गृहक्लेश से तंग युवक पत्नी बच्चों की हत्या के बाद खुद फांसी पर लटका
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कस्यावान मोहल्ला के रहने वाले 35 वर्षीय रहीस पुत्र सईद सब्जी का ठेला लगाकर चलाता था। उसके परिवार में 30 वर्षीय पत्नी रिहाना,10 वर्षीय बेटा हैदर,आठ वर्षीय अफ्फान और चार वर्षीय बेटी आयत थी। गुरुवार शाम को रईस के बच्चे बाहर खेलने जब नहीं निकले तो पड़ोसी बच्चें उन्हे बुलाने गए।
मेरठ। मेरठ के परीक्षितगढ़ के मोहल्ला कस्यावान में गुरुवार शाम हुई दिल दहला देने वाली घटना ने सबको झकझोर कर रख दिया। इस घटना को जिसने भी देखा उसकी आंखे भर गई।
दरअसल गृहक्लेश से तंग आकर एक युवक ने अपने पूरे परिवार को मौत की नींद सुलाकर खुद भी मौत को गले लगया लिया।कस्यावान मोहल्ला के रहने वाले 35 वर्षीय रहीस पुत्र सईद सब्जी का ठेला लगाकर चलाता था। उसके परिवार में 30 वर्षीय पत्नी रिहाना,10 वर्षीय बेटा हैदर,आठ वर्षीय अफ्फान और चार वर्षीय बेटी आयत थी।
गुरुवार शाम को रईस के बच्चे बाहर खेलने जब नहीं निकले तो पड़ोसी बच्चें उन्हे बुलाने गए। बाहर से दरवाजा बंद था। बच्चों ने जब खिड़की से देखा तो रहीस का शव पंखे से लटक रहा था। बच्चों ने शोर मचाया तो पड़ोसी मौके पर पहुंचे। पड़ोसियों ने तत्काल पुलिस को सूचना दी।
सूचना पर पहुंचे एसओ आनंद प्रकाश मिश्र दरवाजा तोड़कर घर में पहुंचे तो चारपाई पर हैदर व अफ्फान के शव पड़े थे। पत्नी व बेटी के शव बरामदे में बेड पर पड़े थे। सभी के गले पर रस्सी के निशान थे। रहीस का शव फंदे पर लटका था।
सूचना पर सीओ पूनम सिरोही भी फोरेंसिक टीम के साथ पहुंचीं। जांच पड़ताल के बाद एसओ ने बताया कि प्रथम दृष्टया मामला गृहक्लेश में उठाया गया कदम लग रहा है। शव पोस्टमार्टम को भेजकर जांच की जा रही है।
रहीस ने छह साल पहले पहली पत्नी शबाना की मौत के बाद रिहाना से दूसरा निकाह किया था। दोनों बेटे शबाना से थे जबकि बेटी रिहाना से। पड़ोसियों ने बताया कि दोपहर में पति-पत्नी में किसी बात को लेकर विवाद हुआ था। रहीस के अन्य स्वजन दिल्ली में रहते हैं।
रिहाना दूसरी पत्नी थी:रहीस की पहली पत्नी शबाना की छह साल पूर्व आग लगने से मौत हो गई थी। उसके दो पुत्र हैदर व अफ्फान थे। पांच वर्ष पूर्व रहीस का दूसरा निकाह मुरादनगर निवासी रिहाना से हुआ था जिससे चार वर्षीय बेटी आयत थी।
लॉकडाउन के कारण बेचने लगा सब्जी:कस्बा वासियों ने बताया कि रहीस का पूरा परिवार दिल्ली में रहता है। रहीस ही अपने परिवार के साथ यहीं रहता था। जबकि लाकडाउन से पूर्व वह कारपेंटर का काम करता था।
दुकानें बंद होने के बाद सब्जी आदि बेचकर परिवार की जीविका चलाता था। उधर, एसओ ने बताया परिवार को सूचना दे दी है। पुलिस ने शवों को पीएम के लिए भिजवा दिया। शुक्रवार को परिजनों के आने के बाद पीएम के शव अंतिम संस्कार के लिए सौंप दिया जाएगा।