डन एरो स्क्वाड्रन में शामिल होंगे। विमान फाइटर जेट्स फ्रांस के बोर्डो से उड़ान भरेंगे।

इनमें यूएई के आसमान में मिड-एयर रीफ्यूलिंग की जाएगी। राफेल का अगला बैच अप्रैल में आएगा।यह तीनों विमान फ्रांस से भारत की दूरी बिना रुके तय करेंगे। भारतीय वायुसेना मजबूत होने से हम अब चीन को कड़ी  टक्कर दे सकेंगें।

21 विमान सौंप चुका है फ्रांस

भारत को अब तक 21 राफेल सौंपे जा चुके हैं जबकि 11 ही भारत आए हैं। ये सभी अंबाला में मौजूद वायुसेना के गोल्डन ऐरो स्कॉवड्रन का हिस्सा हैं और आज जो तीन राफेल आएंगे उन्हें भी गोल्डन एरो स्कॉवड्रन में ही शामिल किया जाएगा।

मालूम हो कि भारतीय दल फ्रांस से विमान लाने के लिए गत दिवस रवाना हुआ था। इन तीनों राफेल विमानों ने बॉरडॉक्स में मेरिग्नाक एयरबेस से 31 मार्च की सुबह सात बजे उड़ान भरी है। ये विमान बुधवार शाम करीब सात बजे अंबाला एयरबेस पर उतरेंगे।

बंगला में तैनात होंगे पांच विमान

आपकों बता दें कि फ्रांस से नौ विमानों की अगली खेप अप्रैल में लाई जाएगी। पांच राफेल उत्तरी बंगाल में हाशिमारा एयरबेस पर तैनात किए जाएंगे।

भारत में फ्रांस के राजदूत इमैनुअल लेनिन ने कहा कि महामारी के बाद भी 2022 तक निर्धारित समयसीमा में सभी राफेल विमान भारत को मिल जाएंगे। उन्होंने कहा कि महामारी के बावजूद हम समय से भारत को राफेल विमान दे पा रहे हैं, ये हमारे लिए गर्व की बात है।

राजदूत लेनिन कोच्चि में बोल रहे थे। नौ राफेल फाइटर जेट्स का अगला बैच अप्रैल में आएगा। इनमें से पांच विमानों को पश्चिम बंगाल के हाशिमारा एयरबेस में शामिल किया जाएगा। राफेल विमान बीते साल जुलाई और अगस्त में भारतीय वायुसेना में शामिल होना शुरू हो गए थे।

विमानों को पूर्वी लद्दाख और अन्य मोर्चों में चीन के सामने तैनात किया गया है। 11 राफेल विमानों को वायुसेना में शामिल कर लिया गया है।

भारत ने फ्रांस से 36 राफेल विमान खरीदा है

भारत ने सितंबर 2016 में फ्रांस को 36 लड़ाकू विमानों का आर्डर दिया था। इन विमानों के लिए 59000 करोड़ रुपये का रक्षा सौदा हुआ था। पांच राफेल विमानों की पहली खेप 28 जुलाई को भारत पहुंची थी। उस समय फ्रांस से उड़ान भरने के बाद यूएई में इस बेडे ने हाल्ट किया था, यूएई में ईंधन भरा गया था।

मालूम हो राफेल विमान को पहले कांग्रेस सरकार ने खरीदने के लिए सौदा करने की कोशिश की थी, लेकिन उस समय बात नहीं बनी थी। इसके बाद भाजपा सरकार ने नए सिरे से विमानों का सौदा किया जिस पर राजनीतिक रूप से खूब हो हल्ला मचा, लेकिन विपक्ष के सारे आरोप निराधार निकले। 


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