एयरटेल और वोडाफोन आइडिया को ट्राई का झटका, हाईस्पीड के नाम पर कस्टमर को दे रहे थे झांसा

टीम भारत दीप |

सेल्स बढ़ाने के लिए ऐसे तरीके अपनाए जाते हैं।
सेल्स बढ़ाने के लिए ऐसे तरीके अपनाए जाते हैं।

स्पीड का संबंध रिचार्ज से न होकर टेक्नोलॉजी से है। यानी यदि कोई ग्राहक 2G/3G/4G किसी भी तकनीक का कितने भी रेट का रिचार्ज कराए स्पीड एक सी मिलेगी।

नई दिल्ली। दूरसंचार नियामक प्राधिकरण (टेलीकॉम रेगुलरिटी अथॉरिटी ऑफ इंडिया) यानी ट्राई ने वोडाफोन-आइडिया और भारती एयरटेल को तगड़ा झटका दिया है। ट्राई ने दोनों ऑपरेटर के प्लैटिनम व रेडेक्स प्रीमियम जैसे प्लान को ब्लॉक कर दिया है। इनके जरिये दोनों ऑपरेटर ग्राहकों को हाईस्पीड इंटरनेट  और प्राथमिकता के आधार पर सेवा देने का झांसा दे रहे थे। 

प्राप्त जानकारी के अनुसार भारती एयरटेल अपने ग्राहकों को प्लैटिनम प्लान उपलब्ध कराती है। इसके तहत बड़े-बड़े रिचार्ज यानी 2-3 महीने का एक साथ रिचार्ज कराने वाले ग्राहकों को प्लैटिनम ग्राहक कहा जाता है और उन्हें हाईस्पीड और प्रियॉरिटी सर्विस के नाम पर ऐसे रिचार्ज कराने का लालच दिया जाता है। वोडाफोन-आइडिया इसी तरह के प्लान रेडेक्स प्रीमियम नाम से ग्राहकों को आफर करता है। 

मोबाइल सेवा से जुड़े एक तकनीकी विशेषज्ञ ने बताया कि हाईस्पीड के नाम पर बड़े रिचार्ज का लालच देना ग्राहकों को झांसा देने जैसा है। उनका कहना है कि इंटरनेट की स्पीड का संबंध रिचार्ज से न होकर टेक्नोलॉजी से है। यानी यदि कोई ग्राहक 2G/3G/4G किसी भी तकनीक का कितने भी रेट का रिचार्ज कराए स्पीड एक सी मिलेगी। हाईस्पीड का रिचार्ज वैल्यू से कोई संबंध नहीं है। साथ ही बड़े रिचार्ज कराने वालों को प्राथमिकता के आधार पर सर्विस का वादा करना भेदभाव जैसा है।

मामले में एयरटेल और वोडाफोन आइडिया से जुड़े मार्केटिंग एक्सपर्ट्स का कहना है कि हर कंपनी की अपनी  यूएसपी होती है। इसी के हिसाब से सेल्स बढ़ाने के तरीके ढूंढे जाते हैं। इसमें भेदभाव जैसा कुछ नहीं है। ये बाजार की प्रक्रिया का हिस्सा है। 

हालांकि ट्राई ने अपना हंटर चलाकर भारत में मोबाइल ऑपरेटर को सन्देश दिया है कि उसके लिए ग्राहकों के हित पहले हैं। ग्राहकों के हित से कोई समझौता नहीं होने दिया जाएगा। सेवाओं के वितरण में भेदभाव नहीं किया जा सकता है।


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