दर्दनाक हादसा: यूपी में 4 बच्चों की कार में दम घुटने से मौत, एक की हालत गंभीर

टीम भारत दीप |

कार के मालिक के खिलाफ एफआईआर दर्ज की जा रही है।
कार के मालिक के खिलाफ एफआईआर दर्ज की जा रही है।

यहां चांदीनगर इलाके के सिगौली तगा गांव में एक कार के अंदर दम घुटने से 4 बच्चों की मौत हो गई है। वहीं एक की हालत गंभीर बताई जा रही है। बताया गया कि इन सभी बच्चों की उम्र 4 से 8 साल के मध्य थी। जान गंवाने वाले बच्चों में 4 साल की वंदना, अक्षय, 7 साल की कृष्णा और 8 साल की नियति के नाम शामिल हैं।

बागपत: यूपी के बागपत से एक दर्दनाक हादसा सामने आया है। यहां एक कार में दम घुटने से 4 बच्चों की मौत हो गई। वहीं एक बच्चे की हालत गंभीर बताई जा रही है। दरअसल यहां चांदीनगर इलाके के सिगौली तगा गांव में एक कार के अंदर दम घुटने से 4 बच्चों की मौत हो गई है। वहीं एक की हालत गंभीर बताई जा रही है। बताया गया कि इन सभी बच्चों की उम्र 4 से 8 साल के मध्य थी।

वहीं जान गंवाने वाले बच्चों में 4 साल की वंदना, अक्षय, 7 साल की कृष्णा और 8 साल की नियति के नाम शामिल हैं। उधर पुलिस के अनुसार ये बच्चे खेल-खेल में घर के बाहर खड़ी कार में जाकर बैठ गए थे। बताया गया कि ऑटोलॉक होने के चलते गेट बंद हो गया। वहीं परिजनों ने कार के मालिक पर लापरवाही का आरोप लगाया है।

वहीं घटना के बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। पुलिस द्वारा दी गई जानकारी के मुताबिक घटना दोपहर के समय की है। बताया गया कि तेज धूप के चलते सभी बड़े लोग घर के भीतर थे। कई घरों के बच्चे बाहर खेल रहे थे। बताया गया कि बच्चे कार में बैठे और अंदर से गेट ऑटोलॉक हो गया।

बताया गया कि धूप के चलते कार के अंदर गर्मी बढ़ गई और दम घुटने से 4 बच्चों की मौत हो गई। वहीं एक अन्य बच्चे को गंभीर हालत में पुलिस ने कार के अंदर से निकाला। ये गाड़ी गांव के ही हैप्पी पुत्र राजकुमार की बताई गई है। वहीं बच्चों के परिजनों का आरोप है कि ये घटना कार के मालिक की लापरवाही के कारण हुई है।

मिली जानकारी के मुताबिक मामले को लेकर कार के मालिक के खिलाफ एफआईआर दर्ज की जा रही है। वहीं सिविल अस्पताल, लखनऊ के डॉ एनबी सिंह बताते हैं कि गर्मी के दिनों में देर तक गाड़ी धूप में खड़ी हो तो उसका तापमान बाहर के तापमान से बहुत अधिक होता है। ऐसे में यदि कॉर के गेट ऑटोलॉक हो जाएं तो वहां दम घुंटने लगता है।

कहा गया कि गेट बंद होने से बच्चों को ऑक्सीजन नहीं मिली होगी। जिस कारण उनके दम घुंटने की यही बड़ी वजह रही होगी। वहीं पोस्टमार्टम के बाद ही मौत की असल वजह सामने आ पाएगी।
 


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