आगरा में आंधी और बारिश से पेड़ गिरा, दंपति सहित तीन की मौत, एक गंभीर
आगरा के फतेहपुर सीकरी में गुरुवार दोपहर आई तेज आंधी में एक पीपल का पेड़ टूटकर झोंपड़ी पर गिर पड़ा। इसकी चपेट में आकर दंपती समेत तीन की मौत हो गई। जबकि एक किशोर गंभीर रूप से घायल हो गया। जेसीबी से पेड़ को हटवाकर सभी को झोंपड़ी से बाहर निकाला गया।
आगरा। यूपी के कई शहरों में गुरुवार को मौमस में बदलाव के साथ ही आंधी और बारिश ने मौसम को सुहाना कर दिया। हालांकि आंधी की वजह से कई जगह अप्रिय घटनाएं भी सामने आई। आगरा में आंधी से पेड़ गिरने से दंपति सहित तीन की मौत हो गई।
बात करे पूरे यूपी की तो कही बारिश तो कही गर्मी का मौसम रहा है। लखनऊ में जहां दोपहर बाद से शुरू हुई रिमझिम से मौसम ठंडा रहा तो मेरठ में नहीं होने से गर्मी लोगों को अभी भी परेशान कर रही है।
पूर्वांचल के वाराणसी में दिन में आधे घंटे के लिए बारिश हुई लेकिन फिलहाल बारिश बंद है। झांसी में भी तेज धूप और उमस भरी गर्मी से लोगों का हाल बेहाल है। गुरुवार को झांसी का तापमान लगभग 40 डिग्री से सेल्सियस दर्ज किया गया। बरेली में भी बारिश नहीं हो रही है यहां कभी धूप तो कभी बदली का असर दिखायी दे रहा है।
आगरा के फतेहपुर सीकरी में गुरुवार दोपहर आई तेज आंधी में एक पीपल का पेड़ टूटकर झोंपड़ी पर गिर पड़ा। इसकी चपेट में आकर दंपती समेत तीन की मौत हो गई। जबकि एक किशोर गंभीर रूप से घायल हो गया। जेसीबी से पेड़ को हटवाकर सभी को झोंपड़ी से बाहर निकाला गया।
फतेहपुर सीकरी में दोपहर बाद आंधी और बारिश शुरू हो गई। करीब दस मिनट तक चली इस आंधी की चपेट में आकर गांव खेड़ा कौरई में जुड़वां पीपल का पेड़ भरभराकर खेत पर बनी एक झोपड़ी के ऊपर गिर पड़ा।
इसके नीचे 55 वर्षीय किसान धनीराम, उनकी पत्नी 50 वर्षीय रामा देवी और पड़ोसी किसान प्रेम सिंह व उनका 12 वर्षीय बेटा पातीराम दब गए। चीख पुकार सुनकर ग्रामीण पहुंच गए। पेड़ को हटाने की कोशिश की। पेड़ भारी होने के कारण वे उसे डिगा भी नहीं सके।
ग्रामीणों की सूचना पर सीओ अछनेरा महेश कुमार फोर्स के साथ मौके पर पहुंच गए। जेसीबी से पेड़ को हटवाकर उसके नीचे फंसे लोगों को बाहर निकाला। तब तक धनीराम, रामा देवी और प्रेम सिंह की मौत हो गई।
पातीराम को अस्पातल में भर्ती कराया गया है। एसडीएम विनोद जोशी ने दैवीय आपदा से आश्रितों को चार-चार लाख रुपये की आर्थिक मदद दिए जाने का आश्वासन दिया। इसके साथ ही कृषि भूमि होने पर किसान दुर्घटना बीमा की अलग से कार्रवाई करने की बात भी कही।
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